आजकल करेला खाना क्यों जरुरी है प्रेगनेंट महिलाओं के लिए?

गर्भावस्था के दौरान बहुत साड़ी चीजे हमारे लिए बदल जाती है खासतौर पर हमारे खाने की आदतें। प्रेगनेंसी के दौरान जो भी हम खाते है वह हमारे लिए वैल्युएबल होता है क्योंकि वह भोजन हमारे शिशु तक भी पहुंचता है। यही कारण है की प्रेगनेंसी में हमे क्या खाना है या किन चीजों से दूर रहना है इस बात का ध्यान रखना बहुत जरुरी हो जाता है। सबसे अच्छा यही रहता है के हम एक संतुलित आहार लें।

करेला बहुत ज्यादा पसंदीदा सब्जी नहीं है खासतौर पर महिलाओं के लिए। महिलाओं को यह सब्जी इसीलिए पसंद नहीं होती क्योकि यह स्वाद में हल्के से कड़वे होते है। फिर भी कुछ एक महिलाओं को यह इसकी सब्जी पसंद भी होती है। हल्के से कड़वे स्वाद के कारण इसके न्यूट्रिशनल वैल्यूज को नहीं भूलना चाहिए। अगर इस अच्छे से बनाया जाए तो करेले के कड़वापन भी खत्म हो सकता है। आइये गर्भावस्था के दौरान करेले खाने के कुछ फायदे बताते है।

इम्युनिटी

गर्भावस्था में छोटी से खांसी, जुकाम या वायरल फीवर बहुत तंग कर देता है। क्योंकि हमारी इम्युनिटी पहले ही कमजोर होती है ऐसे में छोटी छोटी चीजे भी हमारे शरीर असर डालती है। ऐसे में जरुरी है हम अपने इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाये, करेले में मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व हमारी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके सेवन करने से हल्की फुलकी तकलीफों को गर्भवती महिला का शरीर आराम से सामना कर सकेगा।

कब्ज और हेमोर्रोइड्स

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कब्ज और हेमोर्रोइड्स की परेशानी बहुत ही आम है। करेले में भरपूर मात्रा में फाइबर होने यह दोनों ही तकलीफों को होने से रोकता है। इसके लिए आपको करेले को इसके हल्के कड़वेपन दे साथ अपनी डाइट में शामिल करना होगा।

हैल्थी वेट

सभी जानते है प्रेगनेंसी में वेट बढ़ता है, और वेट का बढ़ना जरुरी भी है। पर इसका मतलब ये नहीं की हम वेट बढ़ाने के लिए जंक फ़ूड रात दिन खाते रहें। जरुरी है के एक हैल्थी वेट बढ़े। करेले का सेवन आपके हैल्थी वेट बढ़ाने में आपकी मदद करेगा। जिससे आपको और शिशु को नुट्रिएंट्स भी मिलेंगे।

फोलेट

इस चीज में कोई शक नहीं है के गर्भावस्था के दौरान महिला को फोलेट या फोलिक एसिड की जरुरत होती है। फोलेट, शिशु को जन्म के समय होने वाली कमियों से बचाता है। करेला फोलिक एसिड का एक बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है। यह आपकी रोजाना की जरुरत का 1/4 को पूरा करने में मददगार होता है।

डायबिटीज

गर्भावस्था के दौरान बहुत सी महिलाओं को शुगर हो जाती है। अगर आप करेला का सेवन करती है तो यह परेशानी आपको छू भी नहीं सकती। यह सभी जानते है के शुगर पेशेंट्स को करेले खाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह हमारे ब्लड शुगर लेवल को बहुत अच्छे से कण्ट्रोल करता है।

पाचन क्रिया

प्रेगनेंसी में खाना ढंग ना पचने की परेशानी भी होने लगती है। हार्मोनल बदलावों के कारण और गर्भाशय के आकर बढ़ने से गैस जैसी परेशानियों से गुजरना पड़ता है। करेले को अपनी डाइट में शामिल करने से इस परेशानी से छुटकारा मिल सकता है।

आवश्यक नुट्रिएंट्स

करेले में भरपूर मात्रा में मिनरल्स और विटामिन्स होते है जैसे की जिंक, मैग्नेसियम, आयरन, पोटैशियम, फोलिक एसिड आदि। यह सभी पोषक तत्व गर्भावस्था में महिला और शिशु दोनों के लिए ही बेहद जरुरी है।

इन सभी गुणों के होने के बावजूद प्रेगनेंट महिलाये बहुत कम इसका सेवन करती है। इसका कारण है करेले की गर्म तासीर। अगर आप इसका इस्तेमाल करने जा रही है तो इसकी मात्रा का विशेष ध्यान रखें।

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