आजकल के समय में दांतों और मसूड़ों से संबंधित परेशानियों का होना आम होता जा रहा है। जिसका मुख्य कारण दांतों की ठीक प्रकार से साफ़-सफाई न करना होता है। मसूड़ों की बीमारियाँ बहुत दर्दनाक होती है। और उससे पीढित व्यक्ति काफी परेशान रहता है। क्योंकि वो न तो ठीक से खा पाता है और न ही ठीक से बोल पाता है। इसीलिए आज हम आपको मसूड़ों से जुडी बीमारियाँ और उसे घरेलू उपचारों के बारे में बताने जा रहे है।
मनुष्य का शरीर बेहद नाजुक होता है। उसमे हुई छोटी सी समस्या भी काफी तकलीफ देह होती है। फिर चाहे वो समस्या चोट लगने की हो या स्वास्थ्य की। लेकिन सभी समस्याओं में सबके अधिक दर्द दांतों और मुंह से जुडी समस्या देती है। क्योंकि इन समस्याओं में आप न तो कुछ खा पाते है और न ही ठीक से बोल पाते है। पहले के समय की तो कही नहीं जा सकती लेकिन आजकल के समय में दांतों और मुंह में होने वाली परेशानियाँ आम होती जा रही है। 5 में से हर 2 व्यक्ति इस तरह की समस्या से पीढित दिखाई देते है।
किसी को दांत में कीड़े लगने की समस्या है तो किसी को दांत में तेज दर्द की। लेकिन इसके अलावा भी एक बीमारी है जो हमारे मुंह से संबंधित होती है। और वो है मसूड़ों की बीमारियाँ। दांतों की समस्या से परेशान व्यक्ति को मसूड़ों से जुडी बीमारियाँ होना आम बात है। लेकिन आजकल के खाने और व्यस्त दिनचर्या के चलते आम लोगों में भी ये समस्या देखने को मिलती है।
मसूड़ों में बीमारी होना काफी दर्दनाक होता है क्योंकि इसमें होने वाली तकलीफ के लिए आप कुछ कर भी नहीं सकते। दरअसल ये एक तरह का इन्फेक्शन होता है जो दांतों के ऊपर से शुरू होकर नीचे हड्डियों तक फ़ैल जाता है और उसके कारण दांत टूटकर निकल जाते है। सामान्य तौर पर मसूड़ों की बिमारियों की दो स्टेज होती है। जिसमे अगर पहली स्टेज पर ही इसका पता चल जाए तो इसके कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।
लेकिन सभी को इस बीमारी और इलाज के बारे में पता नहीं होता। जिसके चलते वे अपनी इस बीमारी से जूजते रहते है। इसीलिए आज हम आपको मसूड़ों की बिमारियों और उसके घरेलू इलाज के बारे में बताने जा रहे है जिनकी मदद से आप अपनी इस समस्या से निजात पा सकेंगे। और इन उपायों के लिए आपको बहुत से पैसे खर्च करने की भी आवश्यकता नहीं है। और न ही कहीं बाहर जाने की जरुरत है क्योंकि ये सभी उपाय आपके घर में ही मौजूद है। तो देर किस बात की, आइए जानते है मसूड़ों की बीमारी और उसके घरेलू इलाज!!
मसूड़ों की बीमारियाँ :-
मसूड़ों की बिमारियों के कारण :
मसूड़ों की बिमारियां होने के कई कारण हो सकते है। लेकिन दांतों पर प्लाक होना इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण होता है। ये बैक्टीरिया की पतली पार्ट होती है जो लगातार दांतों पर जमती रहती है और अगर इसे साफ़ न किया जाए तो बैक्टीरिया मसूड़ों में सुजन पैदा कर सकते है। बाद में मसूड़े दांतों से अलग होने लगते है। और प्लाक मसूड़ों के नीचे तक फ़ैल जाता है। इस स्थिति के बाद धीरे धीरे मसूड़ों में सुजन बढ़ने लगती है और मसूड़ों की हड्डियाँ गलने लगती है।
इसके अलावा मसूड़ों की बीमारी के दुसरे कारण भी हो सकते है। जैसे- मुंह, दांत और मसूड़ों की अच्छी तरह से सफाई न करने से, लगातार दवाइयों का सेवन करने से जिसके कारण शरीर की बिमारियों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है, वायरल इन्फेक्शन, तनाव, डायबिटीज का बढ़ना, शराब व् तम्बाकू आदि का अधिक सेवन करना और गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोन की गड़बड़ी के कारण।
तो अगर आप इनमे से एक भी आदत का शिकार है तो अपनी उस आदत को तुरंत बदल दीजिए। क्योंकि आगे चलकर यही आदत आपके मसूड़ों की बिमारियों का कारण बन सकती है।
मसूड़ों की बीमारी के लक्षण :
मसूड़ों की बिमारियों की पहली स्टेज को गिंगिविटीज़ कहा जाता है। जिसके लक्षण इन प्रकार है-
- मसूड़ों का लाल होना,
- उनमे सुजन और दर्द होना,
- ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आना,
- मसूड़ों का दांतों के ऊपर निकल जाना,
- लगातार सांसों से बदबू आना।
(गर्भवती महिलाओं को गिंगिविटीज़ की समस्या होना आम बात है। इसीलिए उन्हें अपनी सेहत और दांतों का खास ख्याल रखना चाहिए।)
मसूड़ों की बीमारी की दूसरी स्टेज बहुत तकलीफ़देह होती है। इस स्थिति के कुछ लक्षण इस प्रकार है-
