गर्भावस्था में कमजोरी महसूस होने पर यह करें

प्रेगनेंसी में कमजोरी

गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सी शारीरिक परेशानियों से गुजरती है। क्योंकि बॉडी में तेजी से हो रहे हार्मोनल बदलाव, शिशु का शारीरिक विकास, और बॉडी में आने बदलाव के कारण शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होना आम बात होती है। जिसके कारण चिड़चिड़ापन, थकावट व् कमजोरी महसूस हो सकती है, गर्भावस्था में बॉडी में यदि पोषक तत्वों की कमी होती है तो भी महिला को इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। और साथ ही महिला यदि बहुत ज्यादा थका हुआ या कमजोरी का अनुभव करती है तो इसके लिए एक बार डॉक्टर से भी राय लेनी चाहिए। ताकि यदि किसी शारीरिक परेशानी के कारण ऐसा हो रहा है तो उसका समाधान किया जा सके।

प्रेग्नेंट महिला कमजोरी महसूस होने पर यह करें

गर्भावस्था में कमजोरी की समस्या से निजात पाने के लिए गर्भवती महिला बहुत से उपाय का इस्तेमाल कर सकती है। जो प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को ऊर्जा से भरपूर रखने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर शारीरिक विकास में भी मदद करते हैं। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी में कमजोरी महसूस होने पर किन किन टिप्स का इस्तेमाल करना चाहिए।

योगासन

यदि गर्भवती महिला को कमजोरी की समस्या रहती है तो सुबह समय से उठकर योगा करना इस समस्या से निजात पाने का सबसे आसान उपाय होता है। क्योंकि प्रेगनेंसी में कमजोरी का कारण मांसपेशियों में अकड़न हो सकता है, या बॉडी में ब्लड फ्लो के सही न होने के कारण, तनाव के कारण, आदि अन्य कारणों की वजह से ऐसा हो सकता है। और योगासन करने से शारीरिक के साथ मानसिक रूप से रिलैक्स रहने में मदद मिलती है, और बॉडी में ऊर्जा का संचार भी होता है जिससे गर्भवती महिला को इस परेशानी से निजात पाने में मदद मिलती है।

आयरन युक्त आहार

बॉडी में खून की कमी के कारण एनीमिया की समस्या का खतरा रहता है जिसके कारण गर्भवती महिला कमजोरी का अनुभव कर सकती है। ऐसे में कमजोरी की समस्या से बचने के लिए महिला को ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जिसमे आयरन भरपूर मात्रा में हो। जिससे बॉडी में खून की कमी को पूरा करने के साथ गर्भवती महिला को कमजोरी की समस्या से निजात पाने में भी मदद मिल सके। और आयरन की मात्रा को बॉडी में भरपूर करने के लिए गर्भवती महिला को अनार, चुकंदर, गाजर, सूखे मेवे आदि का भरपूर सेवन करना चाहिए।

तरल पदार्थ

डिहाइड्रेशन की समस्या होने के कारण भी गर्भवती महिला थकान का अनुभव कर सकती है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को तरल पदार्थो का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए। क्योंकि बॉडी में तरल पदार्थो की मात्रा भरपूर होने के कारण प्रेग्नेंट महिला को ऊर्जा से भरपूर रहने में मदद मिलती है साथ ही बॉडी में डिहाइड्रेशन के कारण होने वाली परेशानियों से निजात पाने में भी मदद मिलती है।

पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन

यदि प्रेग्नेंट महिला के शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती है तो इसके कारण भी गर्भवती महिला को कमजोरी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इस परेशानी से निजात पाने के लिए गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए, ताकि बॉडी में पोषक तत्वों की मात्रा भरपूर हो और गर्भवती महिला को इस परेशानी से निजात पाने में मदद मिल सके। और इसके लिए कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन, मिनरल्स, आदि का भरपूर सेवन करना चाहिए।

सोने का रखे ध्यान

प्रेगनेंसी में कम सोना और ज्यादा सोना दोनों की कमजोरी का कारण हो सकते हैं। क्योंकि कम सोने के कारण जहां थकावट की वजह से कमजोरी का अनुभव करवा सकता है, वहीँ अधिक सोने के कारण भी शरीर के अंगो के दर्द रहने के कारण कमजोरी का अहसास हो सकता है। ऐसे में इस परेशानी से निजात पाने के लिए न तो गर्भवती महिला को बहुत कम सोना चाहिए और न ही बहुत अधिक सोना चाहिए।

शारीरिक परेशानी का समाधान

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला बहुत सी शारीरिक परेशानियों से गुजरती है ऐसे में यदि कमजोरी का कारण शारीरिक समस्या होता है। तो ऐसे में इसे अनदेखा न करते हुए एक बार डॉक्टर से राय लेनी चाहिए।ताकि यदि कोई समस्या है तो उसका इलाज करने में आसानी हो और गर्भवती महिला को इस परेशानी से निजात पाने में मदद मिल सके।

खान पान में लापरवाही

प्रेगनेंसी के दौरान खान पान में लापरवाही भी कमजोरी होने का कारण हो सकता है। क्योंकि बहुत कम खाना, बहुत समय के गैप के बाद भोजन करना भी प्रेगनेंसी में होने वाली इस परेशानी का कारण हो सकता है। इसीलिए गर्भवती महिला को समय से और थोड़ी थोड़ी देर बाद कुछ न कुछ हेल्थी खाते रहना चाहिए। ताकि बॉडी में ऊर्जा को बने रहने में मदद मिल सके, जिससे गर्भवती महिला को कमजोरी जैसी परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सके। और अपने आहार में गर्भवती महिला को साबुत अनाज, ब्राउन राइस, फल और सब्जियां, डेरी प्रोडक्ट्स, दालें, अंडे, मछली, चिकन आदि को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

तनाव से राहत

शारीरिक रूप से थकान होने पर गर्भवती महिला कमजोरी महसूस करे ऐसा कोई जरुरी नहीं होता है, क्योंकि कई बार गर्भवती महिला मानसिक रूप से परेशान होती है। जिसके कारण गर्भवती महिला कमजोरी का अनुभव कर सकती है। ऐसे में गर्भवती महिला को कमजोरी की समस्या से राहत पाने के लिए केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से रिलैक्स रहना चाहिए। ताकि प्रेगनेंसी में होने वाली परेशानी कम हो सके और तनाव के कारण शिशु को होने वाली परेशानी से बचाने में भी मदद मिल सके।

तो यह हैं कुछ खास टिप्स जिनका इस्तेमाल करने से गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान कमजोरी व् थकावट की समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है। साथ ही यदि कमजोरी का कारण खान पान से जुड़ा होता है तो इसके कारण गर्भ में शिशु को भी वजन में कमी जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए गर्भवती महिला को कमजोरी से राहत पाने के साथ गर्भ में शिशु के बेहतर विकास के लिए इन टिप्स का खास ध्यान रखना चाहिए।

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