शिशु के जन्म लेने से पहले ही जान लें की ब्रेस्टफीड कैसे करवाएं?

जो महिलाएं पहली बार गर्भधारण करती है उन महिलाओं के मन में प्रेगनेंसी की शुरुआत से लेकर प्रसव तक कुछ न कुछ सवाल चलते रहते हैं। और उन सवालों को लेकर महिलाएं परेशान रहती है साथ ही कुछ महिलाएं तो तनाव में भी आ जाती है। लेकिन यदि प्रेग्नेंट महिला अपने मन में चल रहे सवालों के जवाब अपने घर के सदस्यों, इंटरनेट, डॉक्टर से ले लेती है या जो भी मन में चल रहा हो उसे शेयर करती है। तो इससे महिला की दिक्कतें कम होती है।

ऐसे ही बच्चे के जन्म के बाद ब्रेस्टफीड को लेकर महिला दिक्कत में आ सकती है। क्योंकि बच्चे को ब्रेस्टफीड कैसे करवाना है, यदि दूध अच्छे से न उतर रहा हो तो क्या करना हैं, बच्चे को दूध कितनी कितनी देर में पिलाना है, आदि के बारे में महिला को जानकारी नहीं होती है। और नवजात शिशु के लिए माँ का दूध बहुत जरुरी होता है।

ऐसे में आपको बच्चे के जन्म के बाद ऐसी कोई दिक्कत नहीं हो इसके लिए महिला को बच्चे के जन्म से पहले ही ब्रेस्टफीड के बारे में जानकारी इक्कठी कर लेनी चाहिए। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको शिशु के जन्म लेने से पहले ही ब्रेस्टफीड कैसे करवाएं इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

गर्भवती महिला के शरीर में न हो पोषक तत्वों की कमी

डिलीवरी के बाद आपको अपनी डाइट का खास ध्यान रखने की जरुरत होती है क्योंकि आपके द्वारा ली गई डाइट आपको जल्दी स्वस्थ करने के साथ ब्रेस्टफीड में पोषक तत्वों की मात्रा भरपूर रखने में मदद करती है। साथ ही इससे बच्चे के लिए पर्याप्त मात्रा में दूध भी उतरता है। ऐसे में डिलीवरी के बाद महिला को अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए।

बच्चे को एक ही ब्रेस्ट से न पिलायें दूध

जब आप बच्चे को दूध पिलाती है तो ध्यान रखें की एक ही ब्रेस्ट से दूध नहीं पिलायें। बल्कि दोनों तरफ से दूध पिलायें लेकिन ध्यान रखें की बच्चा अपने आप ही स्तन को छोड़ें आप उसे जबरदस्ती न छुड़वाएं। और यदि बच्चे का एक बार में एक ब्रेस्ट से दूध पीकर पेट भर जाता है तो अगली बार दूसरे ब्रेस्ट से दूध पिलायें। इससे आपको भी ब्रेस्ट में दर्द और स्तन के छोटे बड़े होने जैसी समस्या से बचे रहने में मदद मिलेगी।

आरामदायक पोजीशन में बैठे

डिलीवरी के बाद आपको उठने बैठने में दिक्कत होती है ऐसे में जब भी आप बच्चे को दूध पिलायें तो ध्यान रखें की आप आरामदायक पोजीशन में बैठें। ताकि आपको भी कोई दिक्कत नहीं हो और बच्चा को भी कोई परेशानी नहीं हो।

बच्चे को दूध पिलाते समय ध्यान रखें कुछ बातें

कुछ छोटी छोटी बातें होती है जिनका ध्यान बच्चे को दूध पिलाते समय रखना बहुत जरुरी होता है। जैसे की दूध पिलाते समय ब्रेस्ट का आगे का हिस्सा अच्छे से बच्चे के मुँह में जाना चाहिए ताकि बच्चा आराम से दूध पी सकें, ब्रेस्ट का भार बच्चे की नाक पर नहीं पड़े जिससे बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो, बार बार ब्रेस्ट को साफ़ नहीं करें, साफ सुथरे कपडे पहने और ऐसे कपडे पहने जिसमे न आपको दूध पिलाने में दिक्कत हो और न हो बच्चे को दूध पीने में दिक्कत हो,

बच्चे को हर दो घंटे में दूध पिलायें, यदि बच्चा दूध पीते समय खांसी कर दें तो बच्चे को दूध नहीं पिलायें, बच्चे को दूध पिलाने से पहले कुछ न कुछ तरल जरूर पीएं जैसे की दूध, जूस, नारियल पानी, दूध पिलाने के बाद बच्चे को कंधे से लगाकर डकार जरूर दिलवाएं, लेटकर बच्चे को दूध नहीं पिलायें, आदि।

तो यह हैं कुछ टिप्स जिन्हे समझने से और ध्यान रखने से आपको बच्चे के जन्म के बाद उसे स्तनपान करवाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। यदि आप भी माँ बनने वाली है तो आपको भी इस जानकारी का जरूर पता होना चाहिए ताकि जन्म के बाद आपको शिशु को अच्छे से ब्रेस्टफीड करवा सकें और आपके होने वाले बच्चे का विकास अच्छे से हो सकें।

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