डिलीवरी के बाद सम्बन्ध कब बनाएं? और किन बातों का ध्यान रखें

डिलीवरी के बाद गर्भवती महिला और उनके पार्टनर को कब सम्बन्ध बनाना सेफ होता है इसके बारे में बहुत से कपल जानना चाहते हैं, क्योंकि डिलीवरी के बाद महिला शारीरिक व् मानसिक रूप से थोड़ी कमजोर हो जाती है। और महिला को वापिस से स्वस्थ होने में थोड़ा समय लग सकता है। साथ ही कुछ महिलाओं की डिलीवरी नोर्मल होती है तो कुछ महिलाएं सिजेरियन डिलीवरी से शिशु को जन्म देती हैं, ऐसे में डिलीवरी के बाद महिला यदि स्वस्थ नहीं होती है और अपने पार्टनर के साथ सम्बन्ध बनाती है तो इसके कारण महिला की दिक्कतें बढ़ सकती है। और नोर्मल डिलीवरी में जहां महिला को स्वस्थ होने के लिए कम समय लगता है वहीँ सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला को अधिक समय लग सकता है। ऐसे में डिलीवरी के बाद कब सम्बन्ध बनाना चाहिए इसके बारे में जानकारी होना बहुत जरुरी होता है। तो आइये आज हम आपको डिलीवरी के बाद महिला को अपने पार्टनर के साथ कब सम्बन्ध बनाना चाहिए इसके बारे में कुछ बातें बताने जा रहे हैं।

नोर्मल डिलीवरी के बाद कब बनाएं सम्बन्ध

नोर्मल डिलीवरी के बाद महिला को कम से छह से आठ हफ्ते के बाद सम्बन्ध बनाने के बारे में सोचना चाहिए। क्योंकि कुछ महिलाओं को नोर्मल डिलीवरी के दौरान टाँके लगाएं जाते हैं, साथ ही महिला को तीन से चार हफ्ते तक ब्लीडिंग भी हो सकती है। ऐसे में नोर्मल डिलीवरी के बाद यदि आप एक महीने के अंदर ही सम्बन्ध बनाने लग जाते हैं तो इसके कारण महिला को संक्रमण होने की समस्या होने के साथ महिला को पेट में दर्द जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए कम से कम डेढ़ से दो महीने के बाद ही नोर्मल डिलीवरी के बाद कपल को सम्बन्ध बनाने के बारे में सोचना चाहिए। और इससे बेहतर यह हैं की आप इसके लिए एक बार डॉक्टर से राय लें, की महिला को अब सम्बन्ध बनाने से किसी तरह की शारीरिक परेशानी तो नहीं होगी।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद सम्बन्ध

नोर्मल डिलीवरी के बाद महिला जहां दो महीने तक लगभग पूरी तरह स्वस्थ हो सकती है वहीँ सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला को ज्यादा समय लग सकता है। और सिजेरियन डिलीवरी के दौरान महिला को टाँके भी जरूर लगते हैं, ब्लीडिंग भी नोर्मल डिलीवरी की अपेक्षा अधिक हो सकती है, शारीरिक परेशानियां अधिक हो सकती है, आदि। ऐसे में सिजेरियन डिलीवरी के बाद जब तक डॉक्टर आपसे न कहे की अब महिला स्वस्थ है, टांकों के घाव भर चुके हैं, तब तक डिलीवरी के बाद महिला को अपने पार्टनर के साथ सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए। और समय की बात की जाए तो ढाई से तीन महीने तक महिला को समय देना चाहिए, बाकी एक बार डॉक्टर से राय लेना ज्यादा सही हो सकता है।

डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाते समय किन बातों का ध्यान रखें

यदि आप प्रसव के बाद पहली बार अपने पार्टनर से सम्बन्ध बनाने जा रहे हैं, और ऐसे में सम्बन्ध बनाने में आपको किसी भी तरह की दिक्कत न हो। तो इस परेशानी से बचाव के लिए आपको डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाते समय बहुत सी बातों का ध्यान रखना जरुरी है, और खासकर पुरुष को, ताकि सम्बन्ध बनाने के कारण महिला या पुरुष को किसी भी तरह की कोई दिक्कत न हो। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

टाँके: डिलीवरी के दौरान सिजेरियन के साथ नोर्मल डिलीवरी वाली महिलाओं को भी टाँके लग सकते हैं, ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए की यदि अभी टांको के घाव नहीं भरे हैं। तो आपको अपने पार्टनर के साथ गलती से भी सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए, और यदि टांके ठीक होने के बाद आप पहली बार सम्बन्ध बना रहे हैं तो भी थोड़ा सतर्क रहना चाहिए।

ब्लीडिंग: डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग होना आम बात होती है और डिलीवरी के बाद यदि आप अपने पार्टनर से सम्बन्ध बनाने जा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें की उन्हें ब्लीडिंग आनी पूरी तरह से बंद हो गई हो। क्योंकि ब्लीडिंग में ही सम्बन्ध बनाने से महिला को संक्रमण का खतरा हो सकता है।

सुरक्षा: डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाते समय पुरुष को सुरक्षा का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए, ताकि अनचाही प्रेगनेंसी और संक्रमण के खतरे से महिला और पुरुष दोनों को बचे रहने में मदद मिल सके।

परेशानी: यदि सम्बन्ध बनाते समय महिला को किसी भी तरह की दिक्कत का अनुभव हो रहा है तो आपको सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए ताकि महिला को ज्यादा परेशानी न हो, साथ ही महिला को यदि कोई दिक्कत लगे तो उसी समय अपने पार्टनर को बताना चाहिए ताकि इस परेशानी का हल निकालने में आपको मदद मिल सके।

इमोशन पर कण्ट्रोल रखे: डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाते समय हो सकता है की महिला शारीरिक या मानसिक रूप से आपका साथ न दे, ऐसे में आपको अपने इमोशन पर कण्ट्रोल रखना चाहिए। और महिला को मानसिक रूप से मजबूत बनाने की कोशिश करनी चाहिए, और ऐसा जरुरी नहीं है की डिलीवरी के बाद पहली बार सम्बन्ध बनाने पर ही सब कुछ हो जाये। इसे एक नई शुरुआत की तरह लें, और फिर से धीरे धीरे नई शुरुआत की तरह ट्राई करें।

सूखापन: डिलीवरी के बाद महिला को प्राइवेट पार्ट में सूखापन होने के कारण दर्द की समस्या सम्बन्ध बनाते समय हो सकती है। ऐसे में महिला को और पुरुष को इस बता का थोड़ा ध्यान रखना चाहिए।

डॉक्टर की राय: डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाने के कारण महिला को किसी भी तरीके की दिक्कत न हो इससे बचने के लिए हो सके तो एक बार डॉक्टर से राय भी जरूर लें।

तो यह है डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाने से जुड़े कुछ खास टिप्स, ऐसे में महिला और पुरुष दोनों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि महिला को होने वाली हर समस्या से बचे रहने में मदद मिल सके, और डिलीवरी के बाद एक बार फिर से आप अपनी लाइफ को मज़ेदार तरीके से जी सके।

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