प्रेगनेंसी में पेट, पीठ, कमर दर्द होने के क्या कारण होते हैं?

प्रेगनेंसी में होने वाली परेशानियां

जैसे ही महिला गर्भवती होती है वैसे ही बॉडी में हार्मोनल बदलाव तेजी से होने लग जाते हैं। जिसके कारण महिला को बहुत सी शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जैसे की उल्टी की समस्या, सिर में दर्द, चक्कर, कमजोरी थकान, भूख में कमी, तनाव, पेट में दर्द, पीठ में दर्द, कमर में दर्द आदि की समस्या हो सकती है। कुछ महिला को बहुत ज्यादा परेशानी का अनुभव करना पड़ता है तो कुछ गर्भवती महिलाओं को कम, यह पूरी तरह से महिला के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। तो लीजिये आज हम आपको प्रेगनेंसी में बॉडी के कुछ अंगो में दर्द होने की समस्या के बारे में बताने जा रहे हैं।

गर्भावस्था में पेट, पीठ, कमर दर्द होने के कारण

प्रेग्नेंट महिला को पेट में हल्का फुल्का दर्द महसूस होना, पीठ व् कमर में दर्द का महसूस होना आम बात होती है। और कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के पूरे नौ महीने इस समस्या से परेशान रहती है, तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान पेट, पीठ व् कमर में दर्द के क्या कारण हो सकते हैं।

वजन

प्रेगनेंसी के दौरान पहली तिमाही के बाद गर्भवती महिला का वजन बढ़ता रहता है, जिसके कारण पेट के निचले हिस्से पर भार पड़ने के कारण और महिला के बढ़ते वजन को सँभालने के लिए रीढ़ की हड्डी सपोर्ट करती है जिसके कारण गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान हल्के फुल्के पेट या पीठ दर्द की समस्या के कारण परेशान होना पड़ सकता है।

तनाव

गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सी चीजों के बारे में सोचती रहती है। जैसे की गर्भ में पल रहे शिशु का विकास, डिलीवरी से जुडी बातें, प्रेगनेंसी में होने वाली समस्याएँ आदि। ऐसे में कई बार महिला तनाव में आ जाती है जिसके कारण न केवल महिला मानसिक रूप से परेशानी अनुभव करती है बल्कि इसके कारण शरीर के अंगो में दर्द जैसे की पेट, पीठ, कमर में दर्द का अनुभव हो सकता है।

लापरवाही करना

हर छोटी से लेकर बड़ी बात का ध्यान रखना प्रेगनेंसी में होने वाली परेशानियों से बचने के लिए बहुत जरुरी होता है। ऐसे में यदि कभी महिला बहुत देर तक की एक जगह पर बैठ जाती है, गलत पोजीशन में उठती बैठती है, लेट जाती है, पेट के बल काम आदि करती है तो ऐसी लापरवाही करने के कारण भी गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी में शरीर के अंगो में दर्द से जुडी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

मांसपेशियों में खिंचाव

गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ने के साथ पेट व् पीठ के आस पास की मांसपेशियों में खिंचाव होने लगता है। और जैसे जैसे पेट का आकार बढ़ता रहता है वैसे वैसे मांसपेशियों में खिंचाव भी बढ़ता रहता है। जिसके कारण भी गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान पेट व् पीठ में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

लेबर पेन

पेट, पीठ व् कमर में बहुत अधिक दर्द का होना या रुक रुक कर दर्द का अहसास होना, प्रेगनेंसी के आख्रिरी महीने में डिलीवरी का संकेत हो सकता है। ऐसे में डिलीवरी का समय पास आने पर दर्द महसूस होने पर इसे अनदेखा न करते हुए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

हार्मोनल बदलाव

डिलीवरी का समय पास आने पर शिशु के जन्म के लिए गर्भशय के नीचे की तरफ ढीलापन बढ़ाने के लिए बॉडी से एक हॉर्मोन रिलीज़ होता है जिसे रिलैक्सिन हॉर्मोन के नाम से जाना जाता है। रिलैक्सिन हॉर्मोन के रिलीज़ होने पर भी मांसपेशियों में खिंचाव होता है जिसके कारण गर्भवती महिला को पेट, पीठ व् कमर में दर्द का अनुभव हो सकता है।

भारी काम करना

गर्भवती महिला को भारी सामान उठाने, वजन को खिसकाने, अधिक सीढ़िया चढ़ने, आदि के लिए मनाही होती है। क्योंकि इसके कारण गर्भवती महिला को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में यदि महिला ऐसा कोई काम करती है तो इसके कारण भी गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान पेट या पीठ में दर्द की समस्या से परेशान होना पड़ सकता है।

कपडे व् जूते

जो प्रेग्नेंट महिला ज्यादा टाइट कपडे व् ऊँची हील के जूते चप्पल आदि पहनती है, उन महिलाओं को भी प्रेगनेंसी के दौरान पेट, व् कमर में दर्द की समस्या से परेशान होना पड़ सकता है

प्रेगनेंसी में पेट, पीठ व् कमर दर्द की समस्या से बचने के उपाय

  • हल्का व्यायाम करें: गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान हल्का फुल्का व्यायाम करते रहना चाहिए, इससे मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन की समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है और आराम महसूस होता है जिससे प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली इन परेशानियों से राहत पाने में मदद मिलती है।
  • बेल्ट: मेटरनिटी बेल्ट मार्किट में बहुत आसानी से मिल जाती है यह प्रेगनेंसी के दौरान पेट और पीठ को सपोर्ट देने में मदद करती है, जिससे प्रेगनेंसी में पेट, पीठ, व् कमर दर्द की समस्या से राहत पाने में मदद मिलती है।
  • मालिश: कमर व् पीठ दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए गर्भवती महिला मालिश का सहारा भी ले सकता है।
  • आराम: गर्भवती महिला को बॉडी को पूरा आराम देना चाहिए, जिससे गर्भवती महिला को आराम महसूस हो और प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली शरीर के अंगो में दर्द की समस्या से निजात पाने में मदद मिल सके।
  • कपडे व् जूते: गर्भवती महिला को इस परेशानी से बचने के लिए ज्यादा टाइट कपडे व् ऊँची हील के जूते चप्पल भी नहीं पहनने चाहिए।
  • लापरवाही न करें: उठने, बैठने, चलने, सोने, आदि का गर्भवती महिला को अच्छे से ध्यान रखना चाहिए, साथ ही भारी सामान उठाने आदि से बचना चाहिए।
  • तनाव से बचें: तनाव गर्भवती महिला की मुश्किलों को प्रेगनेंसी के दौरान बढ़ा सकता है। ऐसे में गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान तनाव लेने से बचना चाहिए।

तो यह हैं कुछ कारण जिनकी वजह से गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान पेट, पीठ व् कमर में दर्द की समस्या से परेशान होना पड़ सकता है। साथ ही नीचे दिए गए टिप्स का इस्तेमाल करके गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली पेट, पीठ व् कमर में दर्द की समस्या से निजात भी पाने में भी मदद मिलती है। और यदि प्रेगनेंसी में दर्द का अनुभव अधिक हो या कोई भी दिक्कत होने पर असहज महसूस हो तो ऐसे में गर्भवती महिला को इसे अनदेखा न करते हुए जितना जल्दी हो सके डॉक्टर से राय लेनी चाहिए। ताकि गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी दौरान स्वस्थ रहने में, और हर परेशानी से बचाव करने में मदद मिल सके।

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