सर्दियों की 10 आयुर्वेदिक औषधियां आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए

10 Herbs For Good Health In Winters

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सर्दियों का मौसम सभी को बहुत अच्छा लगता है क्योंकि पुरे साल भर में केवल एक यही समय होता है जब आप अपने वास्तविक साइज से मोटे लगते है और अपने मनपसंद की चीजों का सेवन कर सकते है। सर्दियों में खिली खिली धुप में बैठना सभी को अच्छा लगता है। इसके साथ ही इस मौसम में आने वाले तरह तरह के फ़ूड भी सभी को अच्छे लगते है। परन्तु बदलते पर्यावरण के साथ आने वाले इन्फेक्शन्स, सर्दी, जुखाम और एलर्जी भी किसी से छुपी नहीं है।

थोड़ी सी ठंड आते है सबकी नाक जाम होने लगती है बच्चों में खांसी की समस्या बड़ों में शरीर दर्द और हड्डियों में जकड़न की समस्याएं होने लगती है। ऐसे में सर्दियों का पूरा मजा किरकिरा हो जाता है। लेकिन कुछ आयुर्वेदिक औषधियां है जिनसे आप अपनी सभी बिमारियों को पीछे छोड़ शरीर की इम्युनिटी बढ़ा सकते है और सर्दियों का पूरा मजा उठा सकते है। यहाँ हम आपको उन्ही आयुर्वेदिक औषधियों और जड़ी बूटियों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे है। तो आइये जानते है उनके बारे में –

सर्दियों में बेहतर स्वास्थ्य के लिए 10 आयुर्वेदिक औषधियां :-

1. काली मिर्च :

भारतियों घरों में प्रयोग होने वाला यह मसाला सर्दियों के मौसम में आपको स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा उपाय है। और खांसी में होने वाले कफ की समस्या से निजात पाने के लिए किसी भी दवाई से बेहतर है। क्योंकि इसके लिए आपको कहीं जाने की भी आवश्यकता नहीं होगी और न ही बहुत पैसे खर्च करने पड़ेंगे।

प्रयोग :black pepper

सर्दियों में इसके सेवन के लिए आप इसे अपने टोस्ट और अंडे, Chicken Broth या तली हुई चीजों पर बुरख कर खा सकते है।

2. दालचीनी :

भारतीय व्यंजनों को सजाने और उसमे नया स्वाद लाने के लिए भारतीय रसोइयों में इसका प्रयोग किया जाता है। क्योंकि इसकी गर्म तासीर सर्दियों में स्वास्थ्य को बिगड़ने से बचाने में मदद करती है। साथ ही रोजाना इसके इस्तेमाल से सर्दियों में शरीर को गर्म भी रखा जा सकता है। और फ्लू व् कोल्ड की समस्या में ये कफ से भी आराम दिलाती है।

प्रयोग :dalchini ka prayog

इसके लिए अपने हॉट चॉकलेट में एक चुटकी दालचीनी का पाउडर मिलाएं और पी लें। यह आपको सर्दियों में अर्ली मॉर्निंग होने वाली क्लासेस में कंसंट्रेशन बनाने में मदद करेगी और आपको वार्म रखेगी।

3. अदरक :

खान पान की अधिकतर चीजों में प्रयोग होने वाली अदरक वाकई सर्दियों में स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होती है। इसके अलावा बुखार में भी इसका सेवन करना बहुत अच्छा होता है। गले में खराश, खांसी और जुखाम में भी अदरक की चाय लाभ पहुंचाती है।

प्रयोग :tea

सर्दियों में ठंड से बचने के लिए अपनी चाय में कुटी हुई अदरक डालें। इसके अलावा आप इसे अपने सलाद में भी प्रयोग कर सकते है। लेकिन ध्यान रहे इसके अधिक सेवन से पेट से सम्बंधित बीमारियां या गैस भी हो सकती है। इसीलिए सीमित मात्रा में सही तरीके से इसका सेवन करे।

4. अजवाइन की पत्तियां (Oregano) :

