आजकल प्रीमैच्योर डिलीवरी क्यों नहीं हो रही है?

प्रेगनेंसी के दौरान हर महिला यही चाहती है की उसका होने वाला शिशु स्वस्थ, हष्ट पुष्ट, तंदरुस्त, हो और डिलीवरी के समय शिशु को किसी भी तरह की परेशानी न हो। लेकिन फिर भी कुछ केस में ऐसा होता है की शिशु डिलीवरी का समय आने से पहले ही जन्म ले लेता है जिसे प्रीमैच्योर डिलीवरी कहा जाता है। लेकिन आज कल ऐसा बहुत कम हो रहा है जिसकी वजह से बच्चों के स्वस्थ जन्म लेने के चांस भी बढ़ रहे है। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको प्रीमैच्योर डिलीवरी क्या होती है और आज कल समय पूर्व बच्चे का जन्म कम क्यों हो रहा है इस बारे में बताने जा रहे हैं।

प्रीमैच्योर डिलीवरी क्या होती है?

गर्भ में शिशु के कम से कम 36 हफ्ते रहने के बाद जब शिशु का जन्म होता है तो यह डिलीवरी का बिल्कुल सही समय होता है। लेकिन यदि आपकी डिलीवरी 36 हफ्ते से पहले हो जाती है तो इसे प्री मैच्योर डिलीवरी कहा जाता है।

आज कल प्रीमैच्योर डिलीवरी कम क्यों हो रही है?

जैसे ही महिला की प्रेगनेंसी की न्यूज़ कन्फर्म हो जाती है उसके बाद से ही महिला को हर कोई राय देने लगता है की प्रेगनेंसी के दौरान महिला अपना पूरा ख्याल रखें। क्योंकि महिला जितना अच्छे से अपना ध्यान रखती है उतना ही ज्यादा ज्यादा शिशु के स्वस्थ होने के चांस बढ़ते हैं और डिलीवरी के दौरान महिला को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। लेकिन रोजमर्रा की जिंदगी में आपको ऐसे बहुत से काम करने पड़ सकते हैं जिसकी वजह से आपको प्रेगनेंसी के दौरान दिक्कत हो सकती है।

लेकिन आज कल ऐसा होने का खतरा बहुत कम हो गया है क्योंकि कोरोना के भय के कारण लोग अपनी दुगुनी केयर कर रहे हैं, जिसकी वजह से प्रेग्नेंट महिला भी अपना ज्यादा अच्छे से ख्याल रख रही है, इसके अलावा और भी ऐसे कारण है जिनकी वजह से बच्चे के जन्म से पहले होने का खतरा कम हो गया है। तो आइये अब विस्तार से उन कारणों पर चर्चा करते हैं।

महिला कर रही है भरपूर आराम

गर्भावस्था के दौरान महिला को भरपूर आराम करने की सलाह दी जाती है क्योंकि महिला जितना आराम करती है उतना ही ज्यादा प्रेगनेंसी में आने वाली परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है। पहले महिला को घर और बाहर के कामों के चलते आराम करने का समय कम मिलता था। लेकिन आज कल घर में जब सब इक्कठे हैं तो हर कोई महिला को आराम करने की सलाह देता है और महिला भरपूर आराम करती है। जिससे बच्चे के समय से पहले जन्म होने का खतरा कम हो गया है।

खान पान का रखा जा रहा है अच्छे से ध्यान

खान पान के प्रति बरती गई लापरवाही के कारण माँ व् बच्चे दोनों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है जिसकी वजह से डिलीवरी में भी परेशानियां बढ़ सकती है। लेकिन आज कल महिला अपने खान पान का ध्यान अच्छे से रख रही है। समय से अपनी डाइट ले रही है, इम्युनिटी बढ़ी रहे इसके लिए डाइट ले रही है, जिससे माँ और बच्चे दोनों के स्वस्थ रहने के चांस भी बढ़ रहे हैं। और बच्चे के समय से पहले जन्म लेने की समस्या कम हो रही है।

