प्रेगनेंसी में एसिडिटी हो तो क्या करें?

प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सी महिलाएं एसिडिटी की समस्या से परेशान रहती है और ऐसा शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव व् शारीरिक बदलाव के कारण हो सकता है। एसिडिटी की समस्या एक ऐसी समस्या होती है जिसकी वजह से महिला को पेट में दर्द, सीने में दर्द व् जलन, असहजता, भूख न लगने जैसी और भी परेशानियां हो सकती है।

जिन महिलाओं को यह समस्या ज्यादा होती है वो महिलाएं कई बार रात को सो भी नहीं पाती है। ऐसे में जरुरी होता है की गर्भावस्था के दौरान महिला अपना अच्छे से ध्यान रखें ताकि महिला को इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सकें। तो लीजिये आज इस आर्टिकल में हम आपसे प्रेगनेंसी के दौरान महिला को होने वाली एसिडिटी की समस्या के बारे में ही बात करने जा रहे हैं।

एसिडिटी होने का कारण

  • गर्भावस्था के दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं जिसकी वजह से पाचन क्रिया थोड़ा धीमे काम करने लगती है ऐसे में खाना हज़म अच्छे से हज़म होने में समय लगता है जिसकी वजह से यह दिक्कत होती है।
  • खाना खाने के बाद तुरंत सो जाना भी आपकी एसिडिटी की समस्या को बढ़ा देता है।
  • जरुरत से ज्यादा खा लेने के कारण भोजन अच्छे से हज़म होने में परेशानी होती है जिसकी वजह से एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
  • समय पर भोजन नहीं करना, लम्बे समय तक भूखे रहना भी एसिडिटी होने का कारण होता है।
  • यदि प्रेग्नेंट महिला ज्यादा चटपटा, मसालेदार भोजन खाती है तो इसकी वजह से भोजन को हज़म होने में परेशानी होती है जिसकी वजह से एसिडिटी व् सीने में जलन की समस्या होना आम बात होती है।
  • प्रेगनेंसी के दौरान जरुरत से ज्यादा वजन बढ़ने पर भी यह समस्या होना आम बात होती है।
  • जो खाद्य पदार्थ आपको गैस बनाते हैं और आप उन्ही का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी गैस की समस्या होना आम बात होती है।
  • कैफीन का ज्यादा सेवन करने के कारण भी महिला को इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
  • प्रेग्नेंट महिला यदि धूम्रपान करती है तो इसके कारण भी महिला को यह दिक्कत हो सकती है।

प्रेगनेंसी में एसिडिटी की समस्या से बचे रहने के उपाय

गर्भावस्था में यदि महिला को एसिडिटी की समस्या होती है तो कुछ आसान टिप्स को फॉलो करने से गर्भवती महिला को इस समस्या से बचे रहने में मदद मिल सकती है। तो आइये अब जानते हैं की वो टिप्स कौन से हैं।

कम मात्रा में खाएं लेकिन कई बार खाएं

प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में पोषक तत्व भी सही मात्रा में रहे और महिला को यह दिक्कत भी नहीं हो इसके लिए महिला को दिन भर में थोड़ा थोड़ा करके खाना चाहिए। और हर दो घंटे में कुछ न कुछ खाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से खाना हज़म भी हो जाता है। साथ ही शरीर में पोषक तत्वों की मात्रा को सही रहने में भी मदद मिलती है।

खाने के बाद तुरंत सोएं नहीं

जब भी आप खाना खाती है तो ध्यान रखें की खाना खाते ही आप तुरंत सो नहीं जाएँ क्योंकि इससे खाना हज़म नहीं हो पाता है। जिसकी वजह से पेट में गैस बनने लगती है और कब्ज़ की समस्या भी अधिक हो सकती है। ऐसे में आपको यह दिक्कत नहीं हो इसके लिए खाना खाते ही थोड़ा टहलें जिससे खाने को आसानी से हज़म होने में मदद मिल सके।

उन खाद्य पदार्थों को नहीं खाएं जिनसे गैस बनती है

गर्भावस्था के दौरान एसिडिटी की समस्या से बचे रहने के लिए इस बात का ध्यान रखें की उन खाद्य पदार्थों का सेवन बिल्कुल नहीं करें। जिन्हे खाने से आपको गैस बनती है।

