पीरियड्स से जानें माँ बन सकती हैं या नहीं, पीरियड्स से जानें इनफर्टिलिटी है या नहीं, लड़कियां अपने पीरियड्स से मालुम कर सकती है इनफर्टिलिटी, इनफर्टिलिटी से जुड़े टिप्स
माँ बनना किसी भी महिला के लिए उसकी जिंदगी का सबसे प्यारा और अनमोल अहसास होता है, और हर महिला की यह ख्वाहिश भी होती है। लेकिन कई बार शारीरिक समस्या के कारण, फिटनेस से जुडी समस्या होने के कारण, पीरियड्स से जुडी समस्या होने के कारण, महिला को इनफर्टिलिटी यानी की प्रेगनेंसी न होने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में महिला को समझ ही नहीं आता है की वो कंसीव क्यों नहीं कर पा रही है। तो लीजिए आज हम उन महिलाओं के लिए कुछ खास टिप्स बताने जा रहे हैं जो बहुत कोशिश करने के बाद भी माँ नहीं बन पा रही है, और अपने मासिक धर्म के चक्र से पता कर सकती है, वो पता कर सकती है की वो माँ बन सकती है या नहीं।
मासिक चक्र का रखें ध्यान
हर महीने महिला को मासिक धर्म होता है, और यह चक्र पच्चीस से तीस दिन के अंतराल पर होता है। यदि आपका मासिक धर्म इससे भी ज्यादा देरी से आता है या पहले ही आ जाता है, तो इसका मतलब होता है की आपका मासिक धर्म अनियमित है जिसके कारण आपका ओवुलेशन पीरियड भी नियमित नहीं हो पाता है। एक अध्यन के अनुसार यदि महिला को पच्चीस दिन से पहले या बहुत लेट पीरियड्स होते हैं तो उन महिलाओं में कंसीव करने की क्षमता कम होती है, ऐसे में मासिक धर्म से जुडी इस परेशानी के समाधान के लिए डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए।
ब्लीडिंग का रखे ध्यान
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को तीन से पांच दिन तक ब्लीडिंग हो सकती है ऐसे में यदि आपको पांच दिन से अधिक या तीन दिन से भी कम ब्लीडिंग होती है। तो इसके कारण भी महिला के कंसीव करने की क्षमता में कमी आ सकती है। क्योंकि यह भी अनियमित पीरियड होता है ऐसे में महिला को ऐसी दिक्कत हो तो भी एक बार स्त्री विशेषज्ञ से राय लेनी चाहिए।
वजन को रखे नियंत्रित
आज कल ज्यादातर देखने को मिलता है की महिला की प्रेगनेंसी से जुडी समस्या का कारण या तो अधिक वजन या बहुत कम वजन होता है। इसका कारण होता है की महिला के शरीर में फैट एस्ट्रोजन प्रोड्यूस होता है यदि आपका वजन कम है या बहुत अधिक होता है तो इस हॉर्मोन के कारण ओवुलेशन पीरियड में रूकावट आ सकती है जिसके कारण इंफर्टिलटी कम होती है।
मेनोपॉज़ भी हो सकता है कारण
महिलाओं में फर्टिलिटी की प्रक्रिया जीन से भी जुडी हो सकती है, इसका मतलब यदि आपकी मम्मी या उनकी मम्मी को मेनोपॉज़ समय से पहले या देरी से हुआ है तो हो सकता है ऐसा आपके साथ भी हो। और यदि मेनोपॉज़ पहले हुआ है तो इसके कारण भी महिला की फर्टिलिटी कम हो सकती है।
तो यह हैं कुछ पीरियड्स से जुड़े टिप्स जिनसे महिला जान सकती है की उनकी प्रेगनेंसी में आने वाली समस्या का कारण उनके पीरियड्स से तो नहीं जुड़ा है। यदि ऐसा हो तो पीरियड से जुडी इस समस्या के लिए उन्हें एक बार डॉक्टर से बात करनी चाहिए ताकि उनकी इस समस्या का समाधान हो सके और उनकी प्रेगनेंसी में आ रही समस्या को दूर किया जा सके।