प्रेगनेंसी के नौवें महीने में हाथों पैरों और मुँह पर सूजन होने के कारण और उपाय

गर्भावस्था के दौरान महिला को बहुत सी शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जिसमे से एक समस्या होती है सूजन की समस्या, और इस समस्या का होना प्रेगनेंसी के दौरान आम बात होती है। प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में महिला को इस परेशानी का सामना अधिक करना पड़ सकता है।

अधिकतर गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी के समय पैरों में सूजन की समस्या होती है। जबकि कुछ महिलाओं को हाथों व् मुँह पर भी सूजन की समस्या हो सकती है। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानते हैं की सूजन की समस्या होने के क्या कारण होते हैं, और किस तरह महिला इस परेशानी से निजात पा सकती है।

गर्भावस्था में सूजन होने के कारण

प्रेगनेंसी के दौरान पैरों में सूजन की समस्या होने के बहुत से कारण होते हैं। और कुछ महिलाओं को हाथों और मुँह पर भी थोड़ी बहुत सूजन महसूस हो सकती है। पैरों में सूजन का होना जहां सामान्य होता है वहीँ मुँह और हाथों पर सूजन का बढ़ना खतरे का संकेत होता है। ऐसे में गर्भवती महिला हाथों और मुँह पर सूजन बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। इसके अलावा सूजन के क्या क्या कारण हो सकते हैं इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

  • वजन बढ़ने के कारण सिर से पैरों तक ब्लड फ्लो अच्छे से नहीं हो पाता है जिस वजह से महिला को सूजन की समस्या हो सकती है।
  • यदि महिला सारा दिन आराम ही करती है किसी तरह की एक्टिविटी नहीं करती है तो इस कारण बहुत देर तक एक ही मुद्रा में बैठने या लेटे रहने के कारण भी महिला को यह समस्या हो सकती है।
  • प्रेगनेंसी के दौरान नमक का अधिक सेवन करने के कारण भी महिला को इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
  • शरीर में पानी की कमी का होना भी सूजन की समस्या को बढ़ाता है।
  • गर्भवती महिला यदि बहुत देर तक एक ही जगह पर खड़ी रहती है, जरुरत से ज्यादा शारीरिक श्रम करती है तो इस कारण थकावट व् बॉडी के निचले हिस्से पर अधिक दबाव पड़ने के कारण महिला को यह दिक्कत हो सकती है।
  • कैफीन युक्त पदार्थ जैसे की चॉकलेट, चाय, कॉफ़ी का सेवन अधिक करने के कारण भी महिला को यह समस्या हो सकती है।
  • गर्भवती महिला के शरीर में प्रोटीन व् खून की कमी का होना भी इस समस्या का कारण होता है।
  • बॉडी में हार्मोनल उतार चढ़ाव होने के कारण भी महिला को इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
  • यदि प्रेग्नेंट महिला किसी शारीरिक बीमारी जैसे की थायरॉयड, लिवर सम्बन्धी परेशानी आदि से ग्रसित हो गई तो महिला को पैरों के साथ हाथों मुँह आदि पर भी सूजन महसूस हो सकती है।

प्रेगनेंसी में होने वाली सूजन की समस्या से बचाव के उपाय

गर्भावस्था के दौरान सूजन की समस्या से बचाव के लिए महिला कुछ घरेलू नुस्खों को ट्राई कर सकती है। जिससे गर्भवती महिला को इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है। जैसे की:

पोषक तत्वों से भरपूर डाइट

गर्भवती महिला को पोटैशियम, प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम व् अन्य पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। जैसे की महिला हरी सब्जियों, रसदार फलों, अनार, सेब, गाजर, निम्बू, दही, बीन्स, दालें, आदि का सेवन कर सकती है। इनका सेवन करने से महिला के शरीर में वो सभी पोषक तत्व भरपूर रहते हैं जो महिला को इस परेशानी से बचे रहने में मदद करते हैं।

थोड़ा एक्टिव रहें

गर्भवती महिला को थोड़ा एक्टिव रहना चाहिए जैसे की दिन में थोड़ी देर चलना फिरना चाहिए, सारा दिन सोते नहीं रहना चाहिए, थोड़ी देर व्यायाम करना चाहिए, योगासन करना चाहिए, स्ट्रेचिंग करनी चाहिए, आदि। ऐसा करने से शरीर में ब्लड फ्लो अच्छे से होता है जिससे महिला को इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है। लेकिन ध्यान रखें की जरुरत से ज्यादा भी शरीर को न थकाएं कहीं आपकी परेशानी कम होने की जगह बढ़ जाएँ।

मालिश

हाथों पैरों की गुनगुने तेल से रोजाना रात को सोने से पहले मसाज करें इससे नसों को आराम मिलेगा, ब्लड फ्लो अच्छे से होगा जिससे आपको सूजन की समस्या से राहत मिलेगी।

सिकाई

गर्म पानी में नमक डालकर पैरों की सिकाई करें हाथों की सिकाई करें। ऐसा करने से भी आपको राहत महसूस होगी। और आपको इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिलेगी।

पोजीशन का ध्यान रखें

सूजन की समस्या से बचाव के लिए उठते, बैठते सोते समय अपनी पोजीशन का ध्यान रखें। क्योंकि बहुत देर तक एक ही पोजीशन में रहने के कारण आपको यह दिक्कत हो सकती है। ऐसे में थोड़ी थोड़ी देर में अपनी पोजीशन बदलते रहें जिससे आपको इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सके।

नमक का सेवन

सूजन की समस्या से बचने के लिए प्रेगनेंसी के दौरान नमक का सेवन संतुलित मात्रा में ही करें। क्योंकि ज्यादा सेवन करने से आपकी परेशानी बढ़ सकती है लेकिन बहुत कम नमक का सेवन भी नहीं करें क्योंकि इससे भी आपकी परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में जितनी जरुरत है उतना ही नमक का सेवन करें।

कैफीन का सेवन

चाय, कॉफ़ी, चॉकलेट व् अन्य खाद्य पदार्थ जिनमे कैफीन की अधिकता होती है। उनका सेवन भी कम ही करें क्योंकि कैफीन का सेवन कम करने से आपको इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है।

पैरों की चप्पल जूते का ध्यान रखें

कई बार गलत तरीके के चप्पल जूते पहनने के कारण भी महिला को सूजन की दिक्कत होती है। ऐसे में इन परेशानियों से बचे रहने के लिए महिला को आरामदायक कपडे पहनने के साथ आरामदायक चप्पल जूते भी पहनने चाहिए।

सूजन की समस्या अधिक होने पर डॉक्टर से कब मिलें?

यदि पैरों के साथ महिला को हाथों, मुँह पर सूजन अधिक दिखाई दें, सूजन के साथ दर्द भी महसूस हो, लालिमा नज़र आएं, खुजली महसूस हो, आदि। तो ऐसे किसी भी लक्षण के महसूस होने पर महिला को जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए।

तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान सूजन की समस्या होने के कारण व् इस परेशानी से बचे रहने के कुछ असरदार उपाय। तो यदि आप भी प्रेगनेंसी के दौरान इस परेशानी का सामना कर रही है तो आप भी इन टिप्स को ट्राई कर सकती है ताकि आपको इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सके।

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