प्रेगनेंसी में घीया खाने के फायदे और नुकसान

गर्भावस्था में घीया खाने के फायदे, गर्भवस्था के दौरान गर्भवती महिला को भरपूर मात्रा में फलों और सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है। और पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करने से गर्भवती महिला को फायदा मिलने के साथ गर्भ में शिशु के बेहतर विकास में भी मदद मिलती है। तो लीजिये आज हम एक ऐसी ही सब्ज़ी की बात करने जा रहे हैं जिसका सेवन गर्भवती महिला को जरूर करना चाहिए। और वो है घीया, ज्यादातर लोग इस सब्ज़ी को नापसंद ही करते हैं। लेकिन प्रेग्नेंट महिला को इसका सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि प्रेग्नेंट महिला और भ्रूण महिला को बहुत से फायदे मिलते हैं।

प्रेगनेंसी में घीया खाने के फायदे

गर्भावस्था के दौरान यदि प्रेग्नेंट महिला घीया का सेवन करती है तो महिला को कौन से फायदे मिलते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं।

गर्भावस्था में घीया खाने से मिलता है फाइबर

  • प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सी गर्भवती महिलाएं कब्ज़, एसिडिटी, अपच जैसी समस्या से परेशान होती है।
  • ऐसे में घीया का सेवन करने से इस समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है।
  • क्योंकि घीया में फैट की मात्रा कम होती है और फाइबर की मात्रा पर्याप्त होती है।
  • जिससे घीया पाचन क्रिया को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करती है और कब्ज़, एसिडिटी जैसी परेशानी से गर्भवती महिला को बचे रहने में मदद मिलती है।
  • साथ ही खाने में घीया बहुत हल्की होती है जिसे पचाने में प्रेग्नेंट महिला को दिक्कत नहीं होती है जिससे अपच जैसी परेशानी से भी बचाव होता है।

गेस्टेशनल डाइबिटीज़

  • घीया का सेवन करने या घीया का जूस पीने से ब्लड में शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
  • जिससे प्रेगनेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला को गेस्टेशनल डाइबिटीज़ की समस्या से बचाव करने में मदद मिलती है।

वजन

  • गर्भावस्था के दौरान वजन का ज्यादा बढ़ना गर्भवती महिला व शिशु के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।
  • लेकिन लौकी का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला के वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
  • जिससे वजन बढ़ने के कारण प्रेग्नेंट महिला को होने वाली समस्या से बचाव करने में मदद मिलती है।

कोलेस्ट्रॉल कण्ट्रोल

  • घीया का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला के शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
  • जिससे प्रेग्नेंट महिला को हदय सम्बन्धी परेशानियों से बचे रहने में मदद मिलती है।

गर्भावस्था में घीया खाने से मिलता है आयरन व विटामिन सी

  • घीया में आयरन की मात्रा मौजूद होती है ऐसे में घीया का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला के शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।
  • साथ ही घीया में विटामिन सी भी मौजूद होता है जो आयरन को बॉडी में अच्छे से अवशोषित करने में मदद मिलती है।
  • ऐसे में खून की कमी को पूरा करने के लिए प्रेग्नेंट महिला को अपनी डाइट में घीया को जरूर शामिल करना चाहिए।

सोडियम

  • घीया में सोडियम और पोटैशियम की मात्रा भी मौजूद होती है।
  • ऐसे में गर्भावस्था के दौरान बॉडी में सोडियम की कमी से थकान हो सकती है, शिशु के विकास में कमी आ सकती है।
  • लेकिन घीया का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला को बॉडी में सोडियम की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।
  • जिससे थकान व कमजोरी को दूर करने के साथ शिशु के बेहतर विकास में भी मदद मिलती है।

गर्भावस्था में घीया खाने से मिलता है मॉर्निंग सिकनेस से आराम

  • घीया का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला को मॉर्निंग सिकनेस की समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है।
  • साथ ही इससे सिरदर्द, जी मिचलाना जैसी समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है।

गर्भावस्था में घीया का सेवन करने के नुकसान

वैसे तो प्रेग्नेंट महिला को घीया का सेवन करने से कोई नुकसान नहीं होता है। लेकिन घीया का सेवन करते समय दो बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है। ताकि प्रेग्नेंट महिला या शिशु को किसी भी तरह की दिक्कत न हो।

  • एक तो प्रेग्नेंट महिला को कड़वी घीया का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे गर्भपात का खतरा रहता हैं।
  • दूसरी यदि प्रेग्नेंट महिला को यदि घीया का सेवन करने से उल्टी दस्त की समस्या होती है तो महिला को इसका सेवन नहीं करना चाहिए और इसके लिए एक बार डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

तो यह है प्रेग्नेंट के दौरान लौकी का सेवन करने से जुड़े कुछ टिप्स, तो यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आपको भी इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही लौकी की सब्ज़ी के साथ लौकी के जूस को अन्य फलों के रस के साथ मिलाकर , कोफ्ते बनाकर, घीया का रायता बनाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है।

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