प्रेगनेंसी में जब कुछ खाने का मन न करे तो क्या करना चाहिए

प्रेगनेंसी में भूख

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला में बहुत से बदलाव आते हैं यह बदलाव बॉडी में अंदर होने वाले हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं, शारीरिक रूप से महिला में बदलाव आ सकता है व् कुछ गर्भवती महिलाएं मानसिक रूप से भी बदलाव का अनुभव कर सकती है। और इन बदलाव के कारण महिला को प्रेगनेंसी के समय बहुत सी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। जैसे की उल्टी की समस्या, वजन बढ़ना, बॉडी में दर्द, मॉर्निंग सिकनेस, कब्ज़ व् एसिडिटी, मूड स्विंग्स, खाने का मन न करना, भूख अधिक लगना आदि।

तो लीजिये आज हम प्रेगनेंसी के दौरान भूख से जुडी कुछ बातें करने का रहे हैं। प्रेगनेंसी के दौरान हर महिला के शरीर में अलग अलग लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे की कुछ महिलाओं को बहुत अधिक भूख लगती है तो कुछ महिलाओं को कम। ऐसे में यह दोनों ही परेशानी का विषय हो सकते हैं, क्योंकि अधिक भोजन करने के कारण वजन बढ़ने के कारण महिला को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, और भूख में कमी होने के कारण गर्भवती महिला को पोषक तत्व भरपूर मात्रा में नहीं मिलते हैं जिसके कारण शिशु के विकास में कमी जैसी समस्या हो सकती है।

प्रेग्नेंट महिला को भूख नहीं लगने के कारण

  • बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण।
  • प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली परेशानियों की वजह से।
  • तनाव के कारण।
  • उल्टियों की समस्या अधिक होने की वजह से।
  • खाने की गंध से एलर्जी होने के कारण।
  • कब्ज़ व् एसिडिटी की समस्या अधिक होने के कारण।

प्रेगनेंसी में भूख न लगने पर क्या करें?

यदि आप गर्भवती है और आप भी प्रेगनेंसी के दौरान भूख की कमी की समस्या से परेशान हैं तो आपको इस परेशानी का इलाज जल्द से जल्द करना चाहिए। क्योंकि यदि गर्भवती महिला अपने खाने पीने का ध्यान नहीं रखती है तो इससे गर्भवती महिला को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या होने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में कमी जैसी परेशानी भी हो सकती है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की आप प्रेगनेंसी के दौरान भूख न लगने की समस्या से बचने के लिए आप क्या कर सकते हैं।

थोड़ा थोड़ा खाएं

प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण पाचन क्रिया धीमी पड़ जाती है जिसके कारण भोजन को पचाने में समय लगता है, ऐसे में महिला को बड़े बड़े मील लेने की बजाय दिन में पांच से छह बार थोड़ा थोड़ा करके खाना चाहिए। ऐसा करने से भोजन को आसानी से पचाने में मदद मिलेगी, जिससे आपको भूख का अहसास भी बढ़ने लगेगा।

हल्का आहार

प्रेग्नेंट महिला को अपने आहार में पोषक तत्वों की मात्रा को भरपूर रखना चाहिए और हल्के आहार का सेवन करना चाहिए। हल्के आहार का मतलब होता है जो पचने में आसान हो जैसे की उबला आलू, दही, केले, चावल, दालें, तरल पदार्थों की अधिकता वाले फल, दलिया, ओट्स आदि। यह सब पोषक तत्वों से समृद्ध होने के साथ पचने में भी आसान होते हैं।

तरल पदार्थ

बॉडी में पानी की मात्रा का भरपूर होने के कारण यह बॉडी से विषैले तत्वों को बाहर निकालने के साथ पेट की अच्छे से सफाई में मदद करता है। जिससे गर्भवती महिला को खाने को आसानी से हज़म करने में मदद मिलती है और भूख की कमी की परेशानी से राहत पाने में मदद मिलती है।

कब्ज़ व् एसिडिटी

कब्ज़ व् एसिडिटी की समस्या से प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सी गर्भवती महिलाएं परेशान रहती है। इस परेशानी के कारण महिला हमेशा पेट को भरा हुआ महसूस करती है साथ ही एसिडिटी के कारण सीने में जलन, खट्टी डकार जैसी परेशानी होने के कारण महिला की कुछ खाने की इच्छा नहीं हो सकती है। ऐसे में कब्ज़ व् एसिडिटी की समस्या से बचने के लिए महिला को फाइबर युक्त आहार का सेवन करना चाहिए, ऐसा करने से पेट को साफ़ करने में मदद मिलती है और पाचन क्रिया को भी बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलती है जिससे प्रेग्नेंट महिला को भूख की कमी की समस्या से राहत पाने में मदद मिलती है।

मसालेदार व् जंक फ़ूड

बाहर का खाना, तेलीय आहार, मसालेदार भोजन, मिर्ची युक्त आहार का सेवन करने से भी गर्भवती महिला को बचना चाहिए क्योंकि ऐसे भोजन को पचाने में मुश्किल होती है, साथ ही इसके कारण गर्भवती महिला को पेट सम्बन्धी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में भूख की कमी की समस्या से बचने के लिए और पेट सम्बन्धी विकार से सुरक्षित रहने के लिए गर्भवती महिला को ज्यादा मसालेदार आहार का सेवन नहीं करना चाहिए।

अपनी पसंद का बनाएं

कुछ अलग खाने की इच्छा होने के कारण और अपने स्वाद अनुसार आहार न मिलने की वजह से भी गर्भवती महिला का खाने का मन नहीं कर सकता है। ऐसे में गर्भवती महिला को अपनी पसंद का आहार बनाकर उसका सेवन करना चाहिए, अपनी पसंद का खाने के कारण भी महिला की खाने की इच्छा में वृद्धि हो सकती है, लेकिन ध्यान रखें की जो भी खाएं उससे आपकी सेहत को नुकसान न हो और वह आहार पोषक तत्वों से भरपूर हो।

डॉक्टर से राय लें

कई बार हो सकता है कोई शारीरिक परेशानी जैसे की उल्टियां अधिक होना, पेट से जुडी परेशानी आदि के अधिक होने के कारण गर्भवती महिला का कुछ खाने का मन न करें ऐसे में गर्भवती महिला को एक बार डॉक्टर से भी अपनी जांच जरूर करवानी चाहिए। ताकि आपकी शारीरिक परेशानी की समस्या का समाधान करके भूख से सम्बंधित परेशानी को दूर करने में मदद मिल सके।

तो यह हैं कुछ खास टिप्स जिनका इस्तेमाल करने से आपको प्रेगनेंसी के दौरान भूख न लगने जैसी परेशानी से निजात पाने में मदद मिलती है। तो यदि आप भी गर्भवती है और आपको भी भूख में कमी की समस्या है तो ऊपर दिए गए टिप्स को अपनी दिनचर्या में शामिल करें इससे आपको बहुत जल्दी इस परेशानी से निजात पाने में मदद मिलेगी।

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