गर्भावस्था में मटर खाने के फायदे

प्रेगनेंसी के दौरान महिला को ताजे फलों व् सब्जियों का भरपूर मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि फलों व् सब्जियों में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में शामिल होते हैं। तो आज हम एक ऐसी ही सब्ज़ी के बारे में आपसे बात करने जा रहे हैं जिनका सेवन गर्भवती महिला को जरूर करना चाहिए। और वो है मटर, मटर में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में शामिल होते हैं जो गर्भवती महिला को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। मटर सर्दियों में सबसे अधिक मिलते हैं, और बिना मौसम के भी यह मिल तो जाते हैं लेकिन गर्भवती महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए, की वो खुले मटर या पैकेट वाले मटर का सेवन न करें। और इन पर हरा रंग करके इन्हे हरा किया जा सकता है और इनसे महिला को और शिशु को नुकसान पहुँच सकता है। ऐसे में मटर या किसी और सब्ज़ी के भरपूर फायदों के लिए मौसम के अनुसार ही उनका सेवन करना चाहिए।

प्रेगनेंसी में मटर खाने के फायदे

फाइबर, विटामिन्स, कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट्स, मटर में भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो न केवल गर्भवती महिला और शिशु को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं बल्कि गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली बहुत सी परेशानियों से सुरक्षित रखने में भी मदद करते हैं। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला यदि मटर का सेवन करती है तो इससे महिला को कौन कौन से फायदे मिलते हैं।

विटामिन सी

मटर में कैल्शियम, आयरन जैसे पोषक तत्व होने के साथ विटामिन सी जैसा एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होता है। जो शरीर को हानिकारक तत्वों के संपर्क में आने से बचाता है, जिससे गर्भवती महिला की इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद मिलती है। और गर्भवती महिला की इम्युनिटी के मजबूत होने से प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला और शिशु दोनों को संक्रमण से सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।

विटामिन के

हड्डियों में कमजोरी आने के कारण प्रेग्नेंट महिला को थकान व् कमजोरी जैसी परेशानी का सामना प्रेगनेंसी के दौरान अधिक करना पड़ सकता है। लेकिन मटर का सेवन करने से गर्भवती महिला को विटामिन के भरपूर मात्रा में मिलता है, जो हड्डियों में कैल्शियम को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करता है। जिससे प्रेगनेंसी के दौरान न केवल गर्भवती महिला की हड्डियों को मजबूत करके थकान व् कमजोरी जैसी परेशानी से राहत मिलती है। बल्कि इससे गर्भ में शिशु की हड्डियों के बेहतर विकास में भी मदद मिलती है।

फाइबर

बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव और महिला का प्रेगनेंसी के दौरान वजन बढ़ने के कारण महिला को प्रेगनेंसी के दौरान पाचन क्रिया से सम्बंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन गर्भवती महिला यदि मटर का सेवन करती है तो इससे महिला को बॉडी में फाइबर की मात्रा को सही रखने में मदद मिलती है। जिससे न केवल महिला की पाचन क्रिया को बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलती है बल्कि कब्ज़, एसिडिटी जैसी परेशानी से भी महिला को राहत पाने में मदद मिलती है।

ब्लड शुगर लेवल

फाइबर व् प्रोटीन से भरपूर मटर में शर्करा की मात्रा बहुत कम होती है जो ब्लड में शुगर के लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करती है। जिससे प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को गेस्टेशनल शुगर जैसी परेशानी से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

कोलेस्ट्रॉल

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला की बॉडी में कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के कारण महिला को बहुत सी शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन मटर का सेवन यदि गर्भवती महिला करती है तो इससे महिला को न केवल कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल करने में मदद मिलती है। बल्कि इससे महिला को हदय सम्बन्धी समस्याओं से भी सुरक्षित रहने में मदद मिलती है। क्योंकि मटर में फाइबर, लाइकोपीन, ल्यूटिन भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो हदय को सही तरीके से काम करने और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

फोलेट

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को फोलेट युक्त आहार का पर्याप्त मात्रा में लेना बहुत जरुरी होता है क्योंकि फोलेट गर्भ में पल रहे शिशु के लिए बहुत जरुरी होता है। फोलेट से न केवल गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर मानसिक विकास में मदद मिलती है बल्कि इससे गर्भ में पल रहे शिशु को जन्म के समय होने वाली दिक्कतों से सुरक्षित रखने में भी मदद मिलती है।

तो यह हैं कुछ फायदे जो गर्भवती महिला को मटर का सेवन करने से मिलते हैं। ऐसे में मटर के भरपूर फायदों के लिए गर्भवती महिला चाहे तो मटर को अपनी डाइट में शामिल कर सकती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की जरुरत से ज्यादा मटर या कच्चे मटर का सेवन न करें क्योंकि इसके कारण महिला को पेट में दर्द, दस्त जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा यदि गर्भवती महिला को मटर का सेवन करने से किसी भी तरह की एलर्जी की परेशानी होती है तो भी महिला को मटर का सेवन नहीं करना चाहिए।

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