प्रेग्नेंसी में कोल्ड ड्रिंक्स पीने से क्या होता है? जानिए

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Soft Drinks During Pregnancy Safe or Not?

क्या आपको भी गर्भावस्था के दौरान कोल्ड ड्रिंक्स पीने की इच्छा होती है? क्या आपका मन भी सोडा वाटर पीने को करता है? अगर हां, तो आपको ये आर्टिक्ल जरूर पढ़ना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान मूड स्विंग्स के कारण गर्भवती महिलाओं की जीभ का स्वाद बदल जाता है। और हमेशा उन्हें कुछ अलग खाने का मन करता है। ऐसे में कई बार महिलाएं कोल्ड ड्रिंक्स पीने की इच्छा रखती हैं। पर क्या गर्भवती महिला को कोल्ड ड्रिंक्स या सोडा वाटर पीना चाहिए? आज हम आपको उसी के बारे में बता रहे हैं।

प्रेग्नेंसी में कोल्ड ड्रिंक्स पीना सही या गलत?

गर्भावस्था के दौरान कोल्ड ड्रिंक्स पीना ना केवल गर्भवती महिला के लिए बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी नुकसानदेह होता है। आप लोग नहीं जानती लेकिन कोल्ड ड्रिंक्स और सोडा वाटर में कैफीन बहुत अधिक मात्रा में होता है जो गर्भवती महिला के लिए सेफ नहीं होता।

प्रेग्नेंसी में कोल्ड ड्रिंक्स पीने के नुकसान

गर्भावस्था के दौरान कोल्ड ड्रिंक्स पीने से बहुत नुकसान होते हैं। वे नुकसान निम्नलिखित हैं –

कैफीन के नुकसान

ज्यादातर कोल्ड ड्रिंक्स में कैफीन होता है जो गर्भनाल से होते हुए गर्भ में शिशु तक पहुंचता है। कैफीन के सेवन से रक्त का प्रवाह तेज हो जाता है जो गर्भवती महिला के लिए ठीक नहीं। कैफीन गर्भवती महिला के केंद्रीय तंत्रिका प्रणाली को भी प्रभावित करता है। ज्यादा मात्रा में कोल्ड ड्रिंक्स पीने से शरीर में पानी की कमी भी हो जाती है।

अप्राकृतिक शुगर के नुकसान

कोल्ड ड्रिंक्स में आर्टिफिशल कलर, अप्राकृतिक मीठा, फ्लेवर और प्रिजर्वेटिव्स होते है। जो गर्भवती महिला के लिए बहुत नुकसानदेह होते हैं। आर्टिफिशल शुगर आपके वजन को बढ़ा सकती है जिसे गर्भावस्था के दौरान और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में परेशानियां हो सकती हैं। इसमें इस्तेमाल किये जाने वाले कलर शिशु में एलर्जी का कारण बन सकते हैं।

ठंडे पेय पदार्थ

गर्भवती महिला के पेट का तापमान बहुत संवेदनशील होता है। ऐसे में ठंडे बर्फ वाले पेय पदार्थों का सेवन करने से ब्लड सेल्स संकुचित हो जाती है जिससे गर्भ में शिशु को परेशानी हो सकती है। कोल्ड ड्रिंक पीने से भूख कम होना, अपच, पेट में ऐंठन, और गर्भ को नुकसान पहुँचने की संभावना बढ़ सकती है।

कैलोरी की मात्रा

गर्भावस्था के दौरान महिला को अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है जिसके लिए उचित मात्रा में भोजन करना आवश्यक होता है। कोल्ड ड्रिंक्स का ज्यादा सेवन करने से शरीर में कैलोरी की मात्रा कम हो जाती है और यह शिशु के ग्रोथ को भी प्रभावित करती है। ज्यादा कैलोरी लेने से ओवर वेट शिशु होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।

कार्बोनेट वाटर

सॉफ्ट ड्रिंक्स में कार्बन-डाइऑक्साइड बुलबुले होते हैं। गर्भावस्था के दौरान महिला का शरीर बहुत सेंसिटिव होता है। ऐसे में कार्बोनिक एसिड सीने में जलन, अपच और पेट संबंधी अन्य समस्यायों का कारण बन सकता है।

आर्टिफिशल फ्लेवर

कोल्ड ड्रिंक्स में इस्तेमाल की जाने वाली आर्टिफिशल फ्लेवरिंग में फॉस्फोरिक एसिड होता है जो हड्डियों से कैल्शियम कम करने का काम करता है। शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण गर्भवती महिला को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

क्या गर्भवती महिला को कोल्ड ड्रिंक्स पीनी चाहिए?

बिलकुल भी नहीं। गर्भवती महिला को कोल्ड ड्रिंक्स या सोडा वाटर का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। क्यूंकि गर्भधारण के बाद शिशु का विकास पूरी तरह आपके खान-पान पर निर्भर करता है ऐसे में अगर आप आर्टिफिशल फ्लेवर, कलर, कैफीन और कार्बन डाइऑक्साइड वाले पेय पदार्थों का सेवन करती हैं तो इसका प्रभाव सीधा आपके गर्भ पर पड़ेगा।

ज्यादा मात्रा में कोल्ड ड्रिंक्स पीने से भ्रूण के विकास पर असर पड़ सकता है। इसलिए कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन ना ही करें तो बेहतर होगा। इसकी बजाए आप छाछ, दही की लस्सी, फ्रूट जूस, सब्जियों का जूस, नींबू का शर्बत, नारियल पानी, दूध आदि का सेवन कर सकती हैं। यह आपके शरीर में पोषक तत्वों की जरूरतों को पूरा करेगा और आपके जीभ के स्वाद को भी बदल देगा।

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