प्रेग्नेंट महिला को कौन से टीके लगवाना जरुरी होता है?

प्रेगनेंसी में टीकाकरण

गर्भवती महिला की बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिला की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ सकती है। जिसके कारण प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को संक्रमण होने का खतरा रहता है। और यदि गर्भवती महिला किसी तरह के संक्रमण से परेशान होती है तो इसका बुरा असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ सकता है। ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान महिला की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए टीकाकरण करवाना बहुत जरुरी होता है। प्रेगनेंसी की शुरुआत में ही डॉक्टर आपको कौन कौन सी जांच करवानी है और कौन से टीके प्रेगनेंसी के दौरान लगवाने जरुरी होते हैं इस बारे में बता देते हैं।

प्रेगनेंसी के दौरान टीकाकरण करवाना बिल्कुल सेफ होता है, और डॉक्टर्स भी आपको वही टीके लगवाने की सलाह देते हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान जरुरी होते हैं। और टीकाकरण के लिए आपको गर्भावस्था के एक अच्छे डॉक्टर से ही टीकाकरण करवाना चाहिए, और टीकाकरण करवाते समय इंजेक्शन की साफ़ सफाई और एक्सपाइरी डेट का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि यदि आप टीकाकरण किसी ऐसी जगह से करवाते हैं जहां साफ़ सफाई नहीं है, तो इससे भी आपको संक्रमण कम होने की बजाय बढ़ने का खतरा हो सकता है, इसीलिए टीकाकरण करवाते समय इन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।

प्रेगनेंसी में टीकाकरण करवाने से शिशु को कोई नुकसान तो नहीं होता है?

गर्भावस्था के दौरान टीकाकरण करवाने से शिशु पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। बल्कि जो टीके प्रेगनेंसी के दौरान लगाए जाते हैं वो टीके गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को प्रेगनेंसी के दौरान हर समस्या से बचाने में मदद मिल सके इसीलिए लगाए जाते हैं। लेकिन टीके लगवाते समय आपको इस बात का ध्यान रखना है की किसी अच्छे प्रेगनेंसी के डॉक्टर से ही अपना ट्रीटमेंट लें। साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले टीकाकरण को समय पर करवाए इसमें किसी भी तरह की देरी न करें, क्योंकि यदि आप टीकाकरण को नज़रअंदाज़ करती है तो इससे प्रेगनेंसी के दौरान महिला और शिशु दोनों को परेशानी होने का खतरा रहता है।

गर्भावस्था में कौन कौन से टीके लगवाने जरुरी होते है?

प्रेगनेंसी के दौरान जो भी टीके लगवाने जरुरी होते है इसके लिए प्रेगनेंसी की शुरुआत से ही डॉक्टर आपको बताना शुरू कर देते हैं। ताकि गर्भवती महिला का टीकाकरण सही समय पर हो सके और प्रेगनेंसी के दौरान महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान कौन से टीके लगवाने जरुरी होते हैं।

डीटीपी का टीका

डीटीपी यानी डिप्थीरिया, टेटेनस, पर्टुसिस का टीका गर्भवती महिला को लगाया जाता है। यह टीका गर्भ में पल रहे शिशु के लिए बहुत जरुरी होता है। क्योंकि यह गर्भ में पल रहे शिशु को काली खांसी जैसी गंभीर बिमारी से सुरक्षित रहने में मदद करता है। रिसर्च के अनुसार यदि यह टीका गर्भवती महिला को नहीं लगाया जाता है तो इससे गर्भ में पल रहे शिशु को बहुत ज्यादा रिस्क होता है।

फ्लू

बरसात के मौसम में फ्लू का खतरा सबसे अधिक होता है और यदि गर्भवती महिला को फ्लू हो जाता है तो इसके कारण गर्भवती महिला को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। और बॉडी में हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण महिला की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है जिससे महिला को फ्लू का खतरा अधिक रहता है। ऐसे में गर्भवती महिला को फ्लू के खतरे से सुरक्षित रखने के लिए फ्लू का टीका भी लगाया जाता है।

हेपेटाइटिस बी

हेपेटाइटिस बी का इंजेक्शन भी गर्भवती महिला को जरूर लगाया जाता है। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला को यह परेशानी होने का खतरा अधिक होता है। साथ ही इस इंजेक्शन के लगवाने से महिला और शिशु को डिलीवरी के बाद भी संक्रमण से बचाव करने में मदद मिलती है।

अन्य टीके

यदि प्रेगनेंसी के दौरान महिला को स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक्कत हो या महिला को कोई और परेशानी हो तो इसके कारण और टीके भी लगाए जा सकते हैं। लेकिन इन टीको की जानकारी आपको डॉक्टर द्वारा दी जाती है।

टीकाकरण के बाद गर्भवती महिला इन बातों का ध्यान रखें

गर्भवती महिला को टीकाकरण करवाने के बाद कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए ताकि इंजेक्शन लगवाने के बाद महिला को किसी तरह की समस्या न हो।

  • इंजेक्शन लगवाने के बाद कम से कम आधे घंटे तक महिला को हॉस्पिटल में ही रुकना चाहिए, ताकि टीका लगने के कारण यदि कोई भी परेशानी हो तो समय पर डॉक्टर की मदद मिल सके।
  • इंजेक्शन लगाने के बाद महिला को उस जगह पर खुजली करने से बचना चाहिए। क्योंकि खुजली करने के कारण महिला को इन्फेक्शन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
  • यदि टीका लगी जगह पर लालिमा या सूजन महसूस हो तो महिला को उस जगह की ठन्डे पानी से सिकाई करनी चाहिए। ताकि गर्भवती महिला को उससे आराम मिल सके।
  • किसी भी तरह की दवाई का इस्तेमाल इंजेक्शन वाली जगह के लिए नहीं करना चाहिए।

तो यह है गर्भवती महिला के टीकाकरण से जुडी जानकारी, तो यदि आप भी गर्भवती है या प्रेगनेंसी की प्लानिंग कर रही हैं तो आपको भी इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए। की प्रेगनेंसी के दौरान सही समय पर अपना टीकाकरण जरूर करवाए। ताकि प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले संक्रमण की समस्या से निजात पाने में मदद मिल सके।

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