गर्भ में बेबी बॉय है या गर्ल क्या इसका पता घर बैठे लगा सकते हैं?

गर्भ में शिशु के आने की ख़ुशी का कोई मोल नहीं होता है और न ही इस पल जैसा कोई पल होता है। और हर महिला अपनी जिंदगी में इस प्यारे अनुभव का अहसास जरूर करना चाहती है। साथ ही जैसे ही महिला प्रेग्नेंट हैं तो उसके मन में कहीं न कहीं यह जानने की इच्छा होती है की आखिर उसके गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की है।

वैसे तो लड़का और लड़की में कोई फ़र्क़ नहीं होता है लेकिन फिर भी यह जानने की इच्छा महिला के मन में आ सकती है। ऐसे में महिलाओं के मन में यह आता है की क्या घर बैठे महिला इस बात का पता लगा सकती है की महिला के गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको इसी विषय पर कुछ बताने जा रहे हैं।

क्या घर में बैठे जान सकते हैं की गर्भ में बेटा है या बेटी?

प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में बहुत से अलग अलग लक्षण व् बदलाव महसूस होते हैं। ऐसे में महिला के शरीर में होने वाले बदलाव को देखकर पुराने जमाने में महिलाएं इस बात का अंदाजा लगाती थी की यदि महिला के साथ ऐसा हो रहा है तो गर्भ में लड़का है और यदि वैसा हो रहा है तो गर्भ में लड़की होगी।

और यह अंदाजा महिलाएं घर में बैठकर लगा लेती थी और कई बार उनका यह अंदाजा सही भी होता था। तो इसका जवाब है की हाँ, आप घर बैठे पक्का नहीं बता सकते हैं लेकिन घर बैठे इस बात का अंदाजा जरूर लगा सकते हैं की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की है।

गर्भ में बेटा या बेटी होने के लक्षण

माँ के गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की है इसे जानने के लिए बहुत से लक्षण होते हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला को महसूस हो सकते हैं। तो आइये अब उन लक्षणों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

सोने का तरीका

यदि गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान बाईं और करवट लेकर सोना पसंद करती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है। जबकि यदि प्रेग्नेंट महिला दाईं और करवट लेकर सोना पसंद करती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।

शिशु की हलचल

गर्भ में पल रहा शिशु यदि पेट के निचले हिस्से की तरफ ज्यादा किक करता है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है। लेकिन यदि महिला को पसलियों में शिशु की हलचल ज्यादा महसूस होती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।

सूजन

गर्भावस्था के दौरान सूजन की समस्या से कई महिलाएं परेशान हो सकती है और महिला को पैरों में होने वाली सूजन को देखकर भी यह अंदाजा लगाया जाता है की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की है। यदि महिला के पैरों में सूजन अधिक होती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है जबकि यदि महिला के पैरों में सूजन बहुत कम होती है या नहीं होती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।

सोडा की मदद से

प्रेगनेंसी के दौरान घर में सोडा टेस्ट करके यह जानने में मदद मिलती है की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की है। और इसके लिए महिला सुबह के पहले यूरिन का सैंपल ले और उसमे थोड़ा सोडा मिलाएं यदि सोडा और यूरिन आपस में घुल जाते हैं तो यह बेटा होने का लक्षण होता है और यदि सोडा और यूरिन आपस में नहीं घुलते हैं तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।

ब्रेस्ट का आकार

गर्भावस्था के दौरान यदि महिला का दायां स्तन बाएं स्तन से बड़ा हो जाता है तो इसका मतलब यह होता है की महिला के गर्भ में एक नहीं राजकुमारी पल रही है। और यदि बायां स्तन बड़ा होता है तो गर्भ में बेटा होता है।

पेट पर लाइन

प्रेगनेंसी के समय महिला पेट पर एक लाइन पड़ जाती है यदि यह लाइन पेट से लेकर नाभि पर से होती हुई नीचे की तरफ बिल्कुल सीढ़ी जाती है तो इसका मतलब है की आप एक बेटे की माँ बनने वाली है। और यदि वह लाइन नाभि के पास आकर मुड़ जाती है टेढ़ी हो जाती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।

चेहरे का निखार

ऐसा माना जाता है की यदि प्रेगनेंसी के दौरान महिला के चेहरे का निखार बढ़ जाता है तो यह गर्भ में लड़का होने का लक्षण होता है और यदि महिला के चेहरे का निखार कम हो जाता है तो यह गर्भ में लड़की होने का लक्षण होता है।

जीभ का स्वाद

प्रेगनेंसी के समय बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिला के जीभ के स्वाद में भी बदलाव आता है। ऐसे में यदि गर्भवती महिला का खट्टा या नमकीन खाने का मन अधिक होता है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है। और यदि प्रेग्नेंट महिला का मीठा खाने का मन अधिक होता है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।

पेट का आकार

प्रेगनेंसी के दौरान यदि महिला को अपने पेट का आकार गोल दिखाई देता है तो इसका मतलब है की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है जबकि यदि महिला को पेट नीचे की और लटका हुआ सा महसूस हो तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।

बच्चे के दिल की धड़कन

प्रेगनेंसी के दौरान किये जाने वाले अल्ट्रासॉउन्ड में यदि शिशु के दिल की धड़कन 140 BPM से ज्यादा होती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है। और यदि शिशु के दिल की धड़कन इससे कम होती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।

सिर के बालों से जाने

यदि प्रेगनेंसी के दौरान महिला के बाल रूखे व् बेजान हो जाते हैं तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है जबकि यदि महिला के बाल पहले से भी अच्छे हो जाये यानी की चमकदार हो जाये तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।

शरीर के बाल

गर्भावस्था के दौरान यदि महिला के शरीर के बालों की ग्रोथ बढ़ जाये तो समझ जाएँ की गर्भ में लड़का है और यदि महिला के शरीर के बालों की ग्रोथ वैसे ही रहे जैसे पहले थी तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।

अंगूठी से पता करें

गर्भावस्था का पता लगाने का यह भी एक अलग तरीका है इसके लिए महिला एक धागे में अंगूठी को लटकाकर घुमाएं। यदि अंगूठी आगे से पीछे की और घूमती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है लेकिन यदि अंगूठी गोल घूमने लगती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।

तो यह हैं वो लक्षण जिनसे यह जानने में मदद मिलती है की गर्भ में पल रहा शिशु बेटा है या बेटी है, यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आप भी इन लक्षणों को देखर इस बात का अंदाजा लगा सकती है की आप एक नन्हे राजकुमार की माँ बनने वाली है या एक नन्ही पारी आपके घर मेहमान के रूप में आने वाली है।

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