प्रेगनेंसी में सहजन (Drumstick) खाने के फायदे और नुकसान

प्रेगनेंसी में ड्रमस्टिक

गर्भावस्था के दौरान महिला को खान पान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है साथ ही इस दौरान किसी खास खाने की चीज के खाने का मन भी कर सकता है। जैसे की ड्रमस्टिक, लेकिन प्रेगनेंसी में इसका सेवन सही है या नहीं इसे लेकर मन में सवाल आ सकता है। तो इसका जवाब है हाँ, प्रेगनेंसी के दौरान महिला और शिशु दोनों के लिए ड्रमस्टिक का सेवन लाभदायक होता है। ड्रमस्टिक हरे रंग की लगभग दो मीटर लम्बी फली तरह होता है और इसमें पोषक तत्व की मात्रा भी भरपूर होती है जो प्रेगनेंसी के दौरान बहुत फायदेमद होते हैं

प्रेगनेंसी में सहजन खाने के फायदे

प्रेग्नेंट महिला को अपने आहार में पोषक तत्वों से युक्त आहार को शामिल करने की सलाह दी जाती है जिससे गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करके स्वस्थ रहने के साथ गर्भ में शिशु के बेहतर विकास में भी मदद मिल सके। तो इसके लिए ड्रमस्टिक का सेवन महिला प्रेगनेंसी के दौरान कर सकती है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान सहजन का सेवन करने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।

मॉर्निंग सिकनेस

प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में ज्यादातर महिलाएं मॉर्निंग सिकनेस की समस्या से परेशान हो सकती है। जिसके कारण सुबह उठते समय सुस्ती, उल्टी आने का मन करना, जी मिचलाना जैसी परेशानी होना आम बात होती है। लेकिन ड्रमस्टिक को यदि प्रेग्नेंट महिला अपनी डाइट में शामिल करती है, तो इससे मॉर्निंग सिकनेस की परेशानी से राहत पाने में मदद मिलती है।

संक्रमण

एंटी बैक्टेरियल गुणों से भरपूर सहजन का सेवन यदि गर्भवती महिला करती है तो इससे प्रेग्नेंट महिला को गले, स्तन के साथ स्किन में होने वाले संक्रमण की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।

पेट के लिए है फायदेमंद

प्रेगनेंसी के दौरान पेट सम्बन्धी समस्या जैसे की अपच, गैस, दस्त, उल्टी आदि की समस्या भी सकती है। जिसके कारण गर्भवती महिला को बहुत अधिक परेशानी का अनुभव करना पड़ सकता है। लेकिन यदि महिला प्रेगनेंसी के दौरान सहजन का सेवन करती है तो इससे महिला को पेट सम्बन्धी समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है, साथ ही पाचन क्रिया को भी दुरुस्त तरीके से काम करने में मदद मिलती है।

हड्डियों के लिए

ड्रमस्टिक्स में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, आयरन, विटामिन आदि मौजूद होते हैं जो गर्भावस्था के दौरान हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करते हैं। जिससे प्रेग्नेंट महिला को स्वस्थ रहने के साथ कमजोरी, बॉडी में दर्द व् थकान आदि की समस्या से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

इम्युनिटी

विटामिन ए जैसे घुलनशील एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा भी सहजन में भरपूर मात्रा में मौजूद होती है। जो गर्भवती महिला की इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करने में मदद करती है जिससे प्रेग्नेंट महिला और शिशु दोनों को संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद मिलती है।

आयरन

ड्रमस्टिक्स में आयरन भी प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है जो गर्भवती महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है। जिससे गर्भवती महिला को एनीमिया जैसी परेशानी से प्रेगनेंसी के दौरान बचे रहने के साथ थकावट कमजोरी जैसी परेशानी से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

गेस्टेशनल डाइबिटीज़

प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को गेस्टेशनल डाइबिटीज़ का खतरा रहता है, लेकिन यदि महिला सहजन या सहजन की पत्तियों को अपनी डाइट में शामिल करती है। तो इससे ब्लड में शुगर के लेवल को कण्ट्रोल में रखने में मदद मिलती है। जिसे गर्भवती महिला को गेस्टेशनल डाइबिटीज़ के खतरे से बचे रहने में मदद मिलती है।

डिलीवरी के समय होने वाली परेशानी

गर्भवती महिला यदि सहज का सेवन करती है तो इससे डिलीवरी के दौरान खून की कमी के कारण होने वाली समस्या को कम करने के साथ प्रसव पीड़ा के दर्द को कम करने में भी मदद मिलती है। जिससे डिलीवरी के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है।

प्रेगनेंसी के दौरान सहजन खाने के नुकसान

  • प्रेग्नेंट महिला को पर्याप्त मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए क्योंकि बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से गर्भपात का खतरा हो सकता है। और जितना हो सके प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में इसके सेवन से बचना चाहिए।
  • बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से पेट में गड़बड़ी हो सकती है जैसे की महिला को जलव व् डायरिया की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
  • यदि प्रेग्नेंट महिला रक्त को पतला करने वाली दवाई का सेवन कर रही है तो भी इसके सेवन से महिला को बचना चाहिए।

तो यह हैं कुछ फायदे और नुकसान जो प्रेग्नेंट महिला को सहजन का सेवन करने से मिलते हैं। ऐसे में गर्भवती महिला को सहजन का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए ताकि इसका सेवन करने से महिला और शिशु को फायदा मिले, और किसी भी तरह का नुकसान न हो। सहजन को कितनी मात्रा में लेना चाहिए इसके लिए आप चाहे तो एक बार अपनी डॉक्टर से भी राय ले सकते हैं।

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