जैसे ही पता चले की आप प्रेग्नेंट हैं तो यह 5 चीजें जरूर करें

प्रेगनेंसी कन्फर्म होते ही करें यह जरुरी काम, पीरियड्स मिस होने के बाद हर महिला के मन में यही सवाल आता है की कहीं वो प्रेग्नेंट तो नहीं हो गई है। और इसका पता लगाना आज कल बहुत ही आसान हो गया है क्योंकि महिला अपने घर पर ही प्रेगनेंसी किट लाकर यूरिन का सैंपल लेकर यह जान सकती है की महिला प्रेग्नेंट है या नहीं। और यदि टेस्ट पॉजिटिव आता है तो यह महिला के लिए ख़ुशी की बात होती है। लेकिन इस ख़ुशी में आपको कुछ जरुरी काम करने को नहीं भूलना चाहिए। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी का पता चलते ही महिला को कौन से पांच काम हैं जो जल्दी से जल्दी करने चाहिए।

प्रेगनेंसी कन्फर्म होते ही डॉक्टर से मिलें

  • घर में प्रेगनेंसी टेस्ट के कन्फर्म होने के बाद सबसे पहले महिला को एक अच्छे डॉक्टर का चुनाव करना चाहिए।
  • उसके बाद उन डॉक्टर से मिलना चाहिए।
  • फिर डॉक्टर द्वारा बताई गई सारी जांच करवाने के साथ यदि आपको कोई शारीरिक समस्या है तो उसके बारे में भी डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
  • ताकि प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी तरह की कॉम्प्लीकेशन्स से बचे रहने में मदद मिल सके।
  • डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी दवाइयों को खरीदें।
  • प्रेगनेंसी से जुड़े आपके मन में जो भी सवाल चल रहें हैं या कुछ समझ नहीं आ रहा है तो खुलकर डॉक्टर से बात करें।
  • फिर उसके बाद जब भी डॉक्टर अगली बार डॉक्टर जांच के लिए अपने पास बुलाती है तो समय पर जाना चाहिए।

डाइट चार्ट बनायें

  • खान पान का ध्यान रखना प्रेगनेंसी के दौरान बहुत जरुरी होता है क्योंकि ऐसा करने से प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
  • साथ ही पोषक तत्वों से भरपूर आहार आपके गर्भ में पल रही नन्ही जान के विकास को बेहतर होने में मदद करता है।
  • लेकिन उसके लिए सबसे पहले आपको अपने लिए एक डाइट प्लान बनाना होगा।
  • जैसे की सुबह नाश्ते में किन चीजों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है, दोपहर में किन चीजों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है, रात में कौन से आहार लेने चाहिए, दिन में पानी का कितना सेवन करना है आदि।
  • और ऐसा नहीं है की रोजाना एक ही तरह की डाइट लेनी है बल्कि रोजाना अपनी डाइट में बदलाव करें ताकि खाने की इच्छा को बढ़ावा मिलें।
  • डाइट के समय का भी ध्यान रखें जैसे की सुबह आठ बजे तक नाश्ता कर लें, रात को ज्यादा लेट तक भूखी न रहें।
  • हर एक डाइट में दो से तीन घंटे का अंतराल रखें, और आपके लिए कौन से आहार को लेना फायदेमंद है उसके लिए डॉक्टर से भी राय लें।
  • इसके अलावा प्रेगनेंसी के दौरान आप हरी सब्जियां, अंडे, नॉन वेज, फल, ड्राई फ्रूट्स, साबुत अनाज आदि का सेवन कर सकती हैं।
  • जैसे की नाश्ते में साबुत अनाज, फल व् फलों का रस, ड्राई फ्रूट, डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल करना चाहिए।
  • दोपहर के आहार में रोटी, चावल, हरी सब्ज़ी, दाल, दही, आदि खाना चाहिए, ऐसे ही अपने डाइट प्लान में रोजाना कुछ न कुछ बदलाव भी करते रहना चाहिए।
  • दिन में आठ से दस गिलास पानी भी जरूर पीना चाहिए।
  • लेकिन डाइट प्लान बनाते समय इस बात का ध्यान रखें की अपनी डाइट में केवल उन्ही चीजों को शामिल करें जो प्रेगनेंसी के दौरान फायदेमंद होती है।

