प्रेगनेंसी में कितना और कैसे खाएं बादाम ताकि नुकसान नहीं हो?

प्रेगनेंसी के दौरान महिला किसी भी चीज का सेवन करने से पहले यह सोचती है की महिला वह खाएं या नहीं। और महिला का ऐसा करना और खान पान में सावधानी बरतना बिल्कुल ठीक भी है। क्योंकि महिला प्रेगनेंसी के दौरान जो भी खाती है उसका सीधा असर गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। आज इस आर्टिकल में हम प्रेगनेंसी के दौरान बादाम का सेवन करने के बारे में बात करने जा रहे हैं। क्योंकि यदि महिला का प्रेगनेंसी के दौरान यदि बादाम खाने का मन करता है तो उससे पहले महिला का बादाम के प्रति सारी जानकारी होना बहुत जरुरी होता है।

गर्भावस्था के दौरान बादाम खाना चाहिए या नहीं?

आयरन, कैल्शियम, फाइबर, फोलेट व् अन्य पोषक तत्वों से भरपूर बादाम का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान किया जा सकता है। और यह सभी पोषक तत्व गर्भवती महिला को हेल्दी रखने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु को स्वस्थ रखने में भी मदद करते हैं। लेकिन यदि महिला को बादाम खाने से किसी भी तरह की सेहत सम्बन्धी परेशानी होती हो तो गर्भवती महिला को बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए।

प्रेगनेंसी के दौरान कितने बादाम खाने चाहिए?

गर्भावस्था में प्रतिदिन चार से छह बादाम खाना सेफ होता है। प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में महिला को बादाम का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर थोड़ी गर्म होती है ऐसे में महिला दो से तीन बादाम खा सकती है। लेकिन उसके बाद महिला चार से छह बादाम खा सकती है।

किस तरह बादाम का सेवन करना है गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद?

गर्भवती महिला एक तरीके से नहीं बल्कि कई तरीके से बादाम का सेवन कर सकती है। जैसे की महिला बादाम को कच्चे खा सकती है, बादाम को भिगोकर महिला बादाम का सेवन कर सकती है, खीर, हलवे आदि में डालकर महिला बादाम का सेवन कर सकती है, बादाम को घी में भुनने के बाद भी महिला बादाम का सेवन कर सकती है। ऐसे में जो भी तरीका महिला को पसंद हो महिला उसी तरीके से बादाम का सेवन कर सकती है। क्योंकि इन सभी तरीको से बादाम खाने पर महिला को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है।

प्रेगनेंसी में बादाम खाने के फायदे

गर्भावस्था के दौरान यदि महिला बादाम का सेवन करती है तो इससे एक नहीं बल्कि कई फायदे माँ और बच्चे दोनों को मिलते हैं। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी में बादाम खाने से कौन कौन से फायदे प्रेग्नेंट महिला और शिशु को मिलते हैं।

फोलिक एसिड

बादाम फोलिक एसिड का बेहतरीन स्त्रोत होता है जो गर्भ में पल रहे शिशु के मानसिक विकास को बेहतर करने में मदद करता है। साथ ही इससे गर्भ में पल रहे शिशु को होने वाले जन्म दोष के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।

कैल्शियम

कैल्शियम से भरपूर बादाम का सेवन करने से गर्भवती महिला की हड्डियों को मजबूती मिलने के साथ दांतों को भी मजबूत रहने में मदद मिलती है। इसके अलावा कैल्शियम गर्भ में पल रहे शिशु की हड्डियों के बेहतर विकास और दांतों के बेहतर विकास में भी मदद करता है।

आयरन

गर्भावस्था के दौरान आयरन की कमी होने के कारण गर्भवती महिला और शिशु दोनों को परेशानी होने का खतरा होता है। ऐसे में यदि महिला बादाम का सेवन करती है तो इससे महिला के शरीर में आयरन की कमी को पूरा होने में मदद मिलती है जिससे आयरन की कमी के कारण माँ व् बच्चे को होने वाली परेशानियों से निजात मिलता है।

फाइबर

बादाम फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत भी होता है ऐसे में बादाम का सेवन करने से गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली पाचन सम्बन्धी परेशानियों से निजात पाने में मदद मिलती है।

ऊर्जा मिलती है

गर्भावस्था के दौरान महिला को थकान व् कमजोरी महसूस होना आम बात होती है लेकिन यदि महिला बादाम का सेवन करती है तो इससे महिला को भरपूर ऊर्जा मिलती है।

तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान बादाम का सेवन करने से जुड़े टिप्स और बादाम खाने के फायदे, ऐसे में यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आप भी प्रेगनेंसी के दौरान बादाम का सेवन जरूर करें। ताकि आपको और आपके होने वाले बच्चे को बादाम के बेहतरीन फायदे मिल सके।

Benefits of eating almond in pregnancy

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