दूसरी प्रेगनेंसी में इन बातों का ध्यान रखें?

अधिकतर महिलाएं यही सोचती हैं की जब एक बार महिला प्रेग्नेंट हो जाती है और बच्चे को जन्म दे देती है। तो दूसरी प्रेगनेंसी में महिला को ज्यादा ध्यान देने की जरुरत नहीं होती है। इसीलिए वो दूसरी बारे माँ बनने जब जा रही होती है तो वो अपनी सेहत का ज्यादा ध्यान नहीं देती है। उनका सारा ध्यान पहले बच्चे की केयर और परिवार पर ही लगा रहता है। जबकि महिला का ऐसा करना बिल्कुल गलत होता है क्योंकि पहली और दूसरी प्रेगनेंसी में ज्यादा फ़र्क़ नहीं होता है।

महिलाओं द्वारा बरती गई इसी लापरवाही के कारण दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान महिलाएं ज्यादा शारीरिक व् मानसिक रूप से थकान का अनुभव कर सकती है। साथ ही महिला को सेहत से जुडी परेशानियों का सामना भी अधिक करना पड़ सकता है ऐसे में दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान महिला को ऐसी कोई भी दिक्कत नहीं हो। इसके लिए महिला को अपना अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। तो आइये अब इस आर्टिकल में जानते हैं कुछ टिप्स के बारे में जिनका ध्यान महिला को दूसरी प्रेगनेंसी में खासतौर से रखना चाहिए।

बच्चों में गैप रखें

सबसे पहले तो महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की महिला जब दूसरी बारे माँ बनने जा रही है तो वो अपने दोनों बच्चों में कम से कम तीन साल का गैप जरूर रखें। ताकि महिला को शारीरिक रूप से पूरी तरह ठीक होने व् पहले बच्चे को थोड़ा बड़ा होने में मदद मिल सकें।

वजन रखें कण्ट्रोल

डिलीवरी के बाद अधिकतर महिलाओं का वजन बढ़ जाता है और बच्चे की केयर में महिलाएं अपना ध्यान रखने के बारे में तो सोच ही नहीं पाती हैं। लेकिन यदि महिला दूसरी बार प्रेग्नेंट होने जा रही है तो महिला को प्रेगनेंसी प्लानिंग से पहले और गर्भावस्था के दौरान अपने वजन को सही रखना चाहिए। क्योंकि यदि महिला का वजन ज्यादा होता है तो महिला को डाइबिटीज़, हाई ब्लड प्रैशर जैसी परेशानियां होने का खतरा बढ़ जाता है।

खाने पीने का अच्छे से ध्यान रखें

महिला को दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान भी अपने खान पान का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए क्योंकि दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान आपकी उम्र भी बढ़ जाती है। और उम्र बढ़ने का साथ कई बार महिला के शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है जो की माँ व् बच्चे दोनों की सेहत के लिए सही नहीं होता है। ऐसे में महिला को दूसरी बार गर्भधारण करने पर अपनी डाइट के साथ बिल्कुल भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए और पोषक तत्वों से युक्त डाइट लेनी चाहिए। ताकि दूसरी प्रेगनेंसी में भी माँ व् बच्चा दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल सकें।

लापरवाही नहीं करें

यदि आप ऐसा सोच रही हैं की पहली प्रेगनेंसी के बाद आपको दूसरी प्रेगनेंसी में कोई दिक्कत नहीं हो सकती है तो आपका यह सोचना बिल्कुल गलत है। क्योंकि दोनों ही प्रेगनेंसी बहुत नाजुक होती है बस फर्क इतना होता है की आपको पहली प्रेगनेंसी में जानकारी कम होती है और दूसरी प्रेगनेंसी में आपकी जानकारी बढ़ जाती है। ऐसे में गर्भवती महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की दूसरी प्रेगनेंसी में भी महिला अपना उतना ही ध्यान रखें जितना की महिला ने अपनी पहली प्रेगनेंसी में रखा था और किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करें। ताकि दूसरी बार गर्भधारण करने पर भी महिला और बच्चे दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल सकें।

डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों का नियमित सेवन करें

दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान आपको डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों का नियमित सेवन करना चाहिए और समय से करना चाहिए। ऐसा करने से महिला के शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होती है महिला को शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।

हेल्थ चेकअप करवाते रहें

बढ़ती उम्र के साथ शरीर में बीमारियां आने का खतरा भी बढ़ता जाता है ऐसे में यदि आपने गर्भधारण किया है तो आपको समय समय पर अपना हेल्थ चेकअप भी करवाते रहना चाहिए इससे महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी और यदि कोई समस्या होगी तो उसका साथ के साथ ट्रीटमेंट भी हो जायेगा।

फिटनेस पर ध्यान दें

यदि दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान आपको कोई यह कह रहा है की आपको इस दौरान व्यायाम नहीं करना है तो ऐसा बिल्कुल नहीं करें बल्कि आपको दिन भर में थोड़ी देर व्यायाम या योगा जरूर करना चाहिए। क्योंकि इससे आपको शारीरिक व् मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी।

अपने पहले बच्चे का भी ध्यान रखें

दूसरी बार प्रेग्नेंट होने पर आप अपने पहले बच्चे का ध्यान अच्छे से रखें साथ ही उससे अपनी बातें शेयर करें और उसे बताएं की उसका छोटा भैया या बहन आने वाला है। उसे बताएं की आपके पेट को कुछ नहीं करें, छोटी छोटी बातें सीखाएं ताकि दूसरे बच्चे के आने पर वो आपकी थोड़ी बहुत मदद कर सकें और आपको ज्यादा तंग नहीं करें। इससे आपको अपनी प्रेगनेंसी और डिलीवरी के बाद दोनों बच्चों की केयर करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।

तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान दूसरी पेग्नेंसी में महिला को रखना चाहिए ताकि महिला को दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान भी कोई दिक्कत नहीं हो। साथ ही कोई दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से राय लें।

Second Pregnancy Tips

Leave a Comment