प्रेग्नेंट महिला को शिवरात्रि पर क्या-क्या करना चाहिए?

गर्भावस्था के दौरान प्रेग्नेंट महिला यदि शिवरात्रि का व्रत रखना चाहती है तो यह व्रत महिला रख सकती है। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान व्रत रखने की बिल्कुल भी मनाही नहीं होती है। लेकिन व्रत रखने पर महिला को इस बात का ध्यान रखना जरुरी होता है की महिला निर्जला या भूखे रहने का व्रत नहीं रखें। क्योंकि यदि महिला निर्जला व्रत रखती है या व्रत रखने के दौरान कुछ नहीं खाती है तो इसकी वजह से महिला को सेहत सम्बन्धी परेशानी होने के साथ शिशु को भी दिक्कत होने का खतरा रहता है।

ऐसे में खाने पीने के साथ और भी बहुत सी बातें होती है जिन्हे प्रेग्नेंट महिला को फॉलो करना करना चाहिए। क्योंकि यदि महिला उन बातों का ध्यान रखती है तो व्रत रखने से माँ और बच्चे दोनों को परेशानी होने का खतरा कम होता है। तो आइये अब जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला को शिवरात्रि का व्रत रखने पर क्या क्या करना चाहिए।

सबसे पहले डॉक्टर से राय लें

महाशिवरटरी का व्रत करने से पहले प्रेग्नेंट महिला को डॉक्टर से राय जरूर लेनी चाहिए। यदि डॉक्टर आपको व्रत रखने की सलाह देता है तभी आपको उपवास करना चाहिए नहीं तो आपको उपवास बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

फलों का करें भरपूर सेवन

व्रत के दौरान महिला को फलों का भरपूर सेवन करना चाहिए। क्योंकि फलों में आयरन, कैल्शियम, विटामिन, जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो महिला को एनर्जी से भरपूर रखने के साथ बच्चे के बेहतर विकास में मदद करते हैं।

तरल पदार्थों का करें भरपूर सेवन

खाने के साथ महिला को नारियल पानी, जूस, दूध, निम्बू पानी व् पानी का भी भरपूर सेवन करना चाहिए। ताकि प्रेग्नेंट महिला के शरीर में तरल पदार्थों की कमी नहीं हो। और यदि प्रेग्नेंट महिला के शरीर में तरल पदार्थ भरपूर रहते हैं तो इससे गर्भवती महिला व् शिशु दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।

आराम करें भरपूर

खाने पीने के साथ महिला को शिवरात्रि का व्रत करने पर आराम भी भरपूर करना चाहिए। क्योंकि यदि महिला आराम नहीं करती है और सारा दिन बैठी रहती है तो इसकी वजह से प्रेग्नेंट महिला को शारीरिक परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है।

भक्ति में लगाएं ध्यान

व्रत के दौरान महिला को भोलेबाबा की भक्ति की और ध्यान लगाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से महिला को मानसिक रूप से रिलैक्स रहने में मदद मिलती है। जिससे माँ और बच्चे दोनों को फायदा मिलता है।

बच्चे को सुनाएँ पौराणिक कथाएं

गर्भ में शिशु की सुनने की क्षमता धीरे धीरे विकसित होने लगती है ऐसे में यदि आप शिशु से बातें करती है तो इससे शिशु के दिमागी विकास को बेहतर करने में मदद मिलती है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को इस दिन शिशु को पौराणिक कथाएं सुनानी चाहिए ताकि शिशु के बेहतर मानसिक विकास में मदद मिल सके।

तो यह हैं कुछ चीजें जो प्रेग्नेंट महिला को शिवरात्रि का व्रत रखने पर करनी चाहिए। इसके अलावा महिला को ज्यादा भागादौड़ी, ज्यादा कैफीन का सेवन, भांग का सेवन, आदि नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे माँ व् बच्चे की सेहत को नुकसान पहुँच सकता है।

What should a pregnant woman do on Shivaratri fast

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