गर्भवती महिला को चिकन खाना फायदेमन्द होता है या मटन

प्रेगनेंसी में नॉन वेज

गर्भवस्था के दौरान महिला को अपने आहार का अच्छे से ध्यान रखना पड़ता है ताकि गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास में मदद मिल सके। ऐसे में खान पान में महिला वेज के साथ नॉन वेज को को भी शामिल कर सकती है यदि महिला नॉन वेज का सेवन करती है तो। क्योंकि नॉन वेज में आयरन, फोलिक एसिड, फोलेट आदि पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो न केवल महिला को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास के साथ शिशु को जन्म दोष के खतरे से सुरक्षित रखने में भी मदद करते हैं। लेकिन नॉन वेज का सेवन करते हुए कुछ बातों का ध्यान अच्छे से रखना चाहिए जैसे की अच्छे से पकाकर इसका सेवन करें, बासी नॉन वेज का सेवन नहीं करना चाहिए, पकाने से पहले अच्छे से धोने के बाद इसका उपयोग करना चाहिए, आदि।

गर्भावस्था में चिकन ज्यादा फायदेमंद होता है या मटन

गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान नॉन वेज का सेवन कर सकती है लेकिन इस दौरान चिकन का सेवन ज्यादा फायदेमंद होता है या मटन का, इसे लेकर महिला परेशान हो सकती है। तो यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं और नॉन वेज के चक्कर में परेशान हैं तो लीजिये अब हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जिससे आपको यह जानने में आसानी होगी की प्रेगनेंसी के दौरान चिकन ज्यादा फायदेमंद होता है या मटन।

मटन

प्रेगनेंसी के दौरान यदि आप मटन का सेवन करती हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें मौजूद जिंक, विटामिन, आयरन, प्रोटीन आदि प्रेग्नेंट महिला के लिए फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से खून की कमी दूर होने के साथ हड्डियों व् मांसपेशियों को मजबूती मिलने में भी मदद मिलती है। लेकिन मटन का सेवन करने से महिला को कुछ परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। जैसे की इसे पचाने में महिला को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है, कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होने के कारण यह गर्भवती महिला के लिए परेशानी का कारण बन सकता हैं खासकर जो महिलाएं शुगर या दिल की बिमारी से परेशान होती है।

चिकन

गर्भवती महिला के लिए प्रेगनेंसी में चिकन का सेवन करना मटन के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद होता है। क्योंकि चिकन में पोषक तत्व भरपूर भरपूर मात्रा में मौजूद होते है जो गर्भवती महिला और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही चिकन को महिला को पचाने में मुश्किल नहीं होती है, यह भ्रूण और महिला दोनों की हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद होता है, इससे महिला को मूड स्विंग्स की समस्या से निजात मिलने के साथ तनाव जैसी परेशानी से राहत पाने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा चिकन में फॉस्फोरस, सेलेनियम जैसे पोषक तत्व भी प्रचुर मात्रा में होते है। और सेलेनियम गर्भवती महिला को थायरॉयड से बचाव, हार्मोनल बैलेंस, मेटाबोलिज्म, और इम्युनिटी को बेहतर बनाएं रखने में मदद मिलती है।

इसीलिए यदि आप भी प्रेगनेंसी के दौरान चिकन या मटन का सेवन करने की सोच रही हैं तो मटन से बेहतर है की आपको चिकन का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आपको हो सके तो प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में नॉन वेज के सेवन से बचना चाहिए ।

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