दिमाग वाला शिशु चाहती हैं तो डाइट में शामिल करें यह 8 आहार

शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास माँ के गर्भ से ही शुरू हो जाता है, इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को अपना दुगुना ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। गर्भ में ही यदि शिशु को बेहतर पोषण मिलता है तो इससे शिशु के मस्तिष्क का निर्माण और विकास बेहतर तरीके से होता है, जिससे शिशु का दिमाग तेज बनता है। इसीलिए महिला को शिशु के जन्म के बाद नहीं बल्कि गर्भ से ही शिशु को ऐसे पोषक तत्व पहुंचाने चाहिए जिससे शिशु के बेहतर शारीरिक विकास के साथ मानसिक विकास को भी बेहतर होने में मदद मिल सके। और इसके लिए गर्भवती महिला को अपनी डाइट में कुछ ऐसे आहार को सम्मिलित करना चाहिए जो गर्भ में शिशु के बेहतर मानसिक विकास में मदद कर सकें। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की वो आहार कौन से है जो गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर मानसिक विकास में मदद करते हैं।

अंडा

शिशु के दिमाग को तेज बनाने के लिए कोलिन नामक पोषक तत्व का बॉडी में मौजूद होना बहुत जरुरी होता है। और यदि गर्भवती महिला के शरीर में इसकी कमी होती है तो इसके कारण शिशु के मानसिक विकास में कमी भी आ सकती है। कोलिन अंडे में भरपूर मात्रा में पाया जाता है ऐसे में गर्भवती महिला को इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए, और अंडे के पीले और सफ़ेद दोनों भागों को खाना चाहिए। इससे मस्तिष्क की कोशिकाओं का निर्माण बेहतर तरीके से होने के साथ विकास भी बेहतर तरीके से होता है। अंडे के सेवन के लिए सुबह नाश्ते का समय सबसे बेहतर होता है इस दौरान आप एक या दो अंडो को उबाल कर उनका सेवन कर सकती हैं या ऑमलेट भी खा सकती हैं।

वसा युक्त मछली का सेवन

गर्भ में शिशु के दिमाग के संरचनात्मक विकास और इसके अंदर के अरबों न्यूरॉन्स के लिए डी एच ए का होना बहुत जरुरी होता है। और सार्डिन एक वसा युक्त मछली है जिसमें डी एच ए भरपूर पाया जाता है। इसके अलावा और भी किस्म की मछलियां हैं जिसमे डी एच ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। लेकिन किसी भी मछली का सेवन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए की उसमे मर्क्युरी की मात्रा न हो, नहीं यह शिशु को नुकसान पहुंचा सकती है।

एवोकाडो

दिमाग 60% वसा से बना होता है ऐसे में दिमाग के विकास के लिए फैट की जरुरत है। और एवोकाडो में मोनोअनसेचुरेटेड फैट भरपूर पाया जाता है जिससे दिमाग के विकास में मदद मिलती है। ऐसे में गर्भवती महिला चाहे तो एवोकाडो का सेवन भी कर सकती है जिससे गर्भ में शिशु के बेहतर मानसिक विकास में मदद मिल सके।

पालक

गर्भ में शिशु के मानसिक विकास के लिए फोलेट की भी मात्रा पर्याप्त होना बहुत जरुरी होती है। क्योंकि यह दिमाग के सेल्स की सरंचना के लिए बहुत फायदेमंद होता है, जिससे गर्भ से ही शिशु के दिमाग को तेज बनाने में मदद मिलती है। साथ ही इसमें अन्य पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में होते हैं, इसीलिए गर्भवती महिला को इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।

कद्दू के बीज खाएं

कद्दू के बीज में जिंक पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो गर्भ में पल रहे शिशु के दिमाग के लिए बहुत जरुरी है। ऐसे में गर्भवती महिला को कद्दू के बीज का सेवन भी जरूर करना चाहिए, इसे आप सलाद में या वैसे ही खा सकते हैं।

मूंगफली

मूंगफली में प्रोटीन, फैट, विटामिन बी, फोलेट आदि भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। साथ ही इसमें विटामिन इ भी होता है जो डी एच ए की मात्रा को भरपूर रखने में मदद करता है। ऐसे में मूंगफली का सेवन गर्भवती महिला यदि करती है तो इससे शिशु के मानसिक विकास में मदद मिलती है।

दालों का सेवन करें

मायलेन एक तरह का केमिकल होता है जो मस्तिष्क तक आसानी से सिगनल्स पहुंचाने में मदद करता है। ऐसे में यदि यह केमिकल बॉडी में भरपूर हो तो इससे दिमाग को तेज करने में मदद मिलती है। इसीलिए यदि गर्भवती महिला अपने आहार में दालों को भरपूर मात्रा में शामिल करती है। तो इससे महिला को भरपूर मात्रा में आयरन मिलता है जो मायलेन केमिकल के उत्पादन के लिए जरुरी होता है।

बादाम

अकसर आपने यह लोगो से सुना होगा की यदि यादाश्त कमजोर हो गई है तो बादाम का सेवन करना चाहिए क्योंकि इससे यादाश्त को तेज करने में मदद मिलती है। गर्भवती महिला दूध में डालकर, बादाम को भिगोने के बाद या फिर अन्य तरीको से भी इसका सेवन कर सकती है।

तो यह हैं वो आहार जो गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर मानसिक विकास में मदद मिलते है, और आपका होने वाला शिशु बुद्धिमान व् तेज दिमाग वाला होता है। इसके अलावा गर्भवती महिला को गर्भ में पल रहे शिशु से बातें करनी चाहिए, अच्छी अच्छी किताबे पड़नी चाहिए, इससे भी शिशु के बेहतर विकास में मदद मिलती है।

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