सुबह की इन गलतियों से खराब होता है पूरा दिन गर्भवती महिला का

अक्सर यह देखा गया है के गर्भावस्था के दौरान सुबह के समय सिकनेस यानी उलटी, सर दर्द, मिचली आदि जैसी समस्याएँ ज्यादा होती है। सुबह की इस सिकनेस के कारण गर्भवती महिला का पूरा दिन खराब हो जाता है। जिस कारण गर्भवती महिला का पूरा दिन कुछ खाने का मन नहीं करता है। प्रेगनेंसी के शुरूआती तीन महीनों में यह समस्या बहुत ज्यादा होती है क्योंकि इस समय में शरीर में बहुत तेजी से हार्मोन्स में बदलाव होता है।

हार्मोन्स में बदलाव के कारण हमे बहुत से चीजे नुकसान पहुंचाती है जिस कारण गर्भवती महिला को सुबह सुबह उलटी, सर दर्द, चक्कर आना, मिचली आदि जैसी समस्याएँ हो जाती है। आज हम आपको बताएंगे के सुबह के समय कौन सी ऐसी गलत चीजे होती है जिसे जाने अनजाने में हर गर्भवती महिला करते है जिसके कारण गर्भवती महिला का पूरा दिन हो जाता है खराब।

चाय और कॉफी

हम सभी के दिन की शुरूआती सुबह की चाय या कॉफ़ी से ही होती है। परन्तु गर्भ धारण करते ही हर महिला को अपनी इस आदत को बदलना पड़ता है। सुबह की इस चाय की आदत से गर्भवती महिला को पेट दर्द, गैस, जलन और सर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

क्योंकि रात को सोने से लेकर सुबह तक में एक लम्बा समय होता है जिस दौरान ना हम कुछ खाते है और ना ही पीते है। सुबह उठने पर हमारा पेट पूरी तरीके से खाली होता है। इसीलिए सुबह खाली पेट चाय और कॉफ़ी के सेवन से पेट में गैस बनने लगती है। इसके अतिरिक्त चाय और कॉफ़ी में वैसे भी कैफीन की मात्रा होती है। जिसका सेवन गर्भवती महिला को ना करने की सलाह दी जाती है। अगर हम अपनी चाय और कॉफ़ी की आदत को नहीं बदलते तो हमारा दिन और मुड़ तो खराब होता ही है इसके अतिरिक्त शिशु की ग्रोथ पर भी इसका असर पड़ता है।

दूध

वैसे तो गर्भवती महिला को दूध और दूध से बनी चीजों के सेवन करने की सलाह दी जाती है। परन्तु आपश्चुरीकृत दूध कुछ महिलाओं के शरीर में पचता नहीं है। इसीलिए जो गर्भवती महिला दूध का सेवन करना चाहती है वह सिर्फ पाश्चुरीकृत दूध का ही सेवन करें।

इसके अतिरिक्त गर्भवती महिला की पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। जिसके कारण दूध आसानी से पच नहीं पाता। इसीलिए सुबह उठकर खाली पेट दूध का सेवन कभी ना करें। पहले कुछ हल्का भोजन ले और उसके बाद ही दूध का सेवन करें।

पराँठे

भारत में ज्यादातर सभी लोगो का सुबह का नाश्ता हैवी होता है जैसे की अंडे, पराँठे आदि। परन्तु गर्भवती महिला यदि सुबह परांठो का सेवन करेगी तो पूरा दिन परेशान रहेगी। सबसे पहली बात पराँठे तेल या घी में बने होते है जिसके कारण कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ता है। परांठो का नाश्ता बहुत हैवी होता है जैसा की हम पहले भी बता चुके है के गर्भवती महिला की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है इसीलिए इतना हैवी नाश्ता पचाना संभव नहीं हो पाता। जिस कारण गर्भवती महिला को सीने में जलन, पेट दर्द, हैवीनेस, मिचली आदि प्रोब्लेम्स का सामना करना पड़ता है। कई बार तो बहुत ज्यादा उल्टियाँ भी लग जाती है। जिस कारण पूरा दिन गर्भवती महिला कुछ और ना खा पाती है और ना ही पी पाती है, पूरा दिन और मुड़ दोनों ही खराब रहते है।

सोना

गर्भवस्था के दौरान शरीर में हार्मोन्स में बदलाव होने से बहुत सी महिलायें सुस्त हो जाती है जिस कारण वह देर तक सोने की आदत बना लेती है। जो की पूरी तरीके से गलत है सुबह देर से उठने का मतलब सुबह का नाश्ता ना करना, सुबह की वाक, मेडिसिन आदि सब चीजे मिस कर देना। इसी गलत दिनचर्या के कारण खाने, पीने, नहाने और दवाई सबका समय बदल जाता है।

असमय दवाई, खाना आदि लेने से हमारे शरीर पर इसका विपरीत प्रभाव भी पड़ता है। साथ ही इस तरह की दिनचर्या से शिशु का विकास भी प्रभावित होता है। ध्यान रखिये गर्भावस्था एक बीमारी नहीं है जिसमे आप पूरा दिन आराम करते रहे। आलस छोड़ कर अपनी पहले वाली दिनचर्या को ही निभाये। आप जो भी दिनचर्या निभाएंगी उसी के अच्छे और बुरे प्रभाव आपके शिशु पर भी दिखेंगे। अगर फिर भी आपको बहुत आलस या कमजोरी महसूस होती है तो सुबह के समय हल्की फुलकी योग और ध्यान कर सकते है। योगा को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टरों से जरूर सलाह लें।

मसालेदार नाश्ता

प्रेगनेंसी के दौरान महिला के मुँह का टेस्ट भी खराब हो जाता है। जिस कारण उनका स्पाइसी खाना खाने का मन करता है। परन्तु गर्भावस्था में मुँह के स्वाद अच्छा करने के लिए मसालेदार भोजन का सेवन ना करे। सुबह का खाया हुआ मसालेदार भोजन आपको पूरा दिन परेशान रखेगा।

जिस कारण आप पूरा दिन कुछ भी नहीं खा पाएंगे। इस समय में हल्का और पौष्टिक भोजन आपके और शिशु की सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

गर्भावस्था में सुबह के समय हैवी फ़ूड, मसालेदार भोजन, चाय या कॉफ़ी आदि का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। इससे हमे पुरे दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समय में अपने शिशु के सेहत का ध्यान रखते हे कम कम मात्रा में हर दो घंटों में कुछ न कुछ कहते रहना चाहिए। सुबह की शुरआत फ्रूट्स जैसे की केला, सेब या नाशपती आदि से करने चाहिए। फ्रूट्स से मिलने वाले पोटैशियम से हमे सुबह के समय होने वाली उलटी, मिचली, जी घबराना आदि से राहत मिलेगी। ज्यादा समय तक भूखे भी ना रहे। ज्यादा समय तक भूखे रहने से पेट में एसिड बनने लगता है जिस कारण हमे उलटी हो जाती है इसीलिए एसिड ना बनने दे हर थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाते रहे।

प्रेगनेंसी के दौरान जरुरी है के किसी एक चीज अत्यधिक सेवन पर ध्यान ना देते हुए। एक संतुलित आहार ले जिससे आपको और शिशु को भरपूर पोषक तत्व मिले। गर्भावस्था में एक सहीं दिनचर्या का शिशु के सेहत पर बहुत असर पड़ता है। इसीलिए आलस त्याग कर अच्छी दिनचर्या को अपनाये। तनाव और चिंता से दूर रहने के लिए सुबह के समय हलकी फुलकी योग और मैडिटेशन यानी ध्यान आदि भी कर सकते है।

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