भ्रूण का वजन बढ़ाने के उपाय

गर्भ में शिशु का वजन

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में पल रहे शिशु का शारीरिक व् मानसिक विकास पूरी तरह से महिला पर ही निर्भर करता है।क्योंकि माँ जो भी खाती है वह गर्भनाल की मदद से शिशु तक पहुँचाया जाता है। और शिशु का विकास अच्छे से होता है यदि महिला अपना अच्छे से ध्यान रखती है। लेकिन कई बार जन्म के बाद कुछ शिशु कमजोर पैदा होते है और शिशु के कमजोर होने के कारण उन्हें जन्म के बाद बीमारियां होने का डर भी अधिक होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं की शिशु के वजन में कमी की समस्या का समाधान आप प्रेगनेंसी के दौरान ही कर सकते है। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान अल्ट्रासाउंड के द्वारा गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन मापा जा सकता है, और डॉक्टर्स भी गर्भ में शिशु के वजन से ही यह अंदाजा लगाते हैं की शिशु स्वस्थ है या नहीं। प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में होने वाले अल्ट्रासॉउन्ड के माध्यम से आप जान सकते हैं की शिशु का गर्भ में वजन कितना है और शिशु का वजन कितना होना चाहिए। ताकि शिशु का वजन कम है तो आप इस समस्या से निजात पाने के कुछ टिप्स का इस्तेमाल कर सकें।

गर्भ में शिशु का वजन बढ़ाने के तरीके

यदि आपको डॉक्टर द्वारा बताया जाता है की गर्भ में पल रहे शिशु का वजन कम है तो इसके लिए गर्भवती महिला को अपने खान पान का ज्यादा अच्छे से ध्यान रखना चाहिए और दिमागी रूप से भी अपने आप को फ्रेश रखना चाहिए। ताकि शिशु को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिल सके जिससे गर्भ में पल रहे शिशु का वजन बढ़ाने में मदद मिल सके। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की भ्रूण का वजन बढ़ाने के लिए महिला को क्या क्या करना चाहिए।

पौष्टिक व् पोषक तत्वों से भरपूर आहार

प्रेग्नेंट महिला को पौष्टिक के साथ पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए। और गर्भ में पल रहे शिशु का वजन बढ़ाने के लिए थोड़े थोड़े समय के बाद पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए। इससे शिशु के विकास के लिए जरुरी सभी पोषक तत्व उसे भरपूर मात्रा में मिलेंगे, जिससे शिशु के शारीरिक विकास को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलेगी।

विटामिन्स

गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए गर्भवती महिला के शरीर में विटामिन्स भरपूर मात्रा में होने चाहिए। क्योंकि शिशु को यदि यह सभी विटामिन्स भरपूर मात्रा में मिलते हैं तो इससे गर्भ में पल रहे शिशु के वजन को बेहतर तरीके से बढ़ने में मदद मिलती है।

आयरन

गर्भवती महिला के शरीर में यदि खून की कमी होती है तो इसके कारण न केवल गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बल्कि इससे गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में कमी जैसी परेशानी भी सकती है। और यदि गर्भवती महिला के शरीर में कमी है तो महिला को आयरन युक्त आहार जैसे अनार, सेब, गाजर, हरी सब्जियां, आदि का भरपूर सेवन करना चाहिए। ताकि गर्भवती महिला के शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने के साथ शिशु का वजन बढ़ाने में भी मदद मिल सके।

ड्राई फ्रूट्स

गर्भ में शिशु का वजन बढ़ाने के लिए गर्भवती महिला को ड्राई फ्रूट्स का भी भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए। क्योंकि इसमें आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम, प्रोटीन, जैसे सभी मिनरल्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। और गर्भवती महिला यदि इनका सेवन करती है तो शिशु तक इन पोषक तत्वों को भरपूर मात्रा में पहुंचाने में मदद मिलती है जिससे गर्भ में शिशु के वजन को बढ़ाने में मदद मिलती है।

घी

यदि आपको प्रेगनेंसी के आखिरी महीने के आस पास डॉक्टर यह कहता है की शिशु का वजन अभी भी कम है, तो गर्भवती महिला को देसी घी का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से गर्भ में शिशु के वजन को तेजी से बढ़ाने में मदद मिलती है।

कैल्शियम और प्रोटीन

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में पल रहे शिशु के वजन को बढ़ाने के लिए गर्भवती महिला को कैल्शियम और प्रोटीन युक्त आहार का भी भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए। क्योंकि यदि महिला इन पोषक तत्वों को भरपूर मात्रा में लेती है तो इससे गर्भ में शिशु की हड्डियों और मांसपेशियों के विकास को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। और जैसे जैसे शिशु का विकास तेजी से बढ़ता है वैसे वैसे गर्भ में शिशु का वजन भी तेजी से बढ़ने लगता है।

पानी

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को पानी भी भरपूर मात्रा में लेना चाहिए। क्योंकि यदि गर्भवती महिला पानी का सेवन भरपूर मात्रा में करती है तो इससे गर्भाशय में एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा को सही रहने में मदद मिलती है। जिससे शिशु को गर्भ में आसानी से घूमने के साथ एक्टिव रहने में भी मदद मिलती है। और जितना शिशु गर्भ में एक्टिव रहता है उतना ही शिशु के विकास को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है।

तनाव

शिशु के गर्भ में सही तरीके से विकास को इसके लिए गर्भवती महिला को तनाव न लेने के साथ गलत विचारों को भी अपने दिमाग में नहीं आने देना चाहिए। क्योंकि यदि महिला तनाव लेती है या मानसिक रूप से परेशान रहती है तो इससे भी गर्भ में शिशु के विकास में कमी आ सकती है। ऐसे में शिशु का गर्भ में विकास अच्छे से हो, और शिशु का वजन अच्छे से बढ़ सके इसके लिए गर्भवती महिला को हमेशा खुश रहना चाहिए और सकारात्मक रहना चाहिए।

आराम करें

गर्भ में शिशु का विकास अच्छे से हो, शिशु का वजन अच्छे से बढ़ें इसके लिए सबसे जरुरी है की महिला स्वस्थ रहें। ऐसे में महिला को स्वस्थ रहने के लिए अपने खान पान के साथ आराम भी करना चाहिए। यदि महिला भरपूर आराम लेती है तो इससे गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है और यदि महिला स्वस्थ रहती है तो गर्भ में शिशु के विकास को भी बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है।

तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका इस्तेमाल यदि गर्भवती महिला करती है तो इससे गर्भ में पल रहे शिशु का वजन आसानी से बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा गर्भ में शिशु का वजन बढ़ाने के लिए गर्भवती महिला को और क्या क्या करना चाहिए इसके लिए एक बार महिला डॉक्टर से भी राय ले सकती है।

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