शिशु को उल्टी दस्त की समस्या
छोटे बच्चों की केयर में बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है क्योंकि इनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण यह आसानी से किसी भी रोग की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में शिशु के लिए इस्तेमाल की गई हर चीज में साफ़ सफाई का ध्यान रखने के साथ उसके आस पास आने वाले लोगो को भी साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरुरत होती है। क्योंकि शिशु जिन चीजों को हाथ में पकड़ते हैं जैसे की खिलोने आदि, जो भोजन खाते हैं उसमे यदि साफ़ सफाई का ध्यान न रखा जाये, गंदे हाथ से शिशु को भोजन खिलाया जाये तो हाथ या खाने के माध्यम से यह कीटाणु शिशु की बॉडी में प्रवेश कर जाते हैं। जिसके कारण शिशु की उल्टी दस्त जैसी समस्या हो सकती है। जिसके कारण शिशु काफी कमजोर भी हो सकता है।
शिशु को उल्टी दस्त होने के कारण
छोटे बच्चों को उल्टी दस्त की समस्या के होने का कोई एक कारण नहीं होता है बल्कि ऐसे बहुत से कारण हैं जिनकी वजह से शिशु को यह समस्या हो सकती है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की शिशु को उल्टी व् दस्त की समस्या के होने के कौन कौन से कारण हो सकते हैं।
माँ का दूध
जो शिशु माँ का दूध पीते हैं उन्हें दूध के जरिये माँ के खान पान वाले भोजन के पोषक तत्व ही पहुंचाएं जाते हैं। ऐसे में यदि कई बार महिला कुछ ऐसा आहार खा लेती है जो की अच्छे से पका नहीं होता है, जिसे खाने से गैस की समस्या होती है, बासी या ठंडे आहार का यदि महिला सेवन कर लेती है, ज्यादा मसालें वाले आहार का यदि महिला सेवन करती है, आदि। तो ऐसे भोजन को पचाने में शिशु को परेशानी हो सकती है जिसके कारण शिशु को गैस, पेट में दर्द, उल्टी, दस्त जैसी परेशानी हो सकती है।
संक्रमण
छोटे बच्चे जिस भी चीज को देखते हैं उसे मुँह में लेने की कोशिश करते हैं, ऐसे में शिशु के आस पास साफ़ सफाई का ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है। लेकिन यदि कई बार गंदे खिलोने को मुँह में लेने से गंदे हाथों से खाना खाने से उसके कीटाणु बॉडी में पहुँच जाते हैं। जिसके कारण शिशु को पेट में संक्रमण की समस्या हो सकती है। और शिशु उल्टी व् दस्त के कारण परेशान हो सकता है।
मीठा
बच्चों को अधिक मीठी चीजों का सेवन करवाने या फल और जूस को बहुत अधिक मात्रा में देने के कारण भी शिशु को उल्टी व् दस्त की समस्या हो सकती है। क्योंकि इसमें फ्रुक्टोज और सुक्रोज की मात्रा अधिक होती है, और हर शिशु की पाचन क्षमता अलग अलग होती है, ऐसे में जो शिशु इसे आसानी से हज़म नहीं कर पाते हैं उन्हें उल्टी व् दस्त की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
गर्मी का मौसम
अधिकतर शिशु गर्मी के मौसम में इस समस्या से परेशान हो सकते हैं। क्योंकि अधिक गर्मी के कारण शिशु के बॉडी के तापमान में फर्क आने के कारण ऐसा हो सकता है। ऐसे में शिशु को इस परेशानी से बचाने के लिए आपको शिशु के शरीर में पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए साथ ही शिशु को गर्मी से बचाकर रखना चाहिए।
दवाइयां
शिशु के जन्म के बाद उसे कुछ एंटीबायोटिक दवाइयां देने के लिए डॉक्टर कह सकता है। कई बार इन्ही दवाइयों के कारण शिशु को उल्टी व् दस्त की दिक्कत हो सकती है ऐसे में यदि आपको लगे की दवाई के कारण यह परेशानी हो रही है तो इसके लिए एक बार डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए।
दूध
जो शिशु माँ का दूध नहीं पीते हैं उन्हें डिब्बे वाला दूध पानी में मिलाकर दिया जाता है। लेकिन यदि पानी साफ़ न हो या बोतल अच्छे से धुला हुआ न हो तो इसके कारण पानी में मौजूद कीटाणु या बोतल में मौजूद कीटाणु बॉडी में पहुँच जाते हैं। जिसके कारण शिशु को उल्टी दस्त की समस्या हो सकती है।
दांत निकलते समय
बहुत से शिशु में यह परेशानी दांत निकलते समय देखी जाती है, ऐसा इसीलिए होता है जब शिशु के दांत निकल रहे होते है तो शिशु हर एक चीज को मुँह में लेता है। ऐसे में बेड बैक्टेरिया के बॉडी में प्रवेश कर जाने के कारण शिशु को यह परेशानी हो सकती है।
तो यह हैं कुछ कारण जिनकी वजह से शिशु को उल्टी दस्त की परेशानी हो सकती है। ऐसे में शिशु को इस परेशानी से बचाने के लिए खाने पीने के साथ खिलोने व् शिशु के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हर चीज में साफ़ सफाई का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। साथ ही इसके लिए एक बार डॉक्टर से भी राय लेनी चाहिए ताकि शिशु के बेहतर विकास में मदद मिल सके।