गर्भधारण होने पर कैसा महसूस होता है, प्रेगनेंसी के लक्षण, गर्भावस्था के क्या लक्षण होते हैं, प्रेगनेंसी में महिला को कैसा लगता है, गर्भवती महिला के लक्षण

गर्भधारण करना किसी भी महिला के लिए बहुत ही प्यारा अहसास होता है, लेकिन इस अहसास को जीने के लिए महिला को प्रेगनेंसी के दौरान बहुत से बॉडी चेंजेस से गुजरना पड़ता है। साथ ही हर महिला को इस समय बॉडी में अलग तरीके से महसूस होता है। कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी में बहुत परेशानियां झेलती है, तो कुछ महिलाओं को पता ही नहीं चलता है और वो स्वस्थ रहती है। शुरुआत में महिला के शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव एक साथ होते हैं जिसके कारण महिला को शारीरिक, मानसिक, व् व्यव्हार से सम्बंधित बहुत से बदलाव महसूस होते हैं। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान महिला की बॉडी में कौन कौन से बदलाव महसूस होते हैं।

कमजोरी होना

शुरुआत में बॉडी में तेजी से हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण महिला बहुत जल्दी थक जाती है, साथ ही इनके कारण महिला कई बार मानसिक रूप से भी परेशान हो जाती है, और खासकर प्रेगनेंसी की शुरुआत में महिला का कुछ खाने का मन भी नहीं करता है। जिसके कारण बहुत जल्दी थकान व् कमजोरी महसूस होने लगती है।

सिर में भारीपन महसूस होना व् चक्कर आना

हार्मोनल बदलाव तेजी से होने के कारण बॉडी में ब्लड फ्लो भी बढ़ जाता है जिसके कारण सिर में दर्द व् भारीपन महसूस होना आम बात है। कई बार यदि ज्यादा थकावट हो जाती है तो चक्कर भी आने लग जाते हैं।

उल्टी आना

कई बार महिलाओं को या तो ज्यादा खाने पर या न खाने पर उल्टी आने लगती है, कुछ महिलाओं को गंध से भी एलर्जी हो जाती है। जिसके कारण उन्हें यदि उस वस्तु की गंध आती जिससे उन्हें एलर्जी है तो भी वो उल्टी कर देती है। प्रेगनेंसी की शुरुआत में ज्यादातर महिलाओं को उल्टी की समस्या रहती है लेकिन कुछ महिलाओं को पूरे नौ महीने इस समस्या से परेशान रहना पड़ता है।

गुस्सा व् चिड़चिड़ापन होना

महिला के बॉडी में हो रहे शारीरिक और मानसिक बदलाव के कारण कई बार महिला इसे बर्दाश नहीं कर पाती है, जिसके कारण उसके स्वभाव में भी परिवर्तन आता है और उसे गुस्सा व् चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है।

भूख की कमी

प्रेगनेंसी के दौरान भरपूर खान पान शिशु के बेहतर विकास और महिला के फिट रहने के लिए बहुत जरुरी होता है, लेकिन शुरुआत में महिला को भूख का अहसास भी नहीं होता है, और उन्हें ऐसा महसूस होता है जैसे उनका पेट भरा हुआ है, या खाने के बाद उल्टी आने के डर से, वो खाना नहीं खाती हैं। लेकिन ऐसे में खान पान के प्रति लापरवाही शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकती है।

अनिंद्रा की समस्या

हार्मोनल बदलाव के कारण शरीर के तापमान में भी फ़र्क़ आता है, जिसके कारण नींद में कमी आ सकती है। लेकिन फिर भी महिला को अपनी नींद का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए और यदि रात को नींद पूरी नहीं होती है तो दिन में थोड़ी देर सोना चाहिए।

ब्रेस्ट में भारीपन

हार्मोनल बदलाव होने के कारण इसका असर ब्रेस्ट पर भी दिखाई देता है, क्योंकि ब्रेस्ट बॉडी का काफी संवेदनशील अंग होता है। इसके कारण ब्रेस्ट में भारीपन व् सूजन महसूस होती है, साथ ही निप्पल का रंग भी डार्क हो जाता है।

बार बार यूरिन पास करने की इच्छा होना

प्रेगनेंसी के शुरुआत में हार्मोनल बदलाव होने के कारण किडनी अधिक सक्रिय हो जाती है, और उसके बाद जैसे जैसे महिला के पेट निकलता है तो इसके कारण मूत्राशय पर दबाव पड़ता है जिसके कारण बार बार यूरिन पास करने की इच्छा होती है।

क्रेविंग होना

प्रेगनेंसी के दौरान कई बार आपका एक चीज की तरफ आकर्षण बढ़ जाता है, या कुछ अलग खाने का मन करता है, हर समय आपको कुछ अलग करने की इच्छा भी होती है इसे क्रेविंग कहा जाता है।

कब्ज़ की समस्या

पाचन क्रिया का धीमा होना, और इस पर असर पड़ने का कारण भी बॉडी में हार्मोनल बदलाव ही होते हैं, ऐसे में कई बार महिलाओं को शुरुआत में कब्ज़ जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

तो यह हैं कुछ लक्षण जो महिला को प्रेगनेंसी के दौरान महसूस होते है, इनमे घबराने की कोई बात नहीं होती है क्योंकि यह प्रेगनेंसी के आम लक्षण होते है। लेकिन यदि आप किसी कारण असहज महसूस कर रही हो या ज्यादा तकलीफ हो तो इसे इग्नोर न करते हुए एक baar।।पने डॉक्टर से राय लेनी चाहिए।

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