प्रेग्नेंट महिला के लिए सोशल मीडिया का अधिक उपयोग घातक कैसे है?

सोशल मीडिया का इस्तेमाल आज कल हर कोई करता है। और यह वो प्लेटफार्म है जहां से आपको बहुत सी जानकारियां मिलती है लेकिन साथ ही कई बार आपको इस पर कुछ ऐसी चीजें भी देखने को मिल जताई है जो की आपको नहीं देखनी चाहिए। खासकर छोटे बच्चों को सोशल मीडिया से दूरी का ध्यान रखना जरुरी होता है क्योंकि इसपर अलग अलग तरह की चीजें होती है जो बच्चों पर बुरा असर डाल सकती है।

साथ ही गर्भावस्था के दौरान भी गर्भवती महिला को सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। क्योंकि सोशल मीडिया का जब इस्तेमाल करते हैं तो कुछ का कुछ खुल जाता है और कई बार ऐसी चीजें सामने आ जाती है जो की गर्भवती महिला के लिए देखनी सही नहीं होती है। जैसे की कभी मौत की खबर, एक्सीडेंट, भूत, कोई गलत वीडियो आदि। तो आइये अब इस आर्टिकल में जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला के लिए सोशल मीडिया का अधिक उपयोग घातक कैसे होता है।

प्रेग्नेंट महिला को हो सकता है स्ट्रैस

सोशल मेंडिस पर अलग अलग तरह के वीडियो आते रहते हैं जिसमे से कभी किसी की मौत का वीडियो हो सकता है, किसी लड़ाई का वीडियो हो सकता है, कोई डरावना वीडियो या फिर हिंसा का वीडियो हो सकता है, साथ ही कई वीडियो गर्भवती महिलाओं के साथ होने वाली समस्या के भी हो सकते है। ऐसे में इस तरीके की वीडियो देखने के बाद महिला के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।

क्योंकि जो चीजें आप देखते रहते हैं वहीँ आपके दिमाग में भी चलती रहती है। ऐसे में महिला तनाव की शिकार हो सकती है और वो सभी चीजें उसके साथ होंगी ऐसा महसूस कर सकती है। इसीलिए महिला को स्ट्रैस नहीं हो और महिला इन चीजों के बारे में नहीं सोचें इसके लिए महिला को सोशल मीडिया से थोड़ी दूरी रखनी चाहिए।

नींद पूरी न होने के कारण हो सकती है स्वास्थ्य समस्या

आम तौर पर आपने देखा होगा की जब आप फ़ोन का इस्तेमाल करने लगते हैं और उसपर कुछ देखने लगते हैं तो समय का पता ही नहीं चलता है। ऐसे में यदि गर्भवती महिला सारा दिन सोशल मीडिया पर रहती है तो इसकी वजह से महिला अपनी नींद भरपूर नहीं लेती है खासकर रात के समय महिला को फ़ोन का इस्तेमाल करने पर नींद न आने की समस्या हो जाती है। ऐसे में समय से नहीं सोने, नींद पूरी नहीं लेने के कारण शरीर की क्रियाओं पर बुरा असर पड़ सकता है जिसकी वजह से गर्भवती महिला को स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियां हो सकती है।

प्रेग्नेंट महिला की सोच नेगेटिव हो सकती है

प्रेगनेंसी के दौरान महिला को पॉजिटिव रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि जितना महिला पॉजिटिव रहती है उतना ही गर्भवती महिला और शिशु को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। साथ ही प्रेगनेंसी और प्रसव को आसान बनाने में मदद मिलती है लेकिन जब महिला प्रेगनेंसी के दौरान मन में चल रहे सवालों के जवाब के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती है।

तो महिला को उससे जुड़े एक नहीं कई जवाब मिलते हैं और यह जवाब पॉजिटिव के साथ नेगेटिव भी हो सकते हैं और उस दौरान महिला पॉजिटिव चीजों के बारे में कम और नेगेटिव चीजों पर ज्यादा ध्यान दे सकती है। जिसकी वजह से प्रेगनेंसी के दौरान महिला हर चीज के बारे में नेगेटिव होने लगती है जो माँ और बच्चे दोनों के लिए सही नहीं होता है।

सुस्त रहती है प्रेग्नेंट महिला

अब जब गर्भवती महिला सोशल मीडिया पर सारा दिन एक्टिव रहती है तो महिला बिल्कुल भी शारीरिक श्रम नहीं करती है जिसके कारण महिला सुस्त हो जाती है। और एक्टिव न रहने के कारण महिला को शरीर में दर्द, वजन बढ़ने जैसी समस्या हो सकती है जो माँ व् बच्चे दोनों के लये परेशानी खड़ी कर सकती है।

कई बार कर लेती है महिला लापरवाही

इंटरनेट पर आपने देखा होगा की गर्भवती महिला को कई तरह का व्यायाम, योगासन, आदि करते हुए दिखाया जाता है ऐसे में महिला उन्हें यदि बिना किसी की मदद के घर पर करने की कोशिश करती है। और ऐसा करते समय कोई लापरवाही हो जाती है तो इसके कारण महिला माँ व् बच्चे दोनों को दिक्कत हो सकती है। इसीलिए सोशल मीडिया को ज्यादा देखना गर्भावस्था के दौरान सही नहीं होता है।

मूड स्विंग्स हो सकते हैं अधिक

प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिला को मूड स्विंग्स होना आम बात होती है लेकिन सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल करने पर महिला को यह दिक्कत ज्यादा हो सकती है। ऐसे में महिला अधिक चिड़चिड़ापन, गुस्सा आदि महसूस कर सकती है।

बच्चे पर भी पड़ता है बुरा असर

यह बात तो आपने भी सुनी होगी की प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला जो भी करती है उसका असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ता है फिर चाहे हो वो अच्छा हो या बुरा हो। वैसे ही प्रेग्नेंट महिला यदि सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल करती है और उसका बुरा असर गर्भवती महिला की सेहत पर पड़ता है तो उसका बुरा असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ता है। जैसे की यदि महिला स्ट्रैस में आती है, समय से अपना आहार नहीं लेती है, नींद पूरी नहीं लेती है, गलत तरीके से व्यायाम करती है तो इन सभी चीजों से शिशु का शारीरिक व् मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है।

तो इन कारणों की वजह से गर्भवती महिला को सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि यदि प्रेग्नेंट महिला सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल करती है तो इसकी वजह से महिला को यह दिक्कतें हो सकती है जिससे प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स बढ़ सकती है ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान किसी तरह की दिक्कत नहीं आये इससे बचने के लिए गर्भवती महिला को सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

Harmful effect of watching social media during pregnancy

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