पीरियड से जुडी समस्या
पीरियड्स न आने पर महिला के मन में सबसे पहले यही बात आती है की कहीं मैं गर्भवती तो नहीं हो गई? वैसे गर्भावस्था महिला के लिए ख़ुशी की बात होती है लेकिन यदि पीरियड्स मिस होने के बाद महिला जाँच करती है और उसमे नेगेटिव आता है, और महिला को कभी पीरियड्स में देरी की समस्या नहीं हुई है तो महिला और ज्यादा परेशान हो सकती है। क्योंकि यदि महिला गर्भवती नहीं है तो पीरियड्स के लेट होने का क्या कारण हो सकता है? पीरियड्स का दो चार दिन आगे पीछे होना बहुत ही आम बात होती है, लेकिन यदि पीरियड्स एक हफ्ता या दस दिन से ज्यादा लेट हो जाये, और महिला का प्रेगनेंसी किट की जांच भी नेगेटिव आये, तो हो सकता है की पीरियड्स के लेट होने का कोई और कारण हो। ऐसे में पीरियड्स का ज्यादा लेट होना महिला को अनदेखा न करते हुए पीरियड्स मिस होने के सही कारण का पता करना चाहिए।
पीरियड्स लेट होने के कारण
यदि कोई महिला पीरियड्स के लेट होने की समस्या से परेशान होती है तो इसका कारण प्रेगनेंसी ही हो ऐसा कोई जरुरी नहीं होता है बल्कि ऐसे बहुत से और भी कारण होते हैं। जिनकी वजह से महिला को पीरियड्स में देरी जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की पीरियड्स में देरी होने के क्या-क्या कारण हो सकते हैं।
पीरियड्स की शुरुआत
जिन लड़कियों को अभी अभी पीरियड आना शुरू हुआ है वो लडकियां इस समस्या से परेशान हो सकती है। क्योंकि पीरियड्स की शुरुआत होने के कारण हो सकता है की आपको पीरियड्स समय से पहले आये या फिर मिस हो जाये। ऐसे में परेशान होने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं होती है क्योंकि धीरे धीरे यह अपने आप सही हो जाते हैं।
वजन
जिन महिलाओं का वजन बहुत ज्यादा होता है यानी जो महिलाएं मोटापे की समस्या से ग्रसित होती है। उन महिलाओं को पीरियड्स में देरी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि मोटापे के कारण बॉडी में हार्मोनल अंसतुलन की समस्या हो सकती है जिनके कारण पीरियड्स पर असर पड़ सकता है। केवल मोटापा ही नहीं बल्कि जिन महिलाओं का वजन बहुत कम होता है उन महिलाओं को भी पीरियड्स से जुडी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में महिला को पीरियड्स से जुडी किसी भी तरह की समस्या न हो इसके लिए महिला को अपने वजन को नियंत्रित रखने का प्रयास करना चाहिए।
पोषक तत्वों की कमी
कुछ लडकियां या महिलाएं बढे हुए वजन को कम करने के लिए डाइटिंग शुरू कर देती है, और खाने पीने से परहेज करने लगती है। ऐसा करने से उनके बॉडी में जरुरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, और बॉडी को जरुरी पोषक तत्व न मिलने का असर महिला के पीरियड्स पर भी पड़ सकता है जिसके कारण पीरियड्स मिस होना या लेट होने की समस्या महिला को हो सकती है।
शारीरिक श्रम
कुछ लडकियां व् महिलाएं फिट बॉडी पाने के लिए या जो महिलाएं खिलाड़ी होती है वो अपने स्टेमिना को बढ़ाने के लिए शारीरिक श्रम बहुत अधिक मात्रा में करती है। जिसके कारण एस्ट्रोजन हॉर्मोन्स के लेवल पर असर पड़ता है और महिला को पीरियड्स के मिस होने जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
बिमारी
जो महिलाएं थायरॉइड जैसी बिमारी से ग्रसित होती है, या किसी अन्य बिमारी से ग्रसित होती है और उनसे जुडी दवाइयों का सेवन कर रही होती है। उन महिलाओं को भी पीरियड्स में देरी या पीरियड्स के मिस होने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। और जैसे ही महिला दवाइयों का सेवन बंद कर देती है और महिला रिकवर होने लगती है वैसे वैसे पीरियड्स से जुडी समस्या से राहत पाने में भी महिला को मदद मिलती है।
गर्भनिरोधक गोलियां
शादी के बाद बहुत सी महिलाएं गर्भधारण से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती है। और गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से बॉडी में हार्मोनल असंतुलन की समस्या हो सकती है। और बॉडी में होने वाले हार्मोनल असंतुलन के कारण महिला के पीरियड्स पर बुरा असर पड़ सकता है जिसके कारण महिला को पीरियड्स में देरी की समस्या या पीरियड्स मिस होने जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
तनाव
जो महिलाएं मानसिक रूप से परेशान रहती है, तो ऐसे में उन महिलाओं की बॉडी में तनाव के कारण हार्मोनल असंतुलन की समस्या हो सकती है। और बॉडी में होने वाले हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण पीरियड्स प्रभावित हो सकते हैं। जिसके कारण महिला को पीरियड्स के लेट होने या पीरियड्स में देरी होने जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
स्तनपान
जिन महिलाओं की अभी डिलीवरी हुई है और वो अपने शिशु को स्तनपान करवाती है। उन महिलाओं को डिलीवरी के बाद आये पीरियड्स के बाद दोबारा पीरियड्स आने में समय लग सकता है। क्योंकि स्तनपान करवाने की वजह से भी महिलाओं को पीरियड्स के मिस होने जैसी समस्या हो सकती है।
रूटीन में बदलाव
ट्रैवेलिंग अधिक करने के कारण, खान पान, नींद, आदि में लापरवाही करने के कारण या फिर किसी कारण महिला की दिनचर्या में अचानक से बदलाव आ जाये तो इसका असर भी माहवारी पर पड़ सकता है। जिसके कारण महिला को पीरियड्स के लेट आने या पीरियड्स के मिस होने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
नशा
जो महिलाएं किसी भी तरह का नशा जैसे की धूम्रपान, अल्कोहल का सेवन अधिक मात्रा में करती है तो इसके कारण भी महिला के पीरियड्स प्रभावित हो सकते हैं। जिसके कारण महिला को पीरियड्स के लेट होने जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
तो यह हैं कुछ कारण जिनकी वजह से महिला को पीरियड्स में देरी या पीरियड्स के मिस होने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में महिला को इन सभी टिप्स का ध्यान रखना चाहिए और ऐसे किसी भी काम को करने से बचना चाहिए जिसके कारण महिला को पीरियड्स लेट होने या मिस होने की समस्या से परेशान होना पड़े।