प्रेगनेंसी कन्फर्म होते ही दिनचर्या बनायें

  • प्रेगनेंसी कन्फर्म होने के बाद एक महिला की लाइफ पूरी तरह बदल जाती है।
  • क्योंकि अब महिला अकेली नहीं होती है बल्कि गर्भ में पल रहा शिशु भी महिला पर ही निर्भर करता है।
  • और महिला को कुछ भी करने से पहले इस बात का ध्यान रखना पड़ता है की महिला जो भी कर रही है उस चीज का अच्छा या बुरा असर अब केवल महिला पर ही नहीं बल्कि उनके पेट में पल रहें शिशु पर भी पड़ेगा।
  • ऐसे में महिला को प्रेगनेंसी के दौरान कोई परेशानी न हो इसके लिए महिला का रूटीन यानी दिनचर्या अच्छे से मैंटेन होनी चाहिए।
  • और इसके लिए महिला को सुबह किस टाइम उठना है, नाश्ता करना है, व्यायाम कब करना चाहिए, स्नैक्स लेने है, दोपहर का भोजन कब करना है, रात्रि का भोजन कब करना है, दवाइयां कब लेनी हैं , आदि सभी चीजों का एक रूटीन सेट कर लेना चाहिए।
  • यदि महिला का रूटीन सेट हो जाता है और महिला अपनी दिनचर्या को बिगड़ने नहीं देती है।
  • तो ऐसा करने से महिला को प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रहने और प्रेगनेंसी को एन्जॉय करने में मदद मिलती है।

आने वाले बदलाव के लिए रहें तैयार

  • जैसे ही महिला का गर्भधारण होता है वैसे ही बॉडी में हार्मोनल बदलाव होने शुरू हो जाते हैं।
  • जिससे महिला शारीरिक, मानसिक व् भावनात्मक रूप से अपने अंदर बदलाव का अनुभव करती है।
  • लेकिन महिला को इन बदलाव से परेशान नहीं होना चाहिए बल्कि प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में होने वाले बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए।
  • जैसे की हर महिला को पता होता है की समय के साथ महिला का वजन बढ़ेगा जिससे महिला को काम में दिक्कत हो सकती है, डिलीवरी क समय पास आने पर महिला को अकेले रहने में दिक्कत हो सकती है, आदि।
  • तो महिला को इन सभी चीजों के लिए तैयार रहना चाहिए को मदद के लिए घर के किसी सदस्य या कामवाली को रखना चाहिए।
  • नींद में आ रही दिक्कत को दूर करने के लिए प्रेगनेंसी पिल्लो खरीदना चाहिए।
  • पेट के निचले हिस्से व् पीठ के के दर्द से बचाव के लिए मैटरनिटी बेल्ट खरीदनी चाहिए।
  • चलने में कोई दिक्कत न हो इसके लिए आरामदायक जूते चप्पल खरीदने चाहिए।
  • बॉडी का साइज बढ़ने के साथ खुले कपडे खरीदने चाहिए, आदि।
  • मानसिक रूप से होने वाली परेशानी से बचने के लिए योगासन व् मैडिटेशन करना चाहिए, आदि।
  • यदि महिला इन सभी बदलाव के लिए प्रेगनेंसी के दौरान तैयार रहती है तो इससे प्रेगनेंसी और डिलीवरी का समय पास आने पर होने वाली दिक्कतों से बचाव करने में मदद मिलती है।

सही जानकारी इकठ्ठी करें

  • प्रेगनेंसी कन्फर्म होने के बाद महिला को सबसे पहले प्रेगनेंसी से जुडी जानकारी को इक्कठा करना शुरू कर देनी चाहिए।
  • और केवल जानकारी नहीं बल्कि सही जानकारी, क्योंकि यदि आप अपने घर के सदस्यों से जानकारी लेती है तो हर महिला का अपना अलग अलग एक्सपीरियंस हो सकता है।
  • इंटरनेट से आपको अलग जानकारी मिलती है, किताबों में भी प्रेगनेंसी से जुडी जानकारी आपको मिल सकती हैं।
  • ऐसे में जिस भी बात को लेकर आपको समझ न आए उसके बारे में एक बार डॉक्टर से जरूर पूछें।
  • ताकि प्रेगनेंसी की सही जानकारी गर्भवती महिला को मिल सके और प्रेगनेंसी के दौरान महिला को हर लक्षण हर बदलाव को समझने में मदद मिल सके।
  • और ऐसा भी जरुरी नहीं होता है की प्रेगनेंसी के दौरान जैसा दूसरों के साथ हुआ है वैसा आपके साथ भी हो, इसीलिए दूसरों की बातों को ज्यादा न सोचकर प्रेगनेंसी में आपको अपने अच्छे से ध्यान रखना चाहिए।

तो यह हैं वो पांच काम जो आपको तुरंत ही करने चाहिए जब आपको पता चले की आप प्रेग्नेंट हैं। यदि आप प्रेगनेंसी के दौरान इन बातों का ध्यान रखती हैं तो ऐसा करने से गर्भावस्था के दौरान आपको होने वाली परेशानियों से बचे रहने में मदद मिलती है।

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