क्या घी खाने से डिलीवरी आसान होती है?

प्रेगनेंसी में घी

घी पोषक तत्वों से भरपूर होता है ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को इसका सेवन करना चाहिए या नहीं इसे लेकर गर्भवती महिला के मन में सवाल आ सकता है। तो लीजिये आज हम आपको प्रेगनेंसी में घी का सेवन करने से जुडी कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिससे आपको यह जानने में आसानी होगी की प्रेगनेंसी में घी का सेवन करना चाहिए या नहीं। गर्भावस्था के समय यदि महिला कमजोर है या महिला का वजन कम है तो महिला को घी का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि घी में मौजूद पोषक तत्व महिला को फिट रखने और वजन बढ़ाने में मदद करते हैं साथ ही इससे गर्भ में शिशु का विकास भी बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। यदि प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही या दूसरी तिमाही में अल्ट्रासॉउन्ड में दौरान आपको यह पता चलता है की शिशु का वजन सामान्य से कम है।

तो भी गर्भवती महिला को अपनी डाइट में घी का सेवन करना चाहिए, क्योंकि घी का सेवन करने से शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। लेकिन यदि प्रेग्नेंट महिला का वजन पहले से ही अधिक है तो गर्भवती महिला को घी का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि घी में वसा की मात्रा अधिक होती है ऐसे में महिला का वजन और अधिक बढ़ सकता है, और प्रेग्नेंट महिला का जरुरत से ज्यादा वजन होना गर्भवती महिला के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी खतरा बन सकता है। इसके अलावा यदि शिशु का वजन गर्भ में सही है लेकिन फिर भी आप बहुत ज्यादा मात्रा में घी का सेवन कर रही है तो शिशु का वजन भी जरुरत से ज्यादा बढ़ सकता है जिसके कारण शिशु को गर्भ में परेशानी का अनुभव हो सकता है। साथ ही यदि महिला को उल्टी, जी मिचलाने जैसी समस्या अधिक रहती है तो भी गर्भवती महिला को घी के सेवन से परहेज करना चाहिए।

क्या घी खाने से डिलीवरी में कम परेशानी होती है?

प्रेगनेंसी के समय घी खाने से गर्भवती महिला और शिशु को फायदा मिलता है यह तो बिल्कुल सच है। और पुराने समय से ही प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में महिला को भरपूर घी का सेवन करने की सलाह दी जाती थी क्योंकि बुर्जुग महिलाओं का ऐसा मानना था की यदि प्रसूति को घी खिलाया जाये तो इससे नोर्मल डिलीवरी होने में मदद मिलती है। साथ ही डिलीवरी के दौरान होने वाली पीड़ा को भी कम करने में मदद मिलती है क्योंकि घी का सेवन करने से गर्भाशय की सतह में चिकनाहट बढ़ती है जिससे महिला को डिलीवरी के दौरान कम परेशानी का सामना करना पड़ता है। और यह नुस्खा आज तक इस्तेमाल किया जाता है और कई केस में इसका सफल असर भी देखने को मिलता है।

लेकिन किसी तरह की रिसर्च में यह बात पूरी तरह साफ़ नहीं की गई है। ऐसे में घी का सेवन गर्भवती महिला को करना चाहिए ताकि गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके। क्योंकि गर्भवती महिला जितनी स्वस्थ रहेगी उतना ही शिशु का विकास अच्छे से होगा और साथ ही डिलीवरी के समय आने वाली परेशानियों को भी कम करने में मदद मिलेगी। लेकिन घी का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से घी का सेवन कितना और कब करना चाहिए या गर्भवती महिला को वजन के अनुसार इसका सेवन करना चाहिए या नहीं इस बारे में जरूर पूछना चाहिए। ताकि गर्भवती महिला को घी का सेवन करने से भरपूर फायदा मिल सके।

प्रेग्नेंट महिला घी का सेवन कैसे करें

गर्भवती महिला को यदि घी का सेवन करती है तो खाने में घी का इस्तेमाल किस तरह से किया जा सकता है इस बारे में भी गर्भवती महिला को अच्छे से पता होना चाहिए। तो आइये अब जानते हैं की गर्भवती महिला को घी का सेवन किस तरह से करना चाहिए।

  • रोटी के ऊपर घी लगाकर गर्भवती महिला इसका सेवन कर सकती है।
  • दाल या सब्ज़ी के ऊपर एक चम्मच घी डालकर घी का सेवन किया जा सकता है।
  • चावल, खिचड़ी, दलिया आदि के ऊपर एक या दो चम्मच घी डालकर घी का सेवन किया जा सकता है।
  • एक कप दूध में घी डालकर भी घी का सेवन किया जा सकता है ।
  • लड्डू को घी डालकर बनाने के बाद भी घी का सेवन किया जा सकता है।

प्रेगनेंसी में घी का सेवन करने के फायदे

  • प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला सिमित मात्रा में घी का सेवन कर सकती है, और यदि महिला जरुरत के अनुसार घी का सेवन करती है। तो घी का सेवन करने से गर्भवती महिला के साथ गर्भ में पल रहे शिशु को भी फायदा मिलता है। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी में घी का सेवन करने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।
  • घी में पोषक तत्वों की मात्रा भरपूर होती है ऐसे में घी का सेवन करने से गर्भवती महिला को पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिलते हैं। जिससे गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर शारीरिक और मानसिक विकास में भी मदद मिलती है।
  • घी का सेवन करने से गर्भवती महिला की पाचन क्रिया को बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलती है जिससे महिला को कब्ज़ जैसी समस्या से प्रेगनेंसी के दौरान निजात पाने में मदद मिलती है।
  • गर्भवती महिला को कमजोरी,थकान, कम वजन की समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है।
  • प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में घी का सेवन करने से गर्भवती महिला को डिलीवरी के दौरान आने वाली परेशानी को कम करने के साथ शिशु के बेहतर विकास में मदद मिलती है।
  • तनाव जैसी परेशानी से निजात मिलता है और साथ ही मूड को खुश रखने में मदद मिलती है।

तो यह है प्रेगनेंसी के दौरान घी का सेवन करने से जुड़े कुछ टिप्स ऐसे में गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान घी का सेवन सिमित मात्रा में कर सकती है। लेकिन महिला को अपने वजन का ध्यान जरूर रखना चाहिए। साथ ही गर्भवती महिला को मार्किट में लिए घी की जगह घर में बने घी का सेवन करना चाहिए।

Leave a Comment