प्रेगनेंसी में मालपुआ खाने के नुकसान, त्यौहारों का समय आने पर गर्भवती महिला को ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। और अब होली आने में कुछ ही दिन रह गए हैं। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को होली के अवसर पर रंगो से सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि रंगों में मौजूद केमिकल महिला के साथ शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन साथ ही होली पर घर में बहुत से पकवान बनाएं जाते हैं और बाजार से भी तरह तरह की मिठाइयां मंगवाई जाती है।

ऐसे में गर्भवती महिला की उन्हें खाने की इच्छा हो सकती है। लेकिन गर्भवती महिला को इस दौरान रंगों के साथ खान पान में भी सावधानी बरतनी चाहिए। तो लीजिये आज इस आर्टिकल में हम होली पर बनाये जाने वाले मालपुए के बारे में बात करने जा रहे हैं। की गर्भवती महिला को मालपुए का सेवन करना चाहिए या नहीं।

प्रेगनेंसी में मालपुआ खाना चाहिए या नहीं

प्रेग्नेंट महिला अपने खान पान में जितनी सावधानी बरतती है उतना ही ज्यादा महिला व् शिशु की सेहत के लिए अच्छा होता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला मालपुए का सेवन कर सकती है। लेकिन महिला को मालपुए का सेवन जरुरत से ज्यादा नहीं करना चाहिए। क्योंकि जरुरत से ज्यादा मालपुए का सेवन करने से गर्भवती महिला को सेहत सम्बन्धी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। तो आइये अब जानते हैं प्रेग्नेंट महिला को ज्यादा मालपुए खाने से कौन से नुकसान हो सकते हैं।

कैलोरी ज्यादा होती है

  • मालपुआ बनाने के लिए घी, चीनी, ड्राई फ्रूट्स आदि का इस्तेमाल किया जाता है।
  • ऐसे में मालपुआ में कैलोरी की मात्रा बहुत बढ़ जाती है।
  • क्योंकि इसे बनाने के लिए ज्यादा मीठे व् तलने के लिए घी आदि का इस्तेमाल किया जाता है।
  • यह बात सही है की प्रेग्नेंट महिला को अतिरिक्त कैलोरी की जरुरत होती है।
  • लेकिन यदि प्रेग्नेंट महिला बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी का सेवन करती है तो इसके कारण महिला को वजन बढ़ने जैसी परेशानी हो सकती है।

शुगर का खतरा

  • मालपुआ स्वाद में मीठा होता है और प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के समय मीठा का सेवन बहुत कम करने की सलाह दी जाती है।
  • ऐसे में यदि प्रेग्नेंट महिला अधिक मात्रा में मालपुए का सेवन करती है।
  • तो इसके कारण ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ सकता है।
  • जिसके कारण प्रेग्नेंट महिला को गेस्टेशनल डाइबिटीज़ का खतरा हो सकता है।

प्रेगनेंसी में मालपुआ खाने से हो सकती है एसिडिटी

  • गर्भावस्था के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण प्रेग्नेंट महिला की पाचन क्षमता कमजोर हो सकती है।
  • ऐसे में मालपुए का अधिक सेवन करने से महिला को उसे हज़म करने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
  • जिसके कारण पेट में गैस, एसिडिटी, सीने में जलन, खट्टी डकार जैसी परेशानियां महिला को हो सकती है।

गर्भवती महिला को कितने मालपुए का सेवन करना चाहिए?

गर्भवती महिला एक दिन में एक या दो मालपुए का सेवन कर सकती है। इससे अधिक मात्रा में मालपुए का सेवन करने से महिला को परेशानी हो सकती है।

तो यह हैं कुछ नुकसान जो प्रेग्नेंट महिला को मालपुआ खाने से हो सकते हैं। ऐसे में गर्भवती महिला को जितना हो सके सिमित मात्रा में ही मालपुए का सेवन करना चाहिए ताकि गर्भवती महिला को किसी तरह की दिक्कत न हो।

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