- मसूड़ों और दांतों के बीच मवाद बनना,
- दांतों का गिरना,
- दांतों और मसूड़ों के बीच काफी अंतर होना,
- खाने को काटते समय सभी दांतों की स्थिति में बदलाव आना।
मसूड़ों की बीमारी से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय :-
1. नीम :
दांतों में ब्रश करने के लिए नीम की टहनी का इस्तेमाल करना काफी लाभदायक होता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुण मुंह में मौजूद सभी बैक्टीरिया को समाप्त कर बीमारी के खतरे को बढ़ने से रोकते है। आम भाषा में इसे दातुन भी कहा जाता है। इतना ही नहीं इसकी इनी खूबियों के कारण उसे आयुर्वेद में भी महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।
मसूड़ों की समस्या के लिए पानी में नीम की कुछ पत्तियों को डालकर उबाल लें। ठंडा होने के पश्चात् दिन में तीन से चार बार इस पानी से कुल्ला करें। ये आपके दांतों और मसूड़ों से सभी बैक्टीरिया को समाप्त करके बिमारियों को दूर रखने में मदद करेगा।
2. मुलैठी :
मुलैठी अर्थात लिकोराइस की जड़ में लिकोराइसाइडिन और लिकोराइसोफ्लेविन ए नामक तत्व पाए जाते है जो ओरल कैविटी को बढ़ने से रोकते है। साथ ही सांसों की बदबू से छुटकारा पाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके लिए मुलैठी के पाउडर को एक चुटकी ने लेकर अपने प्रभावित दांतों पर लगाएं। आप चाहे तो इस पाउडर का इस्तेमाल रोजाना ब्रश करने के लिए भी कर सकते है। इससे आपके मसूड़ों की बिमारियों में तो राहत मिलेगी ही साथ-साथ दांत भी मजबूत होंगे।
3. तुलसी :
तुलसी का प्रयोग लगभग हर घर में किया जाता है लेकिन क्या आप जानते है की इसकी मदद से आप अपने मसूड़ों से जुडी बिमारियों को भी दूर कर सकते है। तुलसी की पत्तियों में मौजूद औषधीय गुण मुंह में मौजूद सभी बैक्टीरिया को समाप्त करने में मदद करते है। इसके अलावा ये एक प्राकृतिक एंटी बायोटिक भी है जिसके इस्तेमाल से मसूड़ों की समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है। जबकि इसकी एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी दांतों से प्लाक और सांसों की बदबू से छुटकारा दिलाने में भी मदद करती है।
यदि आपको भी मसूड़ों से संबंधित समस्याएं है तो उनसे निपटने के लिए रोजाना तुलसी के कुछ पत्तों को चबाएं। ये आपको फ्रेशनेस देने के साथ-साथ दांतों को बैक्टीरिया रहित रखने में भी मदद करेगा।
4. गूगल :
गूगल यानी लोबान, का प्रयोग अधिकतर पूजा आदि कार्यों में किया जाता है लेकिन क्या आप जानते की इसका इस्तेमाल बहुत सीओ आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में भी किया जाता है। दरअसल, इसमें कई एंटी इंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते है जो बैक्टीरिया के निर्माण और प्लाक को जमने से रोकते है। इसके अलावा भी इसमें कई फायदेमंद तत्व होते है जो मुंह और मसूड़ों से संबंधित समस्यायों को दूर करने में मदद करते है।
यदि आप भी अक्सर मसूड़ों से जुडी समस्यायों से परेशान रहते है तो इसके लिए एक ग्लास पानी में आधा चम्मच लोबान मिलाएं। अब इसका इस्तेमाल माउथवाश की तरह करें। दिन में 2-3 बार इस पानी का कुल्ला करने से आपके मसूड़े स्वस्थ रहेंगे। साथ ही उनमे किसी प्रकार का इन्फेक्शन भी नहीं होगा।
5. लौंग :
मसूड़ों की समस्यायों से छुटकारा पाने के लिए प्रयोग किये जाने वाले सभी उपायों में से लौंग सबसे अधिक प्रभावशाली और फायदेमंद मानी जाती है। क्योंकि इसमें ईजीनॉल नामक एक तत्व पाया जाता है जो एक बेहतर शक्तिशाली एंटीसेप्टिक और एनलगेसिक के रूप में कार्य करता है। साथ ही इसमें मौजूद अन्य तत्व मसूड़ों से दर्द में राहत देने में भी मदद करते है।
अगर आपके मसूड़ों में भी दर्द हो रहा है तो उसके लिए दर्द वाले स्थान पर लौंग का तेल लगायें। इससे दर्द में तुरंत आराम मिलेगा। इसके अलावा ये आपके मुंह में बैक्टीरियल ग्रोथ और उससे संबंधित समस्यायों को दूर करने में भी मदद करेगा। आप चाहे तो सीधे लौंग को पीसकर भी अपने मसूड़ों पर लगा सकते है। ये भी फायदा करेगा।
तो ये थे कुछ घरेलू उपाय जिनकी मदद से आप मसूड़ों की बिमारियों से छुटकारा पा सकते है। लेकिन ये उपाय केवल इंस्टेंट आराम देने तक ही आपकी मदद कर सकते है। समस्या को पूरी तरह खत्म करने के लिए आपको डेंटिस्ट के पास जाना पड़ेगा। इसके लिए किसी अच्छे डेंटिस्ट को ही चुने। क्योंकि आपके दांत बहुत अनमोल है।