इस गलती से प्रेगनेंसी में यह दिक्कत हो सकती है?

प्रेगनेंसी महिला के लिए बहुत ही खुशियों से भरा समय होने के साथ बहुत ही नाजुक समय भी होता है। क्योंकि इस दौरान महिला के शरीर में बहुत से बदलाव आते हैं, महिला को बहुत सी दिक्कतें हो सकती है, कई महिलाएं तो मानसिक रूप से भी दिक्कत का अनुभव कर सकती है, आदि। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला के लिए बहुत जरुरी होता है की महिला अपना अच्छे से ध्यान रखें ताकि माँ व् बच्चे दोनों को शारीरिक रूप से फिट रहने में मदद मिल सकें।

यदि महिला फिर भी अपना ध्यान नहीं रखती है और गलती करती है तो इसकी वजह से महिला को दिक्कत होने के साथ शिशु के विकास पर भी बुरा असर पड़ सकता है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको प्रेगनेंसी में कौन सी गलती करने पर क्या नुकसान हो सकता है इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

खान पान में लापरवाही करने पर हो सकती है यह दिक्कत

गर्भावस्था के समय खान पान का सबसे अधिक महत्व होता है और यदि महिला खान पान का अच्छे से ध्यान रखें तो इससे गर्भवती महिला व् गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। लेकिन यदि महिला खाना पीना समय से नहीं लेती है, हेल्दी फ़ूड की जगह जो खाना नहीं खाना चाहिए उनका सेवन करती है जैसे की कच्चा दूध, जंक फ़ूड, बाहर का खाना, पपीता, अनानास, आदि। तो इससे महिला की सेहत के साथ साथ शिशु की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में महिला को अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य को सही रखने के लिए प्रेगनेंसी के दौरान अपने खान पान में बिल्कुल भी गलती नहीं करनी चाहिए।

भागदौड़ करने के कारण होती है परेशानी

प्रेगनेंसी के दौरान महिला को ज्यादा भागादौड़ी करना, सीढ़ियां चढ़ना, तेजी से चलना, जरुरत से ज्यादा शरीर को थकाने वाले काम करने आदि की मनाही होती है। क्योंकि इन सभी काम को करने की वजह से गर्भ पर बुरा असर पड़ सकता है साथ ही महिला को भी सेहत सम्बन्धी दिक्कत होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में महिला को इन सभी कामों को गलती से भी नहीं करना चाहिए।

भारी सामान उठाने या पेट के बल काम करने के कारण होने वाली दिक्कत

प्रेगनेंसी के दौरान महिला को भारी सामान उठाने, पेट के बल काम करने आदि की मनाही होती है। ऐसे में यदि प्रेग्नेंट महिला भारी सामान उठाती है, सरकाती है, तो इसकी वजह से गर्भवती महिला और शिशु दोनों को दिक्कत होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा पेट के बल काम करने के कारण भी गर्भ में पल रहे शिशु को दिक्कत हो सकती है यहां तक की प्रेगनेंसी की शुरुआत में पेट के बल ज्यादा कमा करने से गर्भपात तक का खतरा होता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को गलती से भी यह गलती नहीं करनी चाहिए।

शरीर का तापमान बढ़ने के कारण होने वाली दिक्कत

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को ज्यादा धूप में घूमने, गर्म पाने से नहाने, सोना बाथ लेने आदि की गलती भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि यदि महिला यह गलती करती है। तो इसकी वजह से महिला के शरीर का तापमान बढ़ सकता है। जिसकी वजह से गर्भवती महिला व् गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को दिक्कत का अनुभव करना पड़ सकता है क्योंकि इससे गर्भपात, समय से पहले डिलीवरी होने जैसी समस्या हो सकती है।

नशीले पदार्थों का सेवन करने के कारण होती है यह दिक्कत

प्रेगनेंसी के दौरान महिला को किसी भी तरह के नशे का सेवन करने की गलती नहीं करनी चाहिए क्योंकि नशीले पदार्थों का असर गर्भनाल के रास्ते शिशु तक पहुँचता है। और उससे शिशु का शारीरिक व् मानसिक विकास रुकने का खतरा बढ़ जाता है ऐसे में महिला को न तो नशे का सेवन करना चाहिए और न ही ऐसी जगह पर जाना चाहिए जहां कोई इसका सेवन कर रहा हो। साथ ही महिला को कैफीन युक्त चीजें जैसे की चाय कॉफ़ी आदि का सेवन भी अधिक करने की गलती भी नहीं करनी चाहिए।

ट्रैवेलिंग करने के कारण होने वाली परेशानी

गर्भावस्था के दौरान महिला को यात्रा करने की भी मनाही होती है क्योंकि यात्रा के दौरान झटका लगने के कारण, लम्बे समय तक एक ही पोजीशन में बैठने के कारण महिला को दिक्कत हो सकती है। लेकिन यदि महिला को पता होने के बाद भी महिला यह गलती करती है तो इसका बुरा परिणाम महिला और शिशु दोनों को भुगतना पड़ सकता है।

