चंद्र ग्रहण जुलाई 2019 : गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें ध्यान

Chandra Grahan 2019

चंद्र ग्रहण आकाश में घटित होने वाले एक खगोलीय घटना है जो तब होती है जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा एक ही रेखा में आ जाते हैं। सूर्य की छाया पृथ्वी पर पड़ती है और पृथ्वी की प्रच्छाया चन्द्रमा पड़ती है जिससे कुछ घंटों के लिए चाँद लाल हो जाता है। और जैसे ही दोनों ग्रह अपनी स्थिति बदलते हैं ग्रहण समाप्त हो जाता है। आज हम आपको 2019 चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना है वो बता रहे हैं।

प्रेग्नेंसी के दौरान चंद्र ग्रहण

गर्भवती महिलाओं को सूतक और ग्रहण काल के दौरान खास सावधानी बरतनी चाहिए। अगर आप उन क्षेत्रों में रहती हैं जहाँ चंद्र ग्रहण दिखने वाला है तो आपको खास सावधानी बरतनी होगी। ताकि गर्भ में पल रहे शिशु पर ग्रहण का प्रभाव ना पड़ें। क्यूंकि ग्रहण का प्रभाव सबसे ज्यादा गर्भवती महिला पर ही होता है और शिशु के लिए अच्छा नहीं होता। भारतीय समय के अनुसार, जुलाई में चंद्र ग्रहण आधी रात को लग रहा है। जो भारत में दिखाई देगा। इसलिए खास सावधानी बरतनी होगी खासकर गर्भवती महिलाओं को।

क्या नहीं करना चाहिए आपको चंद्र ग्रहण के दौरान

बाहर नहीं जाएं

चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को चंद्र ग्रहण की छाया में नहीं जाना चाहिए और उसकी रौशनी में भी नहीं जाना चाहिए। क्यूंकि चंद्र ग्रहण के दौरान वायुमंडल में हानिकारक किरणें फैली होती है। ऐसे में चन्द्रमा की रौशनी में जाना आपकी और गर्भ में पल रहे शिशु की त्वचा को प्रभावित कर सकता है। इसलिए चन्द्रमा की रौशनी में नहीं जाएं।

कुछ खाएं नहीं और बनाएं नहीं

ग्रहण के दौरान, गर्भवती महिला को कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए और ना ही बनाना चाहिए। क्यूंकि ग्रहण के दौरान वातावरण में दूषित किरणें फैली होती है जो खाने को दूषित कर देती हैं। अगर आप ग्रहण में रखे हुए भोजन को खाती हैं तो आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए ग्रहण के समय रखा हुआ खाना नहीं खाएं।

नुकीली चीजों से बचें

ग्रहण शुरू होने के बाद गर्भवती महिला किसी भी तरह की नुकीली चीज का इस्तेमाल नहीं करें। और कुछ काटें या सिलें नहीं। माना जाता है ऐसा करने से गर्भ में शिशु को नुकसान पहुंचता है।

साज-सज्जा से बचें

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को श्रृंगार करना, बाल बनाना, तेल लगाना आदि कार्यों से भी परहेज करना चाहिए। ग्रहण के दौरान इन सब कार्यों को करना गर्भ में पल रहे शिशु के लिए सही नहीं माना जाता।

सोएं नहीं

ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाएं सोएं नहीं। क्यूंकि ग्रहण के दौरान सोने से गर्भ में पल रहे शिशु पर असर पड़ता है। इस दौरान महिला को केवल आराम से बैठ जाना चाहिए। कभी भूलकर भी चन्द्रमा के डायरेक्ट कॉन्टैक्ट में नहीं आएं।

चंद्र ग्रहण 2019 कब से कब तक है?

16 जुलाई 2019 का खंडग्रास चंद्रग्रहण भारत में पूरी तरह दिखाई देगा। 16 जुलाई का चंद्र ग्रहण मध्यरात्रि 01 बजकर 37 मिनट से आरंभ होगा। जो रात 03 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगा। ये ग्रहण कुल 2 घंटे 44 मिनट तक रहेगा।

16 जुलाई के चंद्र ग्रहण का सूतक शाम 04 बजकर 37 मिनट से लग जाएगा। इसलिए गर्भवती महिलायें सूतक काल से ही परहेज करना शुरू कर दें।

2019 चंद्र ग्रहण कहाँ-कहाँ दिखाई देगा?

जुलाई महीने का चंद्रग्रहण भारत में पूर्ण रूप से दिखाई देगा। यह ग्रहण एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिणी अमेरिका, यूरोप में भी दिखाई देगा। इसलिए अगर आप उन क्षेत्रों में रहती हैं जहाँ चंद्र ग्रहण दिखने वाला है तो आपको खास सावधानी बरतनी होगी। अगर आप इस विडिओ में बताई गयी सभी बातों का ध्यान रखेंगी तो आपके गर्भ पर ग्रहण का दुष्प्रभाव नहीं पडेगा।

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