पीरियड्स के समय खून के थक्के आने के कारण

पीरियड्स महिला या लड़कियों को होने वाली एक आम परेशानी है जो हर महीने महिला या लड़कियों को होती है। हर महिला का मासिक धर्म चक्र एक जैसा हो ऐसा जरुरी नहीं होता है। पीरियड्स के दौरान महिला प्राइवेट पार्ट से ब्लड फ्लो होता है लेकिन कुछ महिलाओं को इस दौरान ब्लड के साथ थक्के भी निकल सकते हैं। ऐसे में घबराने की कोई बात नहीं होती है क्योंकि ऐसा होना आम बात होती है यह कोई बीमारी नहीं होती है। लेकिन हर महिला को खून के थक्के निकालने का एक ही कारण हो ऐसा भी जरुरी नहीं होता है। तो आइये अब जानते हैं की पीरियड्स में खून के थक्के निकालने के क्या क्या कारण होते हैं।

हार्मोनल असंतुलन

बॉडी में हार्मोनल अंसतुलन होने के कारण बहुत सी शारीरिक परेशानियां हो सकती है। ऐसे में पीरियड्स के दौरान ब्लड में थक्के आने का एक कारण बॉडी में हार्मोनल असंतुलन का होना हो सकता है।

गर्भपात

यदि महिला का अपने आप ही गर्भपात हो जाता है तो भी महिला को हैवी ब्लीडिंग होने के साथ खून के थक्के भी आ सकते हैं। या फिर महिला डॉक्टर से गर्भपात करवाती है तो भी ऐसा होता है इसमें घबराने की कोई बात नहीं होती है क्योंकि गर्भपात के बाद खून के थक्के आना बहुत आम बात होती है।

गर्भाशय में रसौली

जिन महिलाओं को गर्भाशय में रसौली की समस्या होती है उन्हें भी पीरियड्स के दौरान ब्लड के साथ ब्लड के थक्के भी आ सकते हैं। क्योंकि रसौली के कारण गर्भाशय से ब्लड फ्लो में रूकावट आ सकती है। जिसकी वजह से खून का फ्लो सही न होने के कारण खून के थक्के जमने लगते हैं और पीरियड्स के समय ब्लड के साथ थक्के भी आते हैं।

मेनोपॉज़

कुछ महिलाओं को मेनोपॉज़ की शुरुआत होने से कुछ समय पहले पीरियड्स के दौरान ब्लड के थक्के निकल सकते हैं। ऐसे में घबराने की कोई बात नहीं होती है क्योंकि यह मेनोपॉज़ के शुरूआती लक्षणों में से एक होता है।

गर्भाशय से जुडी समस्या

यदि कोई महिला गर्भाशय से जुडी किसी बिमारी से ग्रसित है तो भी महिला को पीरियड्स के दौरान ब्लड क्लॉटिंग की समस्या हो सकती है। यह परेशानी छोटी भी हो सकती है और बड़ी भी,zv  ऐसे में क्लॉटिंग की समस्या अधिक होने पर एक बार गर्भाशय की जांच डॉक्टर से जरूर करवानी चाहिए।

पीरियड्स में ब्लड के थक्के आने पर डॉक्टर से कब मिलें

यदि पीरियड्स के दौरान छोटे छोटे खून के थक्के आते हैं तो कोई बात नहीं लेकिन यदि थक्के बड़े बड़े आते हैं। साथ ही खून के थक्के आने के साथ महिला को थकान, कमजोरी की समस्या अधिक होती है। तो ऐसे में महिला को एक बार अपनी जाँच जरूर करवानी चाहिए क्योंकि यह किसी इन्फेक्शन या बॉडी में खून की कमी होने के कारण भी सकता है। इसके अलावा ब्लीडिंग की समस्या भी अधिक हो और ब्लीडिंग भी ज्यादा दिनों तक हो तो भी डॉक्टर से जरूर मिलें।

तो यह हैं कुछ कारण जिनकी वजह से महिला या लड़कियों को पीरियड्स के दौरान खून के थक्के निकलते हैं। ऐसे में यदि आपको भी यदि यह परेशानी होती है तो आपको भी ध्यान रखना चाहिए की खून के थक्के कैसे हैं ताकि इसके कारण आपको सेहत सम्बन्धी परेशानियों से बचे रहने में मदद मिल सकें।

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