ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने के लिए 10 आहार

गर्भ में शिशु का विकास पूरी तरह से महिला पर निर्भर करता है, उसी तरह जन्म के बाद भी शिशु का विकास पूरी तरह से महिला पर ही निर्भर करता है। क्योंकि जन्म के बाद कम से कम छह महीने तक शिशु के लिए माँ का दूध ही सबसे सर्वोत्तम आहार होता है, और यह बात माँ बनने के बाद आपको डॉक्टर सबसे पहले बताते हैं। शिशु के जन्म के छह महीने तक शिशु को केवल माँ का दूध ही देना चाहिए इसके अलावा शिशु को पानी भी नहीं देना चाहिए, क्योंकि माँ का दूध शिशु के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है। लेकिन कई बार महिला का दूध अच्छे से उतर नहीं पाता है, या कम आता है तो ऐसे में महिला परेशान हो सकती है, क्योंकि हर माँ के लिए उसके शिशु का विकास सबसे जरुरी होता है। ऐसे में कुछ महिलाएं शिशु को ऊपर का दूध (डिब्बे वाला दूध) देना भी शुरू कर देती है।

ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने के आहार

यदि महिला का दूध बहुत कोशिश करने के बाद भी नहीं उतर रहा है तो एक अलग बात है, लेकिन यदि महिला को ब्रेस्टमिल्क आ रहा है। लेकिन शिशु की जरुरत के अनुसार उसका उत्पादन नहीं हो रहा तो महिला को अपनी डाइट में कुछ ऐसे आहार को शामिल करना चाहिए। जिससे ब्रेस्टमिल्क को बढ़ाने में मदद मिल सके और शिशु के बेहतर विकास में मदद मिल सके। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की ब्रेस्टमिल्क बढ़ाने के लिए महिला को कौन से आहार को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

मेथी दाना

मेथी के बीज में आयरन, विटामिन, कैल्शियम, बीटा कैरोटीन, ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। और वसा स्तन में दूध की आपूर्ति में बढ़ाने में मदद करता है, साथ ही यह अन्य पोषक तत्व तत्व भी स्तन में दूध की आपूर्ति को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसीलिए मेथी दाना का सेवन करने से महिला को ब्रेस्टमिल्क को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। और इसके लिए महिला मेथी की चाय, मेथी दाना को पराठों व् सब्जियों में डालकर महिला इसका सेवन कर सकती है।

हरी सब्जियां

बीटाकैरोटीन, राइबोफ्लेविन जैसे विटामिन हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो ब्रेस्टमिल्क को बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही हरी सब्जी में आयरन, कैल्शियम जैसे अन्य पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो स्तनपान के जरिये शिशु तक पहुँचते हैं और शिशु के बेहतर विकास में मदद करने के साथ शिशु के लिए ब्रेस्टमिल्क के उत्पादन को बढ़ाने में भी मदद करते हैं। इसीलिए दूध पिलाने वाली महिला को दिन में एक समय के आहार में हरी सब्ज़ी को जरूर शामिल करना चाहिए।

दालें

प्रोटीन के साथ दालें अन्य पोषक तत्वों का भी बेहतरीन स्त्रोत होती है जो की स्तन में दूध की आपूर्ति को बढ़ाने में मदद करता है। क्योंकि प्रोटीन दूध की आपूर्ति को बढ़ाने वाली कोशिकाओं को बेहतर तरीके से दूध का उत्पादन करने में मदद करता है। खासकर मूंग, मसूर की दाल दूध का उत्पादन तेजी से बढ़ाने में मदद करती है।

ड्राई फ्रूट्स

वसा, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर ड्राई फ्रूट्स का सेवन भी गर्भवती महिला को जरूर करना चाहिए। क्योंकि यह स्तन में दूध की वृद्धि को बढ़ाने में मदद करते हैं। और ड्राई फ्रूट्स का सेवन ऐसे ही करने की बजाय महिला को पंजीरी, लड्डू, हलवा आदि में मिलाकर करना चाहिए ऐसा करने से इसका फायदा और भी बढ़ जाता है, साथ ही इससे महिला को एनर्जी से भरपूर रहने में भी मदद मिलती है।

कच्चा प्याज

कच्चा प्याज भी माँ के दूध को बढ़ाने में बहुत मददगार होता है क्योंकि इसमें सभी जरुरी विटामिन्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसीलिए यदि आपको ऐसा महसूस होता है की आपको ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन कम हो रहा है तो अपने आहार में सलाद के रूप में, सैंडविच बनाकर कच्चे प्याज का सेवन जरूर करना चाहिए।

डेयरी प्रोडक्ट्स

दूध व् दूध से बनी चीजें जैसे पनीर, दही, छाछ आदि का सेवन भी स्तनपान करवाने वाली महिला को जरूर करना चाहिए। क्योंकि इनमे वसा, कैल्शियम, प्रोटीन आदि भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, साथ ही जितना अधिक महिला दूध का सेवन करती है उतना ही ज्यादा ब्रेस्टमिल्क को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसीलिए दूध पिलाने वाली महिला को दिन में कम से कम तीन से चार गिलास दूध का सेवन जरूर करना चाहिए।

गाजर

गाजर में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है, जो ब्रेस्टमिल्क के उत्पादन को बढ़ाने में मददगार होता है। इसीलिए जिन महिलाओं को ब्रेस्टमिल्क से जुडी परेशानी हो उन्हें गाजर की सब्जी, सलाद, जूस आदि का भरपूर सेवन करना चाहिए, क्योंकि इसे अपनी डाइट में शामिल करने से महिला को ब्रेस्टमिल्क से जुडी समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है।

ब्राउन राइस

भूरे चावल का सेवन करने से बॉडी में हॉर्मोन को बैलेंस करने में मदद मिलने के साथ दूध के उत्पादन को भी बढ़ाने में मदद मिलती है। ऐसे में जिन महिलाओं को ब्रेस्टमिल्क अच्छे से न आने की समस्या होती है उन्हें अपनी एक टाइम की डाइट में ब्राउन राइस को जरूर शामिल करना चाहिए। ताकि महिला को इस परेशानी से निजता पाने के साथ शिशु तक पर्याप्त पोषण पहुंचाने में मदद मिल सके।

सुवा

सुवा के पत्ते भी स्तन में दूध की आपूर्ति में सुधार करने में बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि इनमे आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसीलिए जिन महिलाओं को स्तन में दूध अच्छे से न उतर पाने की समस्या हो उन्हें सुवा के पत्तों का सेवन जरूर करना चाहिए।

तरल पदार्थ

तरल पदार्थ यानी भरपूर मात्रा में पानी, फलों का रस, नारियल पानी आदि का सेवन भी महिला को भरपूर करना चाहिए। क्योंकि इससे महिला की बॉडी को हाइड्रेटेड रहने में मदद मिलने के साथ पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में मिलते हैं। खासकर जब महिला शिशु को दूध पिलाती है तो महिला को उससे पहले एक गिलास पानी, जूस या किसी अन्य तरल चीज का सेवन जरूर करना चाहिए इससे भी शिशु के लिए दूध की आपूर्ति को बढ़ाने में मदद मिलती है।

तो यह हैं वो आहार जिन्हे स्तनपान करवाने वाली महिला को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए जिससे शिशु के लिए पर्याप्त मात्रा में दूध का उत्पादन हो सके। और शिशु के जन्म के बाद उसके बेहतर शारीरिक व् मानसिक विकास में मदद मिलने के साथ उसे बीमारियों से लड़ने के लिए सक्षम बनाया जा सके।

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