महिलाओं में ब्रैस्ट कैंसर होने के ये हैं कारण

कैंसर का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं और उन्हें जीवन के प्रति निराशा होने लगती है, ब्रैस्ट कैंसर की सम्भावना पुरुषो में न के बराबर और महिलाओ में अधिक पाई जाती है, परन्तु इससे जुडी एक अच्छी बात यह है की आप इसका इलाज करवा सकते है, और इसके ठीक होने के चांस भी अधिक होते हैं, यदि इसका पहले या दूसरे चरण में ही पता चल जाएँ तो इसका इलाज काफी आसान हो जाता है, इसके लिए जरुरी है की आपको इसक बारे में जानकारी हो, तो आइये आज हम आपको ब्रैस्ट कैंसर से जुड़े कुछ अहम तथ्य बताते है, जैसे की इसके कारण, लक्षण आदि।

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स्तन कैंसर के लक्षण क्या होते है:-

  • आपके ब्रैस्ट या बाँह के नीचे गाँठ का अनुभव होना।
  • स्तन से कुछ तरल रस जैसे पदार्थ का निकलना।
  • ब्रैस्ट में होने वाली सूजन भी ब्रैस्ट कैंसर का कारण हो सकती है।
  • स्तन को दबाने पर दर्द का अनुभव न होना।
  • निपल्स का मुड़ जाना या स्तन के आकार में बदलाव आना।

स्तन कैंसर के क्या कारण होते हैं:-

शारीरिक श्रम न करना:-

जो महिलाएं व्यायाम आदि नहीं करती है, और सारा दिन किसी भी तरह का शारीरिक श्रम नहीं करती है, उन्हें स्तन कैंसर की आशंका सबसे अधिक होती है।

पीरियड्स और मेनोपॉज़ से जुडी समस्या होने पर:-

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जिन लड़कियों को समय से पहले माहवारी शुरू हो जाती है, जैसे की बारह वर्ष की उम्र से भी पहले, और मेनोपॉज़ भी पचपन के आस पास हो जाता है, उन महिलाओ को भी ब्रैस्ट कैंसर के कारण परेशान होना पड़ सकता है।

मोटापा अधिक होना:-

वजन का अधिक होना भी ब्रैस्ट कैंसर का कारण होता है, क्योंकि फैट सेल्स आपके शरीर में एस्ट्रोजन का स्त्राव आपके शरीर में अधिक करने लगते है, और ये समस्या आपको रजोनिवृति के बाद परेशान कर सकती है।

धूम्रपान व् अल्कोहल का सेवन अधिक मात्रा में करना:-

नशीले पदार्थो में भी ऐसे तत्व पाएं जाते है जो आपके शरीर को धीरे धीरे बीमारियों की चपेट में ले जाते है, और खासकर जो महिलाएं इनका सेवन अधिक मात्रा में करती है उन्हें ब्रैस्ट कैंसर होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है।

बढ़ती उम्र:-

आपकी अधिक उम्र भी आपको ब्रैस्ट कैंसर का रोगी बना सकती है, वैसे यह चालीस से साथ वर्ष की आयु की महिलाओं में बहुत तेजी से फैलता है, इसके अलावा यह आपको चालीस से पहले या साथ के बाद भी हो सकता है।

तनाव के कारण:-

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तनाव होने के कारण आपके शरीर में कोशिकाएं और जीन्स सुस्त अवस्था में पड़े रहते है, जिसके कारण आपके शरीर में बीमारियां बढ़ने लगती है, और ऐसे में ही कैंसर कोशिकाएं भी विकसित होती है, और इसके कारण आपके इम्यून सिस्टम पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है, इसीलिए आपको तनाव से दूर रहना चाहिए।

अधिक भारी स्तन होने पर:-

ज्यादा भारी स्तन भी आपको ब्रैस्ट कैंसर का रोगी बना सकते है, क्योंकि ऐसा होने पर आपके ब्रैस्ट में वसा कनेक्टिव टिश्यू अधिक हो जाते है, जिसके कारण आपको ये समस्या हो सकती है।

प्रेगनेंसी और स्तनपान:-

जो महिलाएं ज्यादा उम्र जैसे की तीस के बाद माँ बनने की सोचती है, या उससे भी ज्यादा देरी करती है, उनमे ब्रैस्ट कैंसर की आशंका बढ़ जाती है, लेकिन जो महिलाएं कम से कम चाह माह तक अपने शिशु को स्तनपान करवाती है, उनमे ब्रैस्ट कैंसर होने की आशंका बहुत कम होती है।

अनुवांशिक कारण भी हो सकते हैं:-

यदि आपके घर में जाइए की माता पिता का यदि ऐसा कोई इतिहास है तो उनके कारण आपके जो जीन्स आते है तो उसके प्रभाव से आपको भी ब्रैस्ट कैंसर की समस्या हो सकती है।

