प्रसव को आसान बनाने के उपाय

प्रसव को आसान बनाने के उपाय, डिलीवरी को आसान बनाने के उपाय, डिलीवरी के दौरान दर्द से बचने के टिप्स, प्रसव पीड़ा को कम करने के टिप्स

प्रेगनेंसी के नौवां महिला लगते ही महिला के मन में तरह तरह के सवाल आने लगते हैं की उसकी डिलीवरी नोर्मल होगी या सिजेरियन। यदि नोर्मल होगी तो क्या महिला उस दर्द को सहन कर पाएगी या नहीं, इससे जुड़े कई सवाल महिला के मन के मन में घूम रहे होते हैं। लेकिन इस दौरान महिला को इन बातों से अपने दिमाग को परेशान करने, तनाव लेने की बजाय रिलैक्स रहना चाहिए। क्योंकि इस दौरान आप अपने आप को जितना शांत रखती है, जितना फिट रखती है, उतना ही ज्यादा आपको प्रसव के दौरान होने वाली परेशानी से बचाव करने में मदद मिलती है। तो आइये अब जानते हैं की प्रसव को आसान बनाने के लिए आप क्या कर सकते है, और इस दौरान आपको किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

प्रसव के बारे में इक्कठा करें जानकारी

डिलीवरी के दौरान आपको किस तरह की परेशानी आ सकती है, और आप किस तरह उस परेशानी से बचाव कर सकते हैं। इसके लिए आपको जानकारी इक्कठा करनी चाहिए, ताकि आपको यदि कोई परेशानी हो तो आप उसका समाधान कर सकें, इसके लिए आप किताबे पढ़कर, अपने घर में बुजुर्गो से, डॉक्टर से सलाह ले सकती है। ऐसा करने से आपको प्रसव के दौरान होने वाली परेशानी से बचाव करने में मदद मिलती है।

तनाव न लें

कुछ महिलाएं इस दौरान डिलीवरी कैसे होगी इस बात को लेकर तनाव में आ जाती है, लेकिन इस दैरान आपका तनाव लेना आपकी मुश्किलों को कम नहीं करता है बल्कि बढ़ा देता है। इसीलिए तनाव नहीं लेना चाहिए, और उन बातों के बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहिए जो आपके तनाव को बढ़ाती हैं।

खान पान का रखें ध्यान

प्रसव के दौरान आपको कोई परेशानी न हो इसके लिए आपका फिट रहना बहुत जरुरी होता है, और आपके फिट रहने के लिए सबसे जरुरी होता है की आपका खान पान बेहतर हो। जितना आपका खान पान बेहतर होगा, उतना आपका शरीर तंदरुस्त होगा, और आपको प्रसव के दौरान आने वाली परेशानी से बचाव करने के मदद मिलेगी। साथ ही बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए भरपूर मात्रा में पानी का सेवन भी जरूर करना चाहिए।

सही सांस लेने की तकनीक सीखें

यदि आपका प्रसव सामान्य होता है तो उस दौरान दर्द के कारण और जोर लगाने पर आपको बार बार सांस रोकना पड़ता है। ऐसे में गर्भ में शिशु तक पर्याप्त ऑक्सीजन का पहुंचना भी बहुत जरुरी होता है। ऐसे में आपको लम्बे सांस लेने का व्यायाम करना चाहिए ताकि डिलीवरी के दौरान होने वाली दिक्कतों से आपको बचाने में मदद मिल सके।

व्यायाम करें

प्रेगनेंसी के दौरान आराम करना अच्छी बात होती है लेकिन अधिक आराम डिलीवरी के दौरान होने वाली दिक्कतों को बढ़ा सकता है। और यदि आप आराम के साथ थोड़ा बहुत व्यायाम भी करती हैं, तो ऐसा करने से पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत होने में मदद मिलती हैं, जांघो की मांसपेशियों को मजबूत होने में मदद मिलती है, जिससे डिलीवरी के दौरान होने वाली परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है। और इस दौरान व्यायाम के साथ योगासन करना भी बेहतर उपाय होता है।

बातें करें

कई बार महिला को डिलीवरी के दौरान हिम्मत और सहयोग की जरुरत भी होती है, ऐसे में उनके पार्टनर को उनके साथ रहना चाहिए। उनके साथ बातें करनी चाहिए ताकि उनकी इन सभी परेशानियों को उनके दिमाग से निकालने में मदद मिल सके जिससे प्रसव के दौरान गर्भवती महिला को होने वाली परेशानी को कम करने में मदद मिल सके।

सही मुद्रा का ध्यान रखें

यदि आपको हल्का फुल्का दर्द हो रहा है और ऐसे में आप एक ही जगह बैठे रहते हैं तो ऐसे में आपकी डिलीवरी का समय बढ़ सकता है, साथ ही आपको दिक्कत भी हो सकती है। ऐसे में हल्का दर्द होने पर महिला को वॉक करते रहना चाहिए इससे डिलीवरी के दौरान आने वाली परेशानी को कम करने के साथ डिलीवरी को जल्दी करवाने में भी मदद मिलती है।

डॉक्टर से जांच

प्रसव का समय पास आने पर आपको डॉक्टर से संपर्क रखना चाहिए, और अपना चेकअप करवाते रहना चाहिए। यदि नौवा महिला पूरा होने पर, या डॉक्टर की देय तिथि तक भी आपको बॉडी में किसी तरह का दर्द या कुछ महसूस नहीं होता है तो इसके लिए आपको एक बार डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए।

तो यह हैं कुछ खास टिप्स जिनका इस्तेमाल यदि आप डिलीवरी का समय पास आने पर करते हैं तो ऐसा करने से आपको डिलीवरी के दौरान आने वाली परेशानियों से बचाव करने में मदद मिलती है।

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