बच्चे क्यों मारते हैं किक जानिये

बच्चे क्यों मारते हैं किक जानिये, गर्भ में शिशु की हलचल, गर्भ में शिशु लात क्यों मारता है, भ्रूण की मूवमेंट क्यों है जरुरी, शिशु की हलचल महसूस न होने पर क्या करें

गर्भ में शिशु का पहली बार लात मारना किसी भी गर्भवती महिला के लिए उसकी प्रेगनेंसी का सबसे भावनात्मक अहसास होता है। क्योंकि इस दौरान गर्भ में शिशु के विकसित होने का न केवल महिला को अहसास होता है, बल्कि इस मूवमेंट से गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के प्यार भरे रिश्ते का अहसास भी गहरा होता है। और शिशु की हर मूवमेंट गर्भवती महिला को अपने होने का अहसास करवाती है, साथ ही इससे पता चलता है की शिशु का विकास बेहतर तरीके से हो रहा है और शिशु स्वस्थ है। तो आइये अब गर्भ में शिशु के किक मारने से जुड़े कुछ और तथ्य जानते हैं।

शिशु गर्भ में लात क्यों मारता है?

शिशु का गर्भ में लात मारना या कोहनी से किक मारना इस बात की और इशारा करता है की गर्भ में पल रहा शिशु अब अपनी मांसपेशियों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों में सक्षम हो गया है। और जैसे जैसे शिशु का विकास बढ़ता है वैसे वैसे आप शिशु द्वारा मारी जाने वाली किक यानी की गर्भ में शिशु द्वारा की जाने वाली हलचल का अहसास बेहतर तरीके से कर सकते हैं। और शिशु की दिनभर की हलचल से आप अंदाजा भी लगा सकते हैं की गर्भ में शिशु कब सोता है और कब जागता है।

गर्भ में शिशु कब से शुरू करता है हलचल

गर्भ में शिशु की हलचल सोलह से चौबीस हफ़्तों के बीच शुरू हो सकती है, क्योंकि हर महिला के गर्भ में पल रहा शिशु एक ही समय पर हलचल करे ऐसा कोई जरुरी नहीं होता है। क्योंकि हर महिला के शरीर की बनावट अलग होती है और गर्भ में पल रहे शिशु का विकास भी उसी पर ही निर्भर करता है। साथ ही यह गर्भ में एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा पर भी निर्भर करता है। इसीलिए कई महिलाओं में यह बीस तो कई महिलाओं को चौबीस हफ्ते के बाद महसूस हो सकती है। लेकिन अगर चौबीस हफ्ते बाद भी आपको ऐसा महसूस न हो तो इसके लिए आपको एक बार डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

गर्भ में शिशु की मूवमेंट न होने पर क्या करें

गर्भ में शिशु की मूवमेंट का होना शिशु के स्वस्थ होने की तरफ इशारा करता है, लेकिन यदि आपको ज्यादा लम्बे समय तक यानी चौबीस से अड़तालीस घंटे के बीच भी गर्भ में शिशु की हलचल न महसूस हो। तो यह परेशानी का विषय हो सकता है और आपको इसे अनदेखा न करते हुए एक बार डॉक्टर से जरूर राय लेनी चाहिए।

तो यह हैं गर्भ में शिशु की मूवमेंट से जुडी कुछ बातें और गर्भवती महिला के शिशु की मूवमेंट का हर पल बहुत ही खास होता है। ऐसे में आपको इन लम्हो को एन्जॉय करना चाहिए और किसी अपने अच्छे से ख्याल रखना चाहिए ताकि गर्भ में शिशु का विकास बेहतर होने के साथ गर्भवती महिला को भी प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों से बचाव करने में मदद मिल सके।

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