जब पेट में जुड़वां बच्चे हो तो ऐसे रखें अपना ध्यान

जब भी आपको यह न्यूज़ मिलती है की आपके घर में एक नन्हा मेहमान आने वाला है तो उसी समय से महिला अपना दुगुना ध्यान रखना शुरू कर देती है। ताकि आने वाला नन्हा मेहमान हष्ट पुष्ट, तंदरुस्त, बुद्धिमान हो। और जब आपको यह पता चले और आने वाला नन्हा मेहमान अकेला नहीं है बल्कि वो जुड़वां है तो महिला की जिम्मेवारी और भी बढ़ जाती है।

क्योंकि जब गर्भ में एक शिशु हो और महिला कोई लापरवाही कर दे तो माँ और बच्चे को दिक्कतें आने का खतरा रहता है तो जुड़वां बच्चे होने पर खतरा भी दुगुना हो जाता है। ऐसे में महिला और उसके परिवार दोनों की जिम्मेवारी दुगुनी हो जाती है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको उन गर्भवती महिलाओं के लिए प्रेगनेंसी केयर टिप्स बताने जा रहे हैं जिनके गर्भ में जुड़वां बच्चे होते हैं।

डाइट का रखें खास ध्यान

गर्भ में जुड़वां शिशु के होने पर महिला को पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। जैसे की महिला को कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, पोटैशियम, फाइबर से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। ताकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला भी स्वस्थ रहें और गर्भ में पल रहे जुड़वां बच्चों के विकास के लिए भी सभी जरुरी पोषक तत्व उन्हें मिल सकें। केवल डाइट में पोषक तत्वों को ही शामिल नहीं करना है बल्कि महिला को अपनी डाइट को समय से लेना भी जरुरी है।

प्रीनेटल विटामिन्स समय से लें

गर्भावस्था की शुरुआत से ही डॉक्टर्स प्रेग्नेंट महिला को कुछ प्रीनेटल विटामिन लेने की सलाह देते हैं। वह विटामिन्स प्रेग्नेंट महिला के शरीर में पोषक तत्वों की मात्रा को सही रखने और बच्चे के बेहतर विकास में मदद करते हैं। ऐसे में गर्भ में बच्चों का विकास अच्छे से हो इसके लिए महिला को प्रीनेटल विटामिन्स का सेवन समय से जरूर करना चाहिए और नियमित करना चाहिए।

आयरन की कमी नहीं होने दें

प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में खून की कमी होना प्रेगनेंसी और डिलीवरी में कॉम्प्लीकेशन्स तो बढ़ाता ही है साथ ही इससे बच्चे के विकास में कमी आने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में इस परेशानी से बचने के लिए प्रेग्नेंट महिला को आयरन युक्त डाइट लेनी चाहिए। और जब बात जुड़वां बच्चों की हो तो महिला को ज्यादा ध्यान रखना चाहिए की शरीर में खून की कमी नहीं हो। और शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए महिला को आयरन युक्त डाइट लेनी चाहिए साथ ही प्रीनेटल विटामिन्स का सेवन भी समय से करना चाहिए।

आराम करें

गर्भ में जुड़वां बच्चों के होने पर प्रेगनेंसी में आने वाली परेशानियों से बचने के लिए महिला को भरपूर आराम करना चाहिए। क्योंकि जितना महिला आराम करती है उतना ही प्रेगनेंसी के दौरान महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।

पेट पर भार पड़ने वाला कोई काम नहीं करें

गर्भ में जुड़वां शिशु के होने पर पेट जल्दी बाहर निकलने लगता है साथ ही पेट पर हल्का दबाव भी यदि पड़ता है तो इसके कारण महिला और बच्चों दोनों को दिक्कत हो सकती है। ऐसे में इस परेशानी से बचाव के लिए प्रेग्नेंट महिला को ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए। जिससे प्रेग्नेंट महिला के पेट पर दबाव पड़े। जैसे की महिला को पैरों के भार बैठकर काम नहीं करना चाहिए, झुककर काम नहीं करना चाहिए, ज्यादा देर एक जगह खड़े रहकर काम नहीं करना चाहिए, बाथरूम साफ़ नहीं करना चाहिए, आदि।

यात्रा बिल्कुल नहीं करें

गर्भ में जुड़वां बच्चों के होने पर महिला को थोड़ी दूर तक की यात्रा नहीं करनी चाहिए। क्योंकि यात्रा करने के कारण गर्भपात, पेट पर दबाव पड़ने, झटका लगने के कारण होने वाली परेशानी का खतरा दुगुना हो जाता है।

सम्बन्ध नहीं बनाएं

स्वस्थ प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाने की मनाही नहीं होती है लेकिन यदि महिला के गर्भ में जुड़वां शिशु होते हैं तो प्रेगनेंसी में चाहे कोई भी दिक्कत नहीं हो। महिला भी तैयार हो लेकिन फिर भी सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए।

उल्टे होकर नहीं सोएं

जब आपको पता चले की आपके घर में दो नन्हे मेहमान आने वाले हैं तो आपको इस बात का ध्यान प्रेगनेंसी की शुरुआत से ही रखें की आपकी उल्टी होकर या पीठ के बल नहीं सोएं। क्योंकि इसके कारण पेट पर दबाव पड़ने के साथ पीठ में दर्द की समस्या बढ़ने का भी खतरा रहता है।

किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करें

ट्विन्स प्रेगनेंसी के दौरान महिला ध्यान रखें की महिला किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करें। क्योंकि छोटी सी लापरवाही गर्भवती महिला व् उसके होने वाले बच्चे के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। जैसे की महिला को सीढिया ज्यादा नहीं चढ़नी चाहिए, ज्यादा तेजी से नहीं चलना चाहिए, जरुरत से ज्यादा वाक नहीं करना चाहिए, सारा दिन घर के काम में नहीं लगे रहना चाहिए, छोटे बच्चों को उठाने से बचना चाहिए, किसी भी भारी चीज को उठाना या सरकाना नहीं चाहिए, आदि।

बिल्कुल भी तनाव नहीं लें

हो सकता है की महिला को पेट में जुड़वां बच्चों के होने पर परेशानी अधिक हो लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है की महिला तनाव ले। क्योंकि तनाव अधिक लेने से महिला की परेशानी कम नहीं होती है बल्कि बढ़ जाती है।

व्यायाम करने से बचें

गर्भ में जुड़वां बच्चों के होने पर महिला इस बात का ध्यान रखें की महिला बिल्कुल भी व्यायाम नहीं करें। क्योंकि व्यायाम करने के कारण महिला को दिक्कत महसूस हो सकती है। साथ ही इसके कारण गर्भ में शिशु पर भी बुरा असर पड़ सकता है।

डॉक्टर से लगातार संपर्क में रहें और जांच करवाते रहें

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए साथ ही अपनी सभी जांच टीकाकरण समय से करवाना चाहिए। ताकि माँ और बच्चे दोनों में से किसी को भी दिक्कत नहीं हो।

तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान महिला को गर्भ में जुड़वां बच्चों के होने पर रखना चाहिए। ताकि माँ व् बच्चे दोनों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो। यदि आपके गर्भ में भी जुड़वां बच्चे हैं तो आपको भी इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि आपके होने वाले बच्चे स्वस्थ हो।

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