आपका गलत खान पान:-

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असंतुलित खानपान लगभग 40% कैंसर में एक अहम कारण होता है, क्योंकि जो महिलाएं कैरोटिनॉइड, सल्फोरेफेन और लाइकोपीन की अधिकता वाली डाइट लेती हैं उनमें ब्रैस्ट कैंसर की आशंका कम हो जाती है, इसीलिए महिलाओ को अपने आहार का भरपूर मात्रा में और इन पोषक तत्वों से युक्त लेना चाहिए, ताकि आपको इस समस्या के कारण परेशान न होना पड़े, इसके लिए आप हरी पत्तेदार सब्ज़ियों, पीली और लाल सब्ज़ियों, फलों, दालों और साबुत अनाज में ये तत्व पाये जाते हैं।

हॉर्मोन का असंतुलन होना:-

किसी भी कारण शरीर में यदि हॉर्मोन की उथल पुथल होती है तो इसके कारण आपके शरीर में हॉर्मोन असंतुलित होने लग जाते है, इसके अलावा हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी भी इस रिस्क को बढ़ावा देती है।

विकिरणों के संपर्क में आने से:-

शरीर जब विकिरणों के संपर्क में आता है, तो भी आपके शरीर में बहुत से परिवर्तन होते है जिसके कारण आपको ये समस्या हो सकती है, जैसे की बहुत अधिक धूप की अल्ट्रा वॉइलेट किरणों के संपर्क में रहना, आदि।

स्तन कैंसर की सम्भावना को कम करने के लिए कुछ उपाय:-

काली चाय का सेवन करें:-

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काली चाय एक ऐसा पदार्थ है जो हर घर में बड़ी ही आसानी से मिल जाता है, और काली चाय का सेवन करने से आपकी इस समस्या को कम किया जा सकता है, क्योंकि इसमें एपि गैलो कैटेचिन गैलेट नाम का एक रसायन मौजूद होता है, जो ब्रैस्ट में ट्यूमर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है, परन्तु इस बात का खास ध्यान रखें की बिलकुल गरम काली चाय का सेवन भी न करें, क्योंकि यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है, गुनगुना होने पर ही इसका सेवन करें।

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खट्टे फलों का सेवन करें:-

खट्टे फलों में फाइटोकेमिकल्स भरपूर पाए जाते हैं, जो आपके ब्रैस्ट में ही नहीं बल्कि आपके शरीर में भी कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं, और यदि आप नियमित इनका सेवन करते है तो यह कैंसर की कोशिकाओं को आपके शरीर में विकसित ही नहीं होने देते हैं, और इसके लिए आप मौसम्बी, संतरें, पीच, नाशपाती, अंगूर सेब आदि का सेवन कर सकते है।

दूध और दही का सेवन भरपूर मात्रा में करें:-

दूध और दही में विटामिन डी भरपूर होता है, जो आपके ब्रैस्ट में कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है, इसीलिए इससे बचने के लिए आपको दूध और दही का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए।

ग्रीन टी का सेवन करें:-

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ग्रीन में भी ऐसे गुण होते है जो आपको ब्रैस्ट कैंसर से बचाव करने में मदद करते है, इसके इस्तेमाल के लिए आप एक गिलास पानी में ग्रीन टी की कुछ पत्तियां उबालें, उसके बाद इन्हे जब तक उबालते रहें जब तक की पानी आधा न रह जाएँ, और उसके बाद छानकर इसके सेवन दिन में कम से कम दो बार करें आपको फायदा जरूर मिलेगा।

गेहूं की घास का सेवन करें:-

गेहूं की घास ब्रैस्ट कैंसर के रोगियों के लिए सबसे अच्छा खाद्य पदार्थ होती है, क्योंकि यह आपके शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकती है, जिससे आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत होने में मदद मिलती है, साथ ही यह आपके शरीर से सभी अवांछित और विषैले पदार्थो को बाहर निकालने में आपकी मदद करती है।

स्तन कैंसर से बचने के ने उपाय:-

  • नशीले पदार्थ जैसे अल्कोहल और धूम्रपान का सेवन न करें।
  • लहसुन का सेवन करने से आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत होने व् आपके शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है।
  • शारीरिक श्रम अधिक करें, व्यायाम आदि को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
  • रेड मीट का सेवन कम से कम करें।
  • नमक का सेवन कम से कम करें।
  • गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन यदि करते है तो इसके बारे में डॉक्टर से राय लें।
  • सूरज की तेज किरणों के प्रभाव से बचें।

तो ये हैं स्तन कैंसर के लक्षण, कारण व् उससे बचने के उपाय, और आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होनिओ चाहिए, ताकि आप इसके बारे में दुसरो को बता सकें, क्योंकि जितना जल्दी इस बारे में लोगो को पता चलता है, उतना ही जल्दी इससे बचाव करने में मदद मिलती है, इसके अलावा आपको अपने आप को फिट रखने व् किसी भी तरह की बिमारी से बचाव के लिए अपनी दिनचर्या को सही करके रखना चाहिए।

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