गर्भवती महिला को आठवें महीने के बाद क्या -क्या खाना चाहिए?

प्रेगनेंसी गर्भवती महिला के लिए ऐसा समय होता है जब महिला अपने गर्भ में एक नन्ही जान को एक वरदान के रूप में पाल रही होती है। और पूरी प्रेगनेंसी के दौरान महिला खुद से ज्यादा अपने शिशु के लिए सोचती है, उसके स्वास्थ्य को बेहतर रखने की तरफ सबसे ज्यादा ध्यान देती है। साथ ही हर कोई प्रेगनेंसी का पूरा समय यानी की पूरे नौ महीने तक महिला को अपना अच्छे से ध्यान रखने की सलाह देता है। और प्रेगनेंसी के आखिरी महीने में तो महिला को अपना ध्यान भी रखना होता है, अपने शरीर को प्रसव के लिए तैयार भी करना होता है, आदि।

क्योंकि प्रेग्नेंसी के नौवें महीने में महिला जितना ज्यादा अपने ध्यान रखती है उतना ही बच्चे के तेजी से विकास होने में मदद मिलती है, प्रसव को आसान बनाने में मदद मिलती है। ऐसे में महिला को सबसे ज्यादा अपने खान पान का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि बेहतर खान पान माँ व् बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी के नौवें महीने में महिला को क्या-क्या खाना चाहिए।

देसी घी

गर्भावस्था के नौवें महीने में महिला को देसी घी जरूर खाना चाहिए क्योंकि इससे गर्भ में पल रहे शिशु को भरपूर पोषण मिलता है। साथ ही देसी घी में मौजूद पोषक तत्व गर्भ गर्भवती महिला के शरीर को प्रसव के लिए ऊर्जा से भरपूर रखने में मदद करते हैं।

हरी सब्जियां

आठवें महीने के बाद महिला को हरी सब्जियों का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए क्योंकि हरी सब्जियां आयरन, फोलेट, विटामिन्स से भरपूर होती है। जो माँ व् बच्चे को पोषण पहुंचाने के साथ डिलीवरी के समय खून की कमी को पूरा रखने, बच्चे को जन्म दोष से सुरक्षित रखने में मदद करते है।

ड्राई फ्रूट्स

ड्राई फ्रूट्स का सेवन भी महिला को नौवें महीने में जरूर करना चाहिए क्योंकि ड्राई फ्रूट्स पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो गर्भवती महिला को एनर्जी से भरपूर रखने में मदद करते हैं, शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं, बच्चे के बेहतर विकास में मदद करते हैं, आदि। साथ ही ड्राई फ्रूट्स की तासीर गर्म होती है जिससे प्रसव पीड़ा को उत्तेजित करने में मदद मिलती है।

दूध व् अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स

प्रसव का समय आने पर महिला को ऊर्जा की बहुत ज्यादा जरुरत होती है। और डेयरी प्रोक्ट्स कैल्शियम, प्रोटीन का बेहतरीन स्त्रोत होते हैं जो गर्भवती महिला के शरीर को भरपूर पोषण पहुंचाने में मदद करते हैं। साथ ही शिशु के बेहतर विकास में भी मदद करते हैं। ऐसे में गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के नौवें महीने में डेयरी प्रोडक्ट्स खासकर एक दिन में दो से तीन गिलास दूध का सेवन जरूर करना चाहिए।

अनानास

गर्भावस्था के नौवें महीने में महिला चाहे तो अनानास का सेवन भी कर सकती है क्योंकि इसमें पोषक तत्वों की अधिकता होने के साथ यह प्रसव पीड़ा को उत्तेजित करने में भी मदद करता है। जिससे महिला के प्रसव को आसान बनाने में मदद मिलती है। अनानास को काटकर खाने के साथ अनानस के जूस का सेवन भी महिला कर सकती है।

खजूर

प्रेगनेंसी के आखिरी दिनों में महिला को रोजाना सात आठ खजूर का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि खजूर का सेवन करने से माँ व् बच्चे को सेहत सम्बन्धी फायदे मिलने के साथ गर्भाशय ग्रीवा को खुलने में भी मदद मिलती है। जिससे प्रसव को आसान बनाने में मदद मिलती है।

फल खाएं भरपूर

प्रेगनेंसी के आठवें महीने के बड़ा महिला को फलों का भी भरपूर सेवन करना चाहिए खासकर जिनमे पानी की मात्रा की अधिकता होती है जैसे की संतरा, किन्नू आदि। ऐसे में फलों को खाने से महिला की पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है, बॉडी में तरल पदार्थों की मात्रा भरपूर रहती है, एनर्जी मिलती है, आदि। जिससे प्रेगनेंसी के नौवें महीने में महिला की परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है।

दालें व् फलियां

प्रेगनेंसी के नौवें महीने में महिला को दालों और फलियों का सेवन भी भरपूर मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि इनमे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो माँ व् बच्चे को हेल्दी रखने के साथ महिला को प्रसव के लिए एनर्जी देने में भी मदद करते हैं।

शकरकंद

यदि आपका नौवां महीना चल रहा है और शकरकंद का मौसम है तो आपको शकरकंद का सेवन करना चाहिए। क्योंकि शकरकंद का सेवन करने से आपको एनर्जी से भरपूर रहने के साथ नोर्मल डिलीवरी के चांस बढ़ाने में भी मदद मिलता है।

शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें

प्रेगनेंसी के नौवें महीने में पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेने के साथ महिला को तरल पदार्थों का सेवन भी भरपूर करना चाहिए। क्योंकि तरल पदार्थों का सेवन भरपूर मात्रा में करने से महिला को ऊर्जा से भरपूर रहने में मदद मिलती है। इसके अलावा महिला को इस दौरान दिन में तीन चार बार गुनगुना पानी पीना चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है की गर्म पानी पीने से भी प्रसव पीड़ा को उत्तेजित करने में मदद मिलती है।

प्रेगनेंसी के नौवें महीने में इन बातों का ध्यान भी रखें

  • पर्याप्त नींद लें।
  • थोड़ी देर वाक जरूर करें।
  • खान पान समय से करें।
  • टेंशन नहीं लें।
  • प्रसव के बारे में लोगो की अलग अलग राय सुनकर बिल्कुल भी नहीं घबराएं क्योंकि आपका शरीर अलग है और उनका अलग है।
  • थोड़ी देर मैडिटेशन जरूर करें।
  • समय से डॉक्टर से जांच करवाएं।
  • शरीर में कोई भी असहज लक्षण के महसूस होने पर डॉक्टर से मिलें।

तो यह हैं कुछ खाद्य पदार्थ जिनका सेवन प्रेगनेंसी के आठवें महीने के बाद महिला को जरूर करना चाहिए। इसके अलावा महिला को उठने, बैठने, सोने, काम करते समय सावधानी बरतनी चाहिए ताकि माँ या बच्चे को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो। साथ ही महिला को प्रसव की जानकारी इक्कठी करनी चाहिए। ताकि प्रसव को आसान बनाने में मदद मिल सके।

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