पानी भरपूर पीएं

खाना खाने के साथ पानी पीने की बजाय आपको खाना खाने के आधे घंटे के बाद और दो मील के बीच के समय में भरपूर पानी पीना चाहिए। इससे आपका खाना भी अच्छे से हज़म हो जाता है साथ ही पानी की मदद से आपको पेट सम्बन्धी परेशानियों से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

निम्बू पानी पीएं

दिन में एक या दो बार एक गिलास पानी में एक निम्बू निचोड़कर उसका सेवन करें इससे पाचन क्रिया को बेहतर रहने मदद मिलती है। जिससे एसिडिटी, कब्ज़ जैसी पेट सम्बन्धी परेशानियों से महिला को बचे रहने में फायदा मिलता है।

केला खाएं

गर्भावस्था के दौरान केला खाना बिल्कुल सेफ होता है ऐसे में गर्भवती महिला को केले का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि केले में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है जिससे गर्भवती महिला की पाचन क्रिया को दुरुस्त रहने में मदद मिलती है। और एसिडिटी जैसी समस्या से बचाव होने साथ पेट सम्बन्धी अन्य परेशानियों से भी निजात मिलता है।

आंवला चूर्ण

गर्भवती महिला चाहे तो आंवला चूर्ण का सेवन भी कर सकती है क्योंकि आंवला चूर्ण भी एसिडिटी की समस्या को खत्म करने में फायदेमंद होता है। इसके लिए आप एक चम्मच आंवला चूर्ण का सेवन पानी के साथ कर सकती है।

थोड़ा सिर ऊपर करके सोएं

गर्भवती महिला को थोड़ा सिर ऊपर करके सोना चाहिए, ऐसा करने से पेट से जुडी इस समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है इसके अलावा बैठते समय भी ध्यान रखें की कमर को झुकाकर नहीं बल्कि कमर को सीधे करके बैठें।

धूम्रपान नहीं करें

यदि आप शुम्रपान करती है तो अपनी इस आदत को आज ही बंद कर दें क्योंकि यह माँ और बच्चे दोनों की सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। साथ ही इससे शिशु के मानसिक विकास में कमी आने का खतरा होता है। इसके अलावा धूम्रपान नहीं करने से महिला को एसिडिटी की समस्या से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

ज्यादा चाय कॉफ़ी नहीं पीएं

प्रेग्नेंट महिला को ज्यादा चाय कॉफ़ी या अन्य कैफीन युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे महिला की एसिडिटी की परेशानी बढ़ जाती है। यदि महिला इनका सेवन सिमित मात्रा में करती है तो इससे महिला को एसिडिटी की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।

ठंडा दूध

पेट में बनने वाली गैस की समस्या से निजात पाने के लिए ठंडा दूध भी फायदेमंद होता है बस इस बात का ध्यान रखें की दूध बिना उबला नहीं हो और उसमे चीनी भी न हो। इस उपाय को करने से भी एसिडिटी की समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है।

टहलना न भूलें

गर्भावस्था के दौरान महिला को रोजाना सुबह शाम थोड़ी देर जरूर टहलना चाहिए क्योंकि इससे गर्भवती महिला को एक्टिव रहने में मदद मिलती है साथ ही शरीर की क्रियाओं को बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलती है। जिससे महिला को एसिडिटी जैसी समस्या से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

आरामदायक कपडे पहनें

प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा तंग कपडे पहनने के कारण भी यह दिक्कत हो सकती है। ऐसे में महिला को इस परेशानी से बचे रहने के लिए आरामदायक कपडे पहनने चाहिए।

एसिडिटी की समस्या होने पर डॉक्टर से कब मिलें?

यदि प्रेग्नेंट महिला को बहुत ज्यादा गैस बनने के साथ, पेट में दर्द, सीने में जलन, भूख न लगने जैसी परेशानी बढ़ रही हो तो महिला को ऐसी कंडीशन में बीने देरी करते हुए तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

तो यह है प्रेगनेंसी के दौरान एसिडिटी की समस्या होने के कारण व् इस समस्या से बचाव के कुछ उपाय, ऐसे में यदि आपको भी प्रेगनेंसी के दौरान यह समस्या हो रही है। तो आपको भी ऊपर बताएं गए टिप्स को जरूर ट्राई करना चाहिए ताकि आपको भी इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सकें।

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