दवाइयों का सेवन करने के कारण होती है दिक्कत

गर्भावस्था से पहले यदि आपको कोई भी शारीरिक समस्या होती थी तो आप उसे ठीक करने के लिए अपनी मर्ज़ी से कभी भी दवाई का सेवन कर लेती थी। लेकिन प्रेग्नेंट होने के बाद महिला यदि बिना डॉक्टरी परामर्श के दवाइयों का सेवन करती है तो इसका बुरा असर माँ व् बच्चे की सेहत पर पड़ सकता है।

सम्बन्ध बनाने के कारण हो सकती है दिक्कत

स्वस्थ प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाना सेफ होता है लेकिन यदि आपको डॉक्टर ने प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाने से मना किया है। तो ऐसे में आपको सम्बन्ध बनाने की गलती नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इसकी वजह से प्रेगनेंसी में आने वाली दिक्कतें बढ़ सकती है। इसके अलावा प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में सम्बन्ध बनाने, सम्बन्ध बनाते समय लापरवाही करने आदि के कारण भी महिला को दिक्कत हो सकती है।

गलत पोजीशन में में सोने से होती है परेशानी

प्रेगनेंसी के दौरान महिला को अपनी बहुत सी आदतों में बदलाव करने की जरुरत होती है क्योंकि महिला कि कुछ आदतें प्रेगनेंसी के लिए सही नहीं होती है। जैसे की महिला के सोने की पोजीशन यदि महिला पहले सीधी होकर पेट के बल होकर सो जाती थी तो महिला को प्रेगनेंसी के दौरान ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना होता है क्योंकि यह पोजीशन प्रेगनेंसी के दौरान सही नहीं होती है। और यदि महिला इन पोजीशन में सोती है तो महिला को पीठ दर्द, गर्भ में शिशु को दिक्कत आदि होने का खतरा रहता है। साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान यदि सोने की सही पोजीशन की बता की जाये तो बाईं और करवट लेकर सोना सबसे अच्छी पोजीशन है इसे माँ या बच्चे दोनों को कोई दिक्कत नहीं होती है।

नकारात्मक सोच के कारण होती है यह दिक्कत

शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना गर्भवती महिला के लिए जितना जरुरी है उतना ही गर्भवती महिला के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ रहना भी जरुरी है। ऐसे में यदि महिला प्रेगनेंसी के दौरान सकारात्मक रहने की बजाय हमेशा नेगेटिव विचारों के बारे में सोचती रहती है। तो इसकी वजह से महिला तनाव की शिकार हो जाती है जिसका बुरा असर प्रेग्नेंट महिला की सेहत, बच्चे के विकास दोनों पर पड़ता है।

शरीर में पानी की कमी के कारण हो सकती है यह दिक्कत

गर्भवती महिला को दिन भर में आठ से दस गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है साथ ही नारियल पानी, निम्बू पानी, जूस आदि लेने की सलाह भी दी जाती है। क्योंकि शरीर में तरल पदार्थों की मात्रा यदि पूरी हो तो इससे भी प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली दिक्कतों को कुछ हद तक कम करने व् महिला को एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है। लेकिन यदि महिला पानी व् अन्य तरल पदार्थों का सेवन नहीं करती है तो इसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है और इसका बुरा असर माँ व् बच्चे दोनों की सेहत पर देखने को मिल सकता है। ऐसे में जरुरी है की प्रेगनेंसी के दौरान महिला अपने शरीर में पानी की कमी बिल्कुल भी नहीं होने दें।

खुजली करने के कारण हो सकती है दिक्कत

प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण स्किन पर भी असर पड़ता है जिसकी वजह से स्किन ड्राई यानी स्किन में सूखापन आने लगता है। जिसकी वजह से खुजली होना आम बात होती है खासकर पेट के आस पास खजुली होना आम बात है। लेकिन महिला को पेट पर कोई क्रीम आदि लगा लेनी चाहिए जिससे महिला को यह दिक्कत नहीं हो क्योंकि यदि महिला खुजली अधिक करती है तो इसकी वजह से रैशेस, जलन, स्ट्रेचमार्क्स ज्यादा होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में महिला को खुजली करने की गलती नहीं करनी चाहिए।

समय पर जांच नहीं करवाने पर भी हो सकती है दिक्कत

गर्भावस्था के दौरान महिला को समय पर अपना रूटीन चेकअप करवाने, टीकाकरण करवाने, डॉक्टर द्वारा बताए गए विटामिन्स आदि लेने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह सभी चीजें माँ व् बच्चे दोनों के स्वस्थ रहने के लिए जरुरी होती है। लेकिन यदि कोई गर्भवती महिला टीकाकरण नहीं करवाती है, विटामिन्स नहीं लेती है, समय समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच नहीं करवाती है तो इसकी वजह से माँ व् बच्चे की सेहत को नुकसान पहुँचने का खतरा बढ़ जाता है।

तो यह हैं कुछ नुकसान जो गर्भवती महिला को लापरवाही करने पर हो सकते हैं ऐसे में महिला को अपने आप को फिट रखने और गर्भ में पल रहे शिशु को स्वस्थ रखने के लिए इन गलतियों को करने से बचना चाहिए। इसके अलावा महिला को किसी भी दिक्कत के होने पर एक बार डॉक्टर से बात जरूर करनी चाहिए ताकि महिला को प्रेगनेंसी को समझने में आसानी हो सके।

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