विकलांग बच्चे होने के क्या क्या कारण होते हैं

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हर गर्भवती महिला चाहती है की उसके गर्भ में पल रहा शिशु स्वस्थ हो, और गर्भ में शिशु के विकास में भी किसी तरह की कमी न आए। और इसके लिए लिए जरुरी होता है की गर्भवती महिला अपना अच्छे से ध्यान रखें, भरपूर पोषक तत्वों का सेवन करें, छोटी छोटी गलतियों से बचें, किसी भी तरह की लापरवाही न करें, आदि। क्योंकि शिशु को पोषण गर्भवती महिला के द्वारा ही मिलता है, ऐसे में महिला द्वारा की गई लापरवाही का असर गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है, और कई शिशु जन्म से ही विकलांग भी हो सकते हैं। तो लीजिये आज हम गर्भवती महिला को बताने जा रहे हैं की महिला को कौन कौन सी गलतियां गर्भावस्था के दौरान नहीं करनी चाहिए जिससे गर्भ में पल रहा शिशु विकलांग हो।

खून की कमी

गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों की लिए ही बॉडी में पर्याप्त मात्रा में खून का होना बहुत जरुरी होता है। इसीलिए यदि आप शिशु प्लान करती है तो आपको तीन महीने पहले से ही फोलिक एसिड का सेवन शुरू कर देना चाहिए। और यदि आप प्रेग्नेंट हैं तो भी आपको ऐसे पदार्थो का सेवन करना चाहिए जिसमे आयरन भरपूर हो। ताकि शिशु के गर्भ में हो रहे विकास में किसी भी तरह की कमी न आए। और यदि महिला के शरीर में खून की कमी हो जाती है तो इसके कारण शिशु के शारीरिक विकास में कमी आ सकती है जिसके कारण शिशु विकलांग भी हो सकता है।

प्रदूषण के कारण

प्रदूषण का बुरा प्रभाव पड़ने के कारण भी गर्भ में पल रहे शिशु की सुनने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है, और जब शिशु कुछ सुन ही नहीं पाता है, तो इसके कारण उसके बोलने पर भी असर पड़ सकता है। इसका कारण ध्वनि प्रदूषण हो सकता है, जिसके कारण आपके गर्भ में पल रहा शिशु गूंगा व् बहरा हो सकता है।

भीड़भाड़ में जाने के कारण

गर्भवती महिला यदि भीड़भाड़ या शिरगुल वाली जगह पर अधिक रहती है तो इसके कारण वायरल इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है, जो शिशु को शारीरिक रूप से प्रभावित कर सकता है। और इसके कारण भी शिशु के विकलांग होने के साथ सुनने व् बोलने की क्षमता पर भी बुरा असर पड़ सकता है।

जंक फ़ूड के कारण

गर्भावस्था में महिला के जीभ के स्वाद का बदलना आम बात होती है, लेकिन ऐसे में भी महिला को जंक फ़ूड का सेवन नहीं करना चाहिए, न ही रोड पर लगे चाट पकौड़े आदि का सेवन करना चाहिए। क्योंकि इनके कारण हानिकारक बैक्टेरिया आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है जिसके कारण शिशु के विकास में कमी आ सकती है। साथ ही इनमे पोषक तत्व भी नहीं होते हैं, जबकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला को भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

तनाव

प्रेगनेंसी के दौरान तनाव बहुत ही नुकसानदायक हो सकता है, इसके कारण न केवल गर्भवती महिला बुरी तरह प्रभावित होती है, बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के भी शारीरिक व् मानसिक विकास में कमी आ सकती है। इसीलिए महिला को शिशु के बेहतर शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जितना हो सके प्रेगनेंसी के दौरान तनाव से बचना चाहिए और खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए।

कोल्ड ड्रिंक और बाहर का जूस

कोल्ड ड्रिंक, डिब्बा बंद जूस, या रोड पर मिलने वाले जूस आदि का सेवन भी गर्भवती महिला के लिए नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि इसके कारण हानिकारक बैक्टेरिया बॉडी में पहुँच जाता है, साथ ही इनमे तरह तरह के प्रेज़रवेटिव भी मिले होते हैं जो शिशु के विकास को धीमा कर सकते है। और इसके कारण भी शिशु को विकलांगता हो सकती है ऐसे में गर्भवती महिला को घर में निकले हुए ताजे जूस का ही सेवन करना चाहिए।

तो यह हैं कुछ कारण जिनकी वजह से गर्भ में पल रहे शिशु के विकलांग होने की समस्या हो सकती है। ऐसे में गर्भवती महिला को इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। और प्रेगनेंसी के दौरान बिल्कुल भी लापरवही नहीं करनी चाहिए। साथ ही अपने खान पान का बेहतर तरीके से ध्यान रखना चाहिए ताकि गर्भवती महिला को गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।

यूट्यूब विडिओ –

गर्भ में शिशु की ग्रोथ नहीं होने की ये वजन होती है। गर्भवती महिला की किन आदतों से शिशु में विकलांगता होती है? शिशु के दुबले विकलांग और कमजोर होने के कारण।

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