इन्फेक्शन से बचाव की है पूरी तैयारी

गर्भावस्था के दौरान साफ़ सफाई का ध्यान न रखा जाये, इम्युनिटी का ध्यान न रखा जाये तो इसके कारण इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। और इन्फेक्शन के कारण बच्चे के समय से पहले जन्म होने का खतरा भी बढ़ जाता है। लेकिन आज कल कोरोना से बचाव के लिए महिला साफ सफाई का ध्यान दुगुना रख रही है और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए हर उपाय कर रही है जिससे संक्रमण का खतरा कम हो रहा है। और समय से पहले बच्चे का जन्म का खतरा भी कम हो गया है।

घरवालो का मिल रहा है सहयोग

प्रेगनेंसी के दौरान घरवालों का भरपूर सहयोग यदि मिल जाता है तो इससे प्रेगनेंसी और आसान हो जाती है और समय कहा जाता है पता ही नहीं चलता है। साथ ही महिला को यदि सपोर्ट मिलता है, तो इससे प्रेगनेंसी को समझने में आसानी होती है जिससे प्रेगनेंसी में आने वाली परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है। और जब प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स कम होती है तो प्रीमैच्योर डिलीवरी होने का चांस भी कम हो जाते हैं।

स्ट्रेस हो रहा है कम

आज कल प्रीमैच्योर डिलीवरी न होने का एक कारण महिला को स्ट्रेस का नहीं होना भी है। क्योंकि घर में रहने के कारण सभी का साथ मिल रहा है, महिला अकेली नहीं है, महिला अपने अनुभवों को शेयर कर रही है जिससे तनाव कम हो गया है। और तनाव कम होने के कारण प्रेगनेंसी और डिलीवरी में आने वाली परेशानियाना कम हो गई है।

दवाइयों का सेवन

आज कल महिला भी अपनी दुगुनी केयर कर रही है जिसके चलते महिला शरीर में पोषक तत्वों की कमी न हो इसके लिए महिला अपनी सभी दवाइयों का सेवन समय से कर रही है। और दवाइयों का सेवन समय से करने पर महिला और बच्चे दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल रही है जिसकी वजह से समय से पहले बच्चे के जन्म होने का खतरा कम हो गया है। इसके अलावा घर में सभी के होने के कारण महिला यदि दवाई का सेवन करना भूल जाती है तो घर वाले महिला को याद दिला देते हैं।

लापरवाही का खतरा हो गया है कम

आजकल माहमारी से बचने के लिए भागदौड़ कम हो गई है, यात्रा नहीं कर सकते हैं, घर में कोई काम करते हैं तो गर्भवती महिला के लिए वो सही है या नहीं इसे लेकर घर वाले बता देते हैं, जिसकी वजह से प्रेगनेंसी में होने वाली लापरवाही का खतरा भी कम हो गया है। और महिला जितनी लापरवाही कम बरतती है उतना ही समय से पहले बच्चे के जन्म होने का खतरा भी कम होता है।

प्रेगनेंसी और डिलीवरी की ज्यादा जानकारी मिल रही है

आपको यह तो पता ही होगा की जितनी ज्यादा जानकारी हमे किसी चीज के बारे में हमे होती है उतना ही हमे उसे समझने में मदद मिलती है। वैसे ही घर में रहने के कारण महिला को हर तरफ से प्रेगनेंसी और डिलीवरी में अपनी केयर किस तरह की जाये उसकी दुगुनी जानकारी महिला को मिल रही है। जिससे महिला को प्रेगनेंसी और डिलीवरी दोनों में आने वाली परेशानियों को कम करने में मदद मिल रही है।

तो यह हैं कुछ कारण जिनकी वजह से प्री मैच्योर डिलीवरी का खतरा बहुत ही कम हो गया है। तो यदि आप भी कोरोना काल में प्रेग्नेंट हैं तो आप भी अपना अच्छे से ध्यान रखें ताकि आपको इस माहमारी से बचने में मदद मिल सके और आप एक स्वस्थ शिशु को जन्म दें।

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