प्रेग्नेंसी में कब और कितना केसर खाना चाहिए?

गर्भावस्था में केसर खाने के फायदे Garbhavastha Me Kesar Khane Ke Fayde

गर्भावस्था  के दौरान केसर खाना फयदेमंद होता हैं। महिलायें दूध में केसर डाल कर पीतीं हैं। ताकि स्वाथ्य भी बना रहे और शिशु भी गोरा और सुन्दर पैदा हो। पर कई बार इसके साइड इफ्फेक्ट भी हो सकते है। पर प्रेग्नेंसी के दौरान कई सारी समस्याओं से भी निजात दिलाता है केसर। इस बात का भी ध्यान रखना होगा। तो प्रश्न ये है की कितनी मात्रा में केसर का सेवाएं करना चाहिए। और कैसे करना चाहिए।

प्रेग्नेंसी में केसर पूरी तरह सेफ है क्यूंकि इसमे कई औषधीय गुण होते हैं।

  • केसर प्रेग्नेंसी में स्ट्रेस कम करता हैं।
  • यह मूड स्विंग्स की समस्या को भी दूर करता है।
  • किसी भी तरह के दर्द और तकलीफ को दूर करता है केसर।
  • ब्लड प्रेशर को नार्मल करता है।
  • मॉर्निंग सिकनेस की समस्या भी नहीं होती है।
  • पाचन तंत्र मजबूत बना रहता है।

केसर कब नुकसानदेह होता है और क्यो होता हैं?

ऐसे तो केसर के कई फायदे है अगर जरूरत से ज्यादा खा लिया जाये तो प्रेग्नेंट महिला के लिए सही नहीं होता।  यह गर्भशय में संकुचन पैदा करता है और इसके कई सारे साइड इफ़ेक्ट भी होते हैं।

जरूरत से ज्यादा खाने पर

  • मिस करेज का खतरा बढ़ जाता है।
  • बार बार उलटी आने की समस्या होती है।
  • एलर्जी का खतरा हो सकता है।
  • बेचैनी महसूस होने लगती है।
  • सर में दर्द रह सकता है।
  • मुँह सूखने की दिक्कत हो सकती है।

प्रेग्नेंट महिला को रोजाना कितने केसर का सेवन करना चाहिए?

केसर का सेवन रोजाना 4-5 रेशे करने चाहिए। दूध में डाल कर पीएं। अगर दूध के साथ  सेवन नहीं सकें तो खीर के साथ सेवन करें। पर ध्यान रहे की केसर हमेशा ओरिजिनल और शुद्ध होना चाहिए।  इसलिए सही जगह से ही केसर ख़रीदे।

Leave a Comment