ये एक तरह की इटैलियन औषधि है जिसका सेवन बच्चे पिज़्ज़ा पर सीज़निंग के रूप में करना पसंद करते है। लेकिन क्या आप जानते है की इसमें कई एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है जो कफ और सर्दी की समस्या को दूर करने में मदद करते है।

प्रयोग :Oregano

उबले हुए अंडे या अंडे की भुर्जी में कुछ oregano flakes मिलाएं। ये न केवल अपने खाने के स्वाद को बढ़ाने का काम करती है अपितु आपकी लिए बेहतर Immunity booster भी है।

5. हल्दी :

भारतीय रसोइयों में सबसे अधिक प्रयोग होने वाला यह मसाला हर खाने का मुख्य हिस्सा माना जाता है। इसके रंग और रूप के कारण ही नहीं अपितु इसकी एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह आयुर्वेद की जानी मानी औषधियों में से एक है। दरअसल इसमें एक, Curcumin नामक एक तत्व पाया जाता है जो इसे उत्कृष्ट प्राकृतिक एंटी बायोटिक बनाता है।

प्रयोग :haldi

सामान्यतौर पर सभी अपनी दाल सब्जी में इसका प्रयोग मुख्य मसाले के रूप में कार्य करते है। लेकिन कच्ची हल्दी खाने के भी कई फायदे होते है। इससे आप अस्थमा और साइनस जैसी समस्यायों को भी दूर कर सकते है। इसके अलावा गर्म पानी या गर्म दूध में कच्ची हल्दी मिलाकर पीने के भी कई लाभ होते है।

6. पुदीना :

इसका प्रयोग अक्सर जूस, चटनी और खाने को स्वाद कर फ्रेश बनाने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते है की यह fresh खुशबु देने वाली औषधि आपके स्वास्थ्य के लिए कितनी लाभकारी होती है? केवल फ्लू ही नहीं बल्कि इससे जुडी हर समस्या को दूर करने की क्षमता पुदीने में है। इसमें मौजूद मेंथोल नामक तत्व बंद नाक को खोलने में मदद करता है।

प्रयोग :

फ्लू के कारण शरीर में घुसे वायरस को खत्म करने के लिए पुदीने की हर्बल चाय का सेवन करें। इसके लिए पानी में पुदीने की कुछ पत्तियां डालकर उबाल लें और उससे कुछ देर तक भाप ले।हफ्ते में एक बार इसका प्रयोग करें।बुखार और फ्लू दोनों अपने आप दूर हो जाएगा।

7. रोजमैरी :

इसमें मौजूद cineol and camphene रोजमैरी को एक बेहतर आयुर्वेदिक औषधि बनाते है। यह तत्व मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन को दूर करके इम्युनिटी बूस्टर का काम कर्त यही और साथ ही सर्कुलेटरी सिस्टम को भी बेहतर बनाता है।

प्रयोग :

अपनी चाय और सूप में रोजमैरी की कुछ पत्तियों को मिलाएं। जुखाम आदि से आराम पाने के लिए रोजमैरी एसेंशियल आयल की कुछ बूंद पानी में डालकर उसकी भाप लें। समस्या दूर हो जाएगी।

8. Eucalyptus :

जुखाम आदि में विक्स का प्रयोग सभी करते है लेकिन क्या आप जानते है की Eucalyptus भी इस कार्य को करने में सक्षम है। क्योंकि यह पौधा जुखाम में प्रयोग होने वाली OTC Chest Ointments का मुख्य इंग्रीडिएंट होता है। इससे बेहतर तो यही है की आप इसका सीधा ही प्रयोग करें।

प्रयोग :Eucalyptus

इसके लिए Eucalyptus एसेंशियल आयल की कुछ बुँदे उबलते हुए पानी में डालें। और उसकी भाप लें। यह आपको पंसलियों से जुडी समस्यायों में आराम देने में मदद करेगा और साथ ही एलर्जी और wheezing (जुखाम) से भी आराