पीरियड्स हर महिला हो होने वाली एक आम समस्या होती है। यह महिलाओं को इक्कीस दिन से लेकर पैंतीस दिन के चक्र के बीच हो सकता है। लेकिन यदि महिलाओं को यह इक्कीस दिन से कम या पैंतीस दिन से ज्यादा दिन में होता है तो यह परेशानी का विषय होता है। पीरियड्स के दौरान महिला के प्राइवेट पार्ट से रक्तस्त्राव होता है। मासिक धर्म की अवधि भी हर महिला की अलग अलग होती है जैसे की कुछ महिलाओं को यह दो दिन कुछ तो तीन, पांच या सात दिन के लिए भी हो सकता है। लेकिन यदि इससे ज्यादा दिन के लिए मासिक धर्म होता है तो यह अनियमित पीरियड कहलाता है।
मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को बहुत सी परेशानियां भी होती है, जैसे की पेट, पेडू व् कमर में दर्द होना। रक्त के थक्के निकलना, रक्त का कम से लेकर ज्यादा होना, आदि। पीरियड्स में होने वाले बदलाव हर महिला के हार्मोनल बदलाव पर निर्भर करते है। जैसे की कई महिलाओं को दर्द आदि की परेशानी होती है और कुछ महिलाओं को दर्द का आभास भी नहीं होता है। और यदि आपको पीरियड्स से जुडी कोई भी परेशानी हो तो इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। इसके अलावा पीरियड्स का के बारे में महिलाओं के मन में तरह तरह के सवाल भी होते है तो आइये इससे जुडी कुछ बातें जानते हैं।
कब होता है महिला को पहला पीरियड:-
बारह से तरह वर्ष की उम्र में लड़कियों को पहला पीरियड होता है इसे मेनार्चे भी कहा जाता है। लेकिन ऐसा भी हो सकता है की आपको इस उम्र से पहले भी पीरियड शुरू हो जाए या कुछ लड़कियों को इस उम्र के बाद भी पीरियड की शुरुआत हो सकती है। पीरियड का होना शारीरिक गतिविधियों और शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव पर निर्भर करता है। कई बार पहले पीरियड के बाद कई महीनो तक पीरियड नहीं आता है तो कुछ को नियमित तरीके से आना भी शुरू हो जाता है।
पीरियड आने से पहले के क्या लक्षण होते हैं:-
पीरियड्स के आने से पहले ही आपके शरीर में बदलाव होने शुरू हो जाते है। जिनका संकेत आपकी बॉडी भी देती है, ऐसे में आपको इन संकेतो से पता चल सकता है की कहीं आपको पीरियड तो नहीं होने वाला है।
टांगो में दर्द का होना:-
पीरियड्स आने से पहले महिला को टांगो में दर्द का अनुभव हो सकता है, साथ ही महिला की जांघो में खिंचाव भी महसूस हो सकता है। यदि आपको आपकी पीरियड की डेट से पहले ऐसा दर्द महसूस होता है तो समझ लीजिए की आपको पीरियड आने वाला है।
पेट, पेडू व् कमर में दर्द का आभास होता है:-
हल्का फुल्का पेट में दर्द का होना भी पीरियड आने से पहले का सामान्य लक्षण है। कई महिलाओ को तेज दर्द भी हो सकता है और जरुरी नहीं है हर महिला को ऐसा हो कुछ को दर्द नहीं भी होता है। लेकिन यदि आपकी पीरियड की तारीख पास हो और आपको ऐसा दर्द हो तो समझ लीजिए की आपको पीरियड आने वाला है, पेट के साथ पेडू और कमर में दर्द की समस्या का आभास भी हो सकता है।
सफ़ेद पानी का आना:-
जो महिलाएं बच्चे को जन्म दे चुकी होती है या फिर सम्बन्ध बना चुकी होती है। उन्हें पीरियड आने से पहले और बाद में प्राइवेट पार्ट से सफ़ेद पानी आने की समस्या हो सकती है। कई बार यह स्त्राव ज्यादा भी हो सकता है।
कमजोरी महसूस होना:-
पीरियड्स आने से पहले आपको बॉडी में कमजोरी का अहसास भी हो सकता है। साथ ही आपको बहुत जल्दी थकने की समस्या भी होती है। ऐसे में बॉडी का आराम करने का दिल करता है। कई बार कमजोरी के साथ घबराहट भी महसूस हो सकती है।
भूख बढ़ जाती है:-
पीरियड्स के आने से पहले महिलाओं को दूसरे दिनों की तुलना में भूख अधिक लगने लगती है। और महिला को थोड़ी थोड़ी देर बड़ा कुछ न कुछ खाने की इच्छा हो सकती है, लेकिन इन दिनों में अधिक खाने में कारण महिला को वजन बढ़ने की परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है।
आपके व्यवहार में भी आता है बदलाव:-
पीरियड्स आने से पहले ही शरीर में हार्मोनल बदलाव होने लग जाते है जिसके कारण महिला के मूड में बदलाव आता है। और मूड में आने वाले बदलाव के कारण महिला का चिड़चिड़ापन, उदासी, तनाव आदि होना आम बता होती है। पीरियड के आने से पहले महिला की सोचने की शक्ति भी कमजोर होने लगती है।
स्किन में होने लगता है परिवर्तन:-
पीरियड्स आने से पहले महिला की स्किन में भी बदलाव देखने को मिलता है, जैसे की इस समय महिला को स्किन पर मुहांसे आदि होने की समस्या ज्यादा होती है। और यदि पहले से ही मुहांसे है तो वो और भी ज्यादा होने लगते है। इसके अलावा पैरों के और हाथों की स्किन की सूखी सी महसूस होने लगती है।
ब्रैस्ट में भी आने लगता है बदलाव:-
पीरियड्स के आने से पहले महिला के ब्रैस्ट में भी बदलाव देखने को मिलता है। जैसे की ब्रैस्ट सूजे हुए से महसूस होते है, और साथ ही बहुत सॉफ्ट यानी कोमल भी हो जाते है। यदि आप भी अपने ब्रैस्ट में ऐसा कुछ परिवर्तन देखते हैं तो इसका मतलब होता है की आपको पीरियड्स आने वाला है।
नींद में आने लगती है कमी:-
सही तरीके से नींद का न आना, सोते हुए नींद का बार बार खुलना, सोते हुए बहुत अधिक पसीने का आना भी पीरियड्स के आने का संकेत देता है। ऐसे में आपको थकान का अहसास भी होता है इसीलिए आपको पीरियड्स के दौरान रेस्ट करने की सलाह दी जाती है।
पीरियड्स के दौरान इन बातों का रखें खास ध्यान:-
- पीरियड्स के दौरान अपने खान पान का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए।
- शरीर को रेस्ट देना चाहिए क्योंकि पीरियड्स होने पर शरीर में कमजोरी आ जाती है।
- अच्छी क़्वालिटी के सैनिटरी पैड का इस्तेमाल करना चाहिए, और ध्यान देना चाहिए की हर छह से आठ घंटे में आप अपना पैड बदलें।
- साफ़ सफाई का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यदि आप अपने प्राइवेट पार्ट की साफा सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं तो इससे आपको इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है।
- पीरियड्स के दिनों में आपके शरीर में से रक्त का प्रवाह होता है इसके लिए आपको अपने आहार में भरपूर आयरन को शामिल करना चाहिए। ताकि आपके शरीर को एनर्जी मिल सकें।
पीरियड्स के दौरान हर महिला में अलग अलग लक्षण होते है। क्योंकि यह महिला के हार्मोनल बदलाव पर निर्भर करते है। इसके अलावा महिला के पीरियड्स की अवधि भी अलग अलग होती है। ऐसे में पीरियड की डेट को देखकर तो आप पता कर सकते है की आपको पीरियड्स किस तारीख के आस पास आने वाला है, लेकिन यदि आपका पीरियड आगे पीछे आता है तो ऊपर दिए गए कुछ सामान्य लक्षणों को महसूस करके आप पता कर सकते हैं की कहीं आपको पीरियड तो नहीं आने वाला है।