Pregnancy me nabhi ke bahar aane ke karan

Pregnancy me nabhi ke bahar aane ke karan


प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में बहुत से बदलाव होते हैं। जैसे की पेट का बाहर आना, वजन बढ़ना, हाथों पैरों पर सूजन होना, ब्रेस्ट के आकार में बदलाव होना, हिप्स का बाहर निकलना, नाभि में बदलाव होना, आदि। और ऐसा होना गर्भावस्था के दौरान आम बात होती है। आज इस आर्टिकल में हम आपको प्रेगनेंसी के दौरान नाभि में होने वाले बदलाव के बारे में बात करने जा रहे हैं। जैसे की गर्भावस्था के दौरान महिला के पेट का आकार बढ़ता है वैसे वैसे नाभि बाहर की और उभरी हुई नज़र आ सकती है।

गर्भावस्था में नाभि के बाहर आने के कारण

प्रेगनेंसी के दौरान नाभि के बाहर आने का कारण गर्भाशय का बढ़ना होता है। जैसे जैसे गर्भाशय का अकार बढ़ता जाता है वैसे वैसे नाभि थोड़ी बाहर की तरफ उभरी हुई नज़र आती है। और इसे लेकर महिला को घबराने की जरुरत नहीं होती है क्योंकि ऐसा होना गर्भावस्था के दौरान आम बात होती है। लेकिन यदि महिला को नाभि से जुडी कोई समस्या है जैसे की दर्द है, खुजली की समस्या है तो महिला को इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।

गर्भावस्था में नाभि में दर्द होने के कारण

  • गर्भाशय का आकार बढ़ने के कारण नाभि के आस पास की मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ता है जिसकी वजह से महिला को दर्द महसूस हो सकता है।
  • जो महिलाएं नाभि पर छेद करवाती है उन्हें यह समस्या हो सकती है।
  • यदि महिला को स्किन इन्फेक्शन यानी के नाभि के आस पास खुजली व् जलन की समस्या होती है तो भी महिला को नाभि में दर्द महसूस हो सकता है।

नाभि में दर्द की समस्या से बचने के उपाय

  • खुजली जलन के कारण होने वाले दर्द से बचने के लिए महिला को नाभि के आस पास लोशन लगाना चाहिए जिससे खुजली और जलन से राहत मिल सकें।
  • पेट के लिए बेल्ट का इस्तेमाल करें इससे पेट को स्पोर्ट मिलता है जिससे मांसपशियों में खिंचाव कम होता है और महिला को दर्द से आराम मिलता है।
  • टी ट्री आयल, नारियल के तेल आदि को नाभि के आस पास लगाएं आपको आराम मिलेगा।
  • करवट लेकर सोने से नाभि पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद मिलती है जिससे महिला को आराम महसूस होता है।

क्या नाभि और गर्भ में पल रहे शिशु का कोई कनेक्शन होता है?

जी हाँ, नाभि वो होती है जिसे आप गर्भनाल कहते हैं जो सीधा शिशु से जुडी होती है और इसी के माध्यम से शिशु के विकास के लिए सभी जरुरी पोषक तत्व, ऑक्सीजन, खून आदि शिशु तक पहुंचाया जाता है। लेकिन यदि नाभि में दर्द होता है तो इसका कोई असर शिशु पर नहीं पड़ता है।

लेकिन यदि स्किन इन्फेक्शन हो तो महिला को इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके बढ़ने से हो सकता है की बच्चे को दिक्कत महसूस हो। क्योंकि यदि आप तेजी से खुजली करते हैं तो इसके कारण पेट पर दबाव पड़ सकता है जिसकी वजह से बच्चे को दिक्कत महसूस हो सकती है।

गर्भावस्था में नाभि में दर्द होने पर डॉक्टर से कब मिलें?

प्रेगनेंसी में समय यदि आपको हल्का फुल्का नाभि में दर्द हो रहा है तो कोई बात नहीं लेकिन यदि आप असहनीय दर्द हो रहा है, बुखार, उल्टी, बहुत ज्यादा नाभि में खुजली जलन की समस्या हो रही है तो महिला को तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

तो यह हैं प्रेगनेंसी में नाभि में दर्द होने के कारण व् नाभि में होने वाले बदलाव के कारण, तो ऐसे में यदि आप भी नाभि में हो रहे बदलाव के कारण परेशान हो रहे हैं तो आपको बिल्कुल परेशान होने की जरुरत नहीं है। साथ ही नाभि में होने वाले दर्द या किसी अन्य असहज लक्षण के महसूस होने पर इसे अनदेखा भी नहीं करें।

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