गर्भावस्था में यह खाने से शिशु को रहता है बीमारियों का खतरा

प्रेगनेंसी में नहीं खाएं यह आहार, प्रेगनेंसी के दौरान महिला को अपने खान पान का बेहतर तरीके से ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। क्योंकि महिला द्वारा लिया गया आहार महिला के साथ शिशु तक भी पहुँचता है। ऐसे में यदि प्रेग्नेंट महिला कुछ ऐसा खा लें जो की उसे नहीं खाना चाहिए। तो इसके कारण केवल महिला को ही नहीं बल्कि शिशु को भी स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी होने का खतरा रहता है। जिसके कारण माँ के पेट में पल रहे बच्चे के शारीरिक के साथ दिमागी विकास में भी कमी आ सकती है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो प्रेग्नेंट महिला को नहीं खाने चाहिए क्योंकि उनसे शिशु को बीमारी या विकास में कमी होने का खतरा रहता है।

प्रेगनेंसी में नहीं खाएं डिब्बाबंद आहार

  • प्रेग्नेंट महिला को डिब्बाबंद आहार का सेवन गलती से भी नहीं करना चाहिए।
  • क्योंकि इन आहार को पैक करने के लिए प्लास्टिक या अन्य जिस भी मैटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है।
  • उसमे बिस्फेनॉल ए नामक रसायन मौजूद होता है जो यदि शिशु तक पहुँच जाता है।
  • तो इसके कारण शिशु के शारीरिक व् मानसिक विकास में कमी आने के साथ शिशु को जन्म दोष होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
  • यहां तक की यदि प्रेग्नेंट महिला प्लास्टिक की बोतल में पानी पीती है।
  • तो प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने के कारण भी शिशु को बिमारी होने का खतरा रहता है।

सी फ़ूड

  • वैसे प्रेगनेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला चाहे तो मछली का सेवन कर सकती है।
  • लेकिन गर्भवती महिला को उन मछलियों का सेवन करने से बचना चाहिए जिनमे मर्करी की मात्रा की अधिकता होती है।
  • क्योंकि मर्करी वाली मछली का सेवन यदि प्रेग्नेंट महिला करती है तो इसके कारण शिशु के विकास में कमी, वजन में कमी, समय पूर्व प्रसव, गर्भपात जैसी परेशानियां होने का खतरा रहता है।

कच्चा मास

  • कच्चा मास भी गर्भवती महिला को नहीं खाना चाहिए।
  • क्योंकि कच्चे मास में बहुत से बैक्टेरिया मौजूद होते हैं।
  • और ऐसे में यदि प्रेग्नेंट महिला कच्चे मास का सेवन करती है तो यह बैक्टेरिया शिशु तक पहुँच सकता है।
  • और इसके कारण शिशु के शारीरिक विकास में कमी आने के साथ दिमाग से सम्बंधित बिमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

प्रेगनेंसी में नहीं खाएं कच्चे अंडे

  • कच्चे अंडे में लिस्टेरिया व् साल्मोनेला जैसे बैक्टेरिया मौजूद होते हैं।
  • ऐसे में गर्भवती महिला यदि इसका सेवन करती है तो इससे प्रेग्नेंट महिला को डायरिया जैसी दिक्कत हो सकती है।
  • साथ ही यह बैक्टेरिया शिशु तक पहुंचकर पेट में पल रहे बच्चे के शारीरिक व् दिमागी विकास को प्रभावित कर सकता है।
  • इसके अलावा जन्म के समय शिशु के वजन में कमी, समय पूर्व प्रसव जैसी परेशानियां होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

कटे पड़े फल व् सब्जियां

  • यदि आपने फल या सब्जियों को काटकर बिना ढके हुए थोड़ी देर तक रख दिया है तो उनका सेवन भी प्रेग्नेंट महिला को नहीं करना चाहिए।
  • क्योंकि इन फलों व् सब्जियों पर भी बैक्टेरिया का जमाव हो सकता है।
  • जो गर्भवती महिला के शरीर में जाकर शिशु तक पहुँच सकते हैं।
  • और यदि ऐसा होता है तो इसके कारण बच्चे के विकास पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है।
  • साथ ही महिला के साथ शिशु को भी संक्रमण का खतरा रहता है।

नशीले पदार्थ

  • गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान नशीले पदार्थ जैसे की अल्कोहल, तम्बाकू, धूम्रपान आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
  • क्योंकि यदि आप इनका सेवन करती हैं तो इनका असर गर्भनाल के रास्ते शिशु तक पहुँच सकता है।
  • जिसके कारण न केवल शिशु के शारीरिक विकास में कमी आ सकती है जैसे की शिशु का जन्म के समय वजन कम हो सकता है।
  • बल्कि इसके कारण शिशु का मानसिक विकास भी कम हो सकता है।

प्रेगनेंसी में नहीं खाएं दवाइयां

  • प्रेगनेंसी के समय यदि डॉक्टर से बिना सलाह किये बिना आप एंटीबायोटिक दवाइयों का सेवन करती है।
  • तो इसका असर गर्भनाल के रास्ते शिशु तक पहुँच सकता है।
  • जिसके कारण शिशु के विकास पर बुरा असर पड़ सकता है।

तो यह हैं कुछ आहार जो प्रेग्नेंट महिला को नहीं खाने चाहिए। क्योंकि इनसे बच्चे के विकास और उसके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। इसके अलावा प्रेग्नेंट महिला को पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान करना चाहिए। जिससे प्रेग्नेंट महिला को स्वस्थ रहने व् गर्भ में पल रहे शिशु का विकास बेहतर तरीके से होने में मदद मिल सके।

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