गर्भवती महिला को भुट्टा खाना चाहिए है या नहीं

प्रेगनेंसी में भुट्टा

खाने पीने की चीजों को लेकर प्रेग्नेंट महिला के मन में हमेशा एक ही सवाल रहता है, की इसे खाना चाहिए या नहीं। और होना भी चाहिए क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान जितनी सावधानी बरती जाए उतना ही गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास और गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण जीभ के स्वाद में परिवर्तन आ सकता है, ऐसे में महिला का कुछ अलग अलग खाने का मन करता है। कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान भुट्टा खाने की इच्छा भी हो सकती है ऐसे में भुट्टे का सेवन करना चाहिए या नहीं इसके बारे में जानना जरुरी होता है। तो इसका जवाब हैं हां, गर्भवती महिला भुट्टे का सेवन कर सकती है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में ही भुट्टे सेवन करना चाहिए क्योंकि आवश्यकता से अधिक भुट्टे का सेवन करने के कारण गर्भवती महिला को दिक्कत भी हो सकती है।

प्रेगनेंसी में भुट्टा खाने के फायदे

गर्भावस्था के दौरान प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फोलिक एसिड व् अन्य पोषक तत्वों से भरपूर भुट्टा खाने से गर्भवती महिला को बहुत फायदा मिलता है, इसे भूनकर, उबालकर, चाट आदि में इस्तेमाल करके इसका सेवन किया जा सकता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की गर्भवती महिला को भुट्टे का सेवन करने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।

एनीमिया

फोलिक एसिड और बी 12 की कमी के कारण गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान एनीमिया जैसी समस्या से परेशान होना पड़ सकता है। और भुट्टे में आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी 12 भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। जिससे प्रेगनेंसी के दौरान न केवल एनीमिया की समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है बल्कि बॉडी में नए ब्लड सेल्स का निर्माण भी होता है।

फाइबर

भुट्टे में फाइबर की मात्रा भी भरपूर होती है जिसके कारण यह प्रेगनेंसी के दौरान खाने को आसानी से हज़म करने में मदद करता है। साथ ही कब्ज़, पेट में गैस, एसिडिटी आदि की समस्या से भी प्रेग्नेंट महिला को सुरक्षित रखने में मदद करता है।

कोलेस्ट्रॉल कण्ट्रोल

प्रेगनेंसी के दौरान भुट्टे का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल करने में मदद मिलती है, साथ ही दिल को सुरक्षित रखने में भी मदद मिलती है। और कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना गर्भवती महिला के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है, ऐसे में कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल करने के लिए प्रेग्नेंट महिला चाहे तो भुट्टे का सेवन कर सकती है।

एनर्जी

कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी से भरपूर भुट्टे का सेवन करने से गर्भवती महिला को ऊर्जा से भरपूर रहने में मदद मिलती है। इसीलिए गर्भवती महिला को एक्टिव रहने के लिए प्रेगनेंसी के दौरान अपनी डाइट में भुट्टे को जरूर शामिल करना चाहिए।

शिशु के लिए है फायदेमंद

गर्भवती महिला के शरीर में यदि फोलिक एसिड की कमी होती है तो इसके कारण जन्म के समय शिशु के वजन में कमी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन यदि महिला भुट्टे का सेवन करती है तो इससे बॉडी में फोली एसिड की मात्रा को भरपूर रखने में मदद मिलती है, जिससे शिशु के बेहतर विकास में मदद मिलने के साथ जन्म के समय शिशु को होने वाली परेशानियों से बचाने में मदद मिलती है।

तो यह है कुछ फायदे जो गर्भवती महिला को भुट्टे का सेवन करने से मिलते हैं। ऐसे में इन फायदों के लिए गर्भवती महिला चाहे तो भुट्टे का सेवन कर सकती है। लेकिन कच्चे और बहुत देर पड़े भुट्टे का सेवन करने से बचना चाहिए। साथ ही बहुत अधिक मात्रा में इसकाी सेवन करने से बचना चाहिए, और यदि भुट्टे का सेवन करने से आपको किसी तरह की एलर्जी आदि की समस्या होती है तो इसका सेवन करने से बचना चाहिए।

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