प्रेगनेंसी में सिंघाड़ा (पानीफल) खाने के फायदे

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को फलों का सेवन भरपूर मात्रा में करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि फलों में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। और ऐसा नहीं है सालभर एक ही तरह के फल आते हैं बल्कि बदलते मौसम के साथ बाजार में नए नए फल भी आते हैं। और जो फल आपको बिना मौसम के बाजार में मिल जाते हैं न तो उनका स्वाद उतना बेहतर होता है और न ही वो सेहत के लिए सही होते हैं। ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि उन फलों को दवाइयों व् इंजेक्शन लगाकर पकाया जाता है। इसीलिए प्रेग्नेंट महिला को मौसम के अनुसार ही फलों का सेवन करना चाहिए।

आज इस आर्टिकल में एक ऐसे ही फल के बारे में बात करने जा रहे हैं जो सितम्बर अक्टूबर में यानी सर्दियों के मौसम के आस पास आपको मार्किट में मिलता है। और वो फल है सिंघाड़ा यानी पानीफल, खाने में स्वादिष्ट होने के साथ यह सेहत के लिहाज से भी बहुत फायदेमंद होता है। साथ ही प्रेग्नेंट महिला का भी यदि इस फल को खाने का मन होता है तो महिला बिना किसी डर के इस फल का सेवन कर सकती है। क्योंकि यह फल प्रेगनेंसी के दौरान बहुत फायदेमंद होता है। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी में सिंघाड़ा खाने से कौन- कौन से फायदे मिलते हैं।

कैल्शियम

सिंघाड़ा कैल्शियम का बेहतरीन स्त्रोत होता है और प्रेग्नेंट महिला के लिए कैल्शियम महत्वपूर्ण पोषक तत्व होता है। जो गर्भवती महिला की हड्डियों को मजबूती देने के साथ गर्भ में पल रहे बच्चे की हड्डियों व् दांतों के विकास में भी मदद करता है।

गर्भपात का खतरा होता है कम

गर्भावस्था की पहली तिमाही में महिला के गर्भ गिरने का खतरा अधिक होता है लेकिन यदि महिला पानीफल का सेवन करती है तो प्रेग्नेंट महिला के इस रिस्क को कम करने में मदद मिलती है।

ऊर्जा से रखता है भरपूर

सिंघाड़े का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला को ऊर्जा से भरपूर रहने में मदद मिलती है। जिससे गर्भवती महिला को थकान, कमजोरी जैसी परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है।

संक्रमण से रखता है दूर

सिंघाड़े में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट गुण गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान ब्लड इन्फेक्शन, यूरिन इन्फेक्शन, सफ़ेद पानी की समस्या, जैसी परेशानियों से बचे रहने में मदद करते हैं।

स्किन के लिए है फायदेमंद

गर्भावस्था के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव की वजह से महिला को स्किन सम्बन्धी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन सिंघाड़े का सेवन करने से महिला की इन सभी परेशानियों को दूर होने में मदद मिलती है क्योंकि सिंघाड़े में विटामिन सी, विटामिन ए भरपूर मात्रा में मौजूद होता है।

एंटी बैक्टेरियल गुणों से भरपूर

सिंघाड़े में एंटी बैक्टेरियल गुण भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो गर्भवती महिला को दर्द, सूजन, जैसी परेशानियों से बचे रहने में मदद करते हैं।

अनिंद्रा की समस्या को करता है दूर

सिंघाड़े में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट गुण गर्भवती महिला को नींद न आने की समस्या से बचे रहने में भी मदद करते हैं। अनिंद्रा के साथ सिंघाड़े का सेवन करने से गर्भवती महिला को तनाव जैसी समस्या से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

डीहाइड्रेशन की समस्या होती है दूर

ठण्ड का मौसम होने पर पानी पीने की इच्छा कम ही होती है लेकिन गर्भवती महिला के शरीर में पानी की कमी का होना माँ व् बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक होता है। ऐसे में गर्भवती महिला के लिए सिंघाड़े का सेवन बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि सिंघाड़े का सेवन करने से शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।

वजन नियंत्रित रहता है

सिंघाड़े का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला का वजन सही रहता है जिससे वजन ज्यादा होने के कारण होने वाली परेशानी से प्रेग्नेंट महिला को बचे रहने में मदद मिलती है।

बच्चे के लिए है फायदेमंद

सिंघाड़ा पोषक तत्वों से भरपूर होता और यह पोषक तत्व केवल गर्भवती महिला को ही फिट रखने में मदद नहीं करते हैं। बल्कि यह गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं।

तो यह हैं कुछ फायदे जो गर्भवती महिला को सिंघाड़े का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला को मिलते हैं। यदि आप भी गर्भवती है तो आप भी इस फल का सेवन कर सकती है कच्चा खाने के साथ आप चाहे तो उबाल कर भी इसका सेवन कर सकती है।

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