प्रेगनेंसी में नमक खाना कितना जरुरी होता है

नमक का इस्तेमाल सब्जी के जायके को बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं की सब्ज़ी का जायका बढ़ाने के साथ नमक का सेवन करने से बॉडी में होने वाली बहुत सी परेशानियों से बचे रहने में मदद मिलती है। और प्रेगनेंसी के दौरान यदि गर्भवती महिला नमक का सेवन जरुरत के अनुसार करती है तो इससे गर्भवती महिला को बहुत सी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं से निजात पाने के साथ गर्भ में पल रहें शिशु के बेहतर विकास में भी मदद मिलती है। लेकिन नमक का सेवन प्रेग्नेंट महिला को जरुरत के अनुसार करने पर जितना फायदा मिलता है उतना ही नुकसान गर्भवती महिला को नमक अधिक सेवन करने से हो सकता है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान नमक का सेवन करते समय इस बात का ध्यान रखना बहुत जरुरी की नमक का सेवन कितनी मात्रा में करना प्रेगनेंसी के दौरान सही होता है।

प्रेगनेंसी में नमक का सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए?

सोडियम का सिमित मात्रा में सेवन करना गर्भवती महिला के लिए बहुत जरुरी होता है क्योंकि यदि जरुरत से ज्यादा या जरूरत से कम यदि नमक का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान किया जाए तो ये नुकसानदायक हो सकता है। गर्भवती महिला एक दिन में चार से छह ग्राम तक नमक का सेवन कर सकती है, यानी की लगभग एक चम्मच से थोड़ा कम। साथ ही यदि महिला हाई ब्लड प्रैशर की समस्या यदि प्रेगनेंसी के दौरान होती है या महिला इस समस्या से पहले से ही परेशान है तो महिला को नमक का सेवन और भी कम कर देना चाहिए।

प्रेगनेंसी में नमक का सेवन करने के फायदे

जिस तरह गर्भवती महिला को सभी पोषक तत्वों की जरुरत प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी को स्वस्थ रखने के लिए होती है उसी तरह सोडियम का भी गर्भवती महिला के शरीर में होना बहुत जरुरी होता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला को नमक का सेवन करने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।

मांसपेशियों को राहत: गर्भावस्था के दौरान महिला को मांसपेशियों में आई कमजोरी के कारण कमर व् बॉडी में अन्य पार्ट्स में दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में नमक का सेवन करने से मांसपेशियों में आई कमजोरी को दूर करने में मदद मिलती है।

तरल पदार्थ: सोडियम के कारण शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा को भरपूर बनाये रखने में मदद मिलती है, जिससे गर्भवती महिला को एनर्जी मिलने के साथ भ्रूण के विकास में भी मदद मिलती है।

गर्भपात: गर्भवती महिला के शरीर में सोडियम की मात्रा यदि भरपूर होती है तो इससे मिसकैरिज जैसी परेशानी से गर्भवती महिला को बचाने में मदद मिलती है।

भ्रूण का विकास: गर्भ में पल रहें शिशु के मस्तिष्क व् तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए भी गर्भवती महिला के शरीर में आयोडीन का होना बहुत जरुरी होता है।

प्रेगनेंसी में नमक खाने के नुकसान

यदि गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान जरुरत के अनुसार नमक का सेवन करती है तो इससे महिला को भरपूर फायदा मिलता है। लेकिन यदि महिला जरुरत से ज्यादा नमक का सेवन करती है तो इसके कारण गर्भवती महिला को नुकसान भी पहुँच सकता है। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान अधिक नमक खाने के नुकसान क्या हो सकते हैं।

सूजन: नमक का अधिक सेवन करने से शरीर में पानी जमा होने लगता है जिसके कारण गर्भवती महिला को सूजन जैसी समस्या से प्रेगनेंसी के दौरान अधिक परेशान होना पड़ सकता है। इसके कारण महिला को हाथों, पैरों, चेहरे आदि पर सूजन की समस्या हो सकती है।

हाई ब्लड प्रैशर: सोडियम का सेवन जरुरत से अधिक करने के कारण गर्भवती महिला को हाई ब्लड प्रैशर जैसी परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। और प्रेग्नेंट महिला का हाई ब्लड प्रैशर से परेशान होना गर्भवती महिला के लिए ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहें शिशु के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है।

कैल्शियम की कमी: नमक का अधिक सेवन करने से बॉडी से कैल्शियम यूरिन के रास्ते बाहर निकलने लगता है जिसके कारण गर्भवती महिला को कैल्शियम की कमी के कारण परेशानी हो सकती है।

प्रेगनेंसी में काला नमक

काला नमक का सेवन भी प्रेगनेंसी के दौरान किया जा सकता है क्योंकि काले नमक का सेवन करने से पेट सम्बन्धी समस्या जैसे कब्ज़, सीने में जलन आदि परेशानियों से गर्भवती महिला को निजात पाने में मदद मिलती है। लेकिन यदि गर्भवती महिला हाई ब्लड प्रैशर की समस्या से परेशान है तो आपको काला नमक का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके कारण गर्भवती महिला की यह परेशानी बढ़ सकती है।

प्रेगनेंसी में सेंधा नमक

सेंधा नमक का सेवन भी गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान कर सकती है क्योंकि इसमें मौजूद गुण भी प्रेग्नेंट महिला को बहुत सी परेशानियों से निजात दिलाने में मदद करते हैं। जैसे की पाचन क्रिया को बेहतर रखना, ब्लड प्रैशर को नोर्मल रखना, गेस्टेशनल डाइबटीज के खतरे को कम करना, मांसपेशियों से जुडी समस्या से राहत, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना जिससे प्रेग्नेंट महिला और भ्रूण को संक्रमण से सुरक्षित रहने में मदद मिल सके, अनिद्रा की समस्या से बचाव, वजन कण्ट्रोल करना, आदि। तो इन सभी परेशानियों से प्रेगनेंसी के दौरान सुरक्षित रहने के लिए प्रेग्नेंट महिला सेंधा नमक का सेवन भी कर सकती है।

तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान नमक का सेवन करने से जुड़े कुछ टिप्स, ऐसे में गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने के लिए और गर्भ में पल रहें शिशु के बेहतर विकास के लिए नमक का सेवन प्रेगनेंसी में जरुरत के अनुसार ही करना चाहिए।

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