डिलीवरी के बाद मालिश
शिशु के जन्म के बाद महिला का शरीर काफी कमजोर हो जाता है, अंगो मे ढीलापन आ जाता है, वजन बढ़ जाता है, ऐसे में बॉडी को वापिस से फिट करने के लिए डिलीवरी के बाद महिला को पूरे आराम, बेहतर खान पान की बहुत जरुरत होती है। प्रसव के बाद महिला के शरीर को वापिस से स्वस्थ करने और जल्दी रिकवर होने के लिए मालिश करना भी एक बेहतर विकल्प होता है और पुराने समय से ही प्रसव के बाद महिला की मालिश करने की राय दी जाती है। नोर्मल डिलीवरी वाली महिलाएं जहां डिलीवरी के एक या दो दिन बाद ही मालिश करवा सकती हैं, वहीँ सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला को टांको के अच्छे से सूखने का इंतज़ार करना चाहिए। और उसके बाद मालिश करवानी चाहिए, और कम से कम एक महीने तक नियमित महिला को मालिश करवानी चाहिए ताकि शरीर में किसी भी तरह की कमजोरी न रहे।
प्रसव के बाद मालिश करवाने के फायदे
शिशु के जन्म के बाद केवल महिला के शरीर में आई कमजोरी को दूर करने और महिला को स्वस्थ करने के लिए जच्चा की मालिश करवाई जाती है। मालिश करवाने से केवल महिला को जल्दी रिकवर होने में ही मदद नहीं मिलती है, बल्कि इससे और भी कई फायदे गर्भवती महिला को मिलते हैं। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की डिलीवरी के बाद मालिश करवाने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है
मालिश करवाने से प्रसव के बाद महिला के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। और यदि बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से होता है तो शरीर के अंगो को बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलती है, जैसे की किडनी अपना काम अच्छे से करने लगती है। और बॉडी में मौजूद विषैले पदार्थो को बाहर निकालकर महिला को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। साथ ही प्रसव के बाद महिला की बॉडी को स्वस्थ रखने के लिए बॉडी के सभी अंगो में ऑक्सीजन का प्रवाह अच्छे से होना बहुत जरुरी होता है। और मालिश करने से बॉडी में ऑक्सीजन के प्रवाह को अच्छे से होने में मदद मिलती है जिससे महिला को जल्दी रिकवर होने में मदद मिलती है।
मजबूती मिलती है
डिलीवरी के बाद महिला का शरीर काफी कमजोर हो जाता है, ऐसे में यदि नियमित रूप से मालिश की जाए, तो ऐसा करने से हड्डियों को मजबूती मिलती है। जिससे महिला को एनर्जी मिलती है, और महिला के शरीर को मजबूत होने में मदद मिलती है।
आराम महसूस होता है
प्रसव के बाद शरीर में आई कमजोरी के कारण महिला थकान व् कई बार तनाव जैसी समस्या का अनुभव भी कर सकती है। लेकिन मालिश करवाने से महिला को थकान, कमजोरी, तनाव जैसी परेशानियों से बचें रहने में मदद मिलती है, और मालिश करने के बाद महिला रिलैक्स और आरामदायक अनुभव करती है।
कसाव आता है
शिशु के जन्म के बाद महिला की स्किन में ढीलापन, वजन बढ़ना आम बात होती है, लेकिन मालिश करवाने से स्किन को पोषण मिलता है। जिससे स्किन में कसावट आने के साथ बॉडी धीरे धीरे वापिस अपनी शेप में आने लगती है। साथ ही इससे बॉडी पर बढ़ी हुई चर्बी को भी कम करने में मदद मिलती है।
ब्रेस्ट मिल्क
मालिश करने से शिशु के लिए ब्रेस्ट मिल्क को भी बढ़ने में मदद मिलती है, क्योंकि मालिश करने पर बॉडी में से ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन उत्सर्जित होता है , जो ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ाने में मदद करता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की ब्रेस्ट को जोर से मालिश नहीं करनी चाहिए। क्योंकि तेज और जोर से मालिश करने पर आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
दर्द से आराम
ज्यादातर महिलाओं को डिलीवरी के बाद कमर, पीठ, टांगो, कूल्हे, सिर आदि में दर्द की समस्या हो सकती है। क्योंकि डिलीवरी के दौरान पेट, कमर, कूल्हे आदि पर जोर पड़ता है, ऐसे में मालिश करने से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। जिससे बॉडी पेन की समस्या से राहत पाने में मदद मिलती है।
बेहतर नींद
मालिश करने बॉडी में एंडोर्फिन हॉर्मोन उत्सर्जित होता है, जो की प्राकृतिक दर्द निवारक और रिलैक्स महसूस करवाने वाला हॉर्मोन है, और यह हॉर्मोन दिमाग से निकलता है। और रिलैक्स महसूस होने के कारण आपको अच्छी नींद लेने में भी मदद मिल सकती है।
तो यह हैं कुछ फायदे जो डिलीवरी के बाद महिला को मालिश करवाने से मिलते हैं। तो इन फायदों के लिए और डिलीवरी के बाद महिला को जल्दी जल्दी फिट होने के लिए मालिश जरूर करवानी चाहिए। मालिश के लिए आप बादाम, नारियल, जैतून, तिल, अरंडी आदि किसी भी तेल का इस्तेमाल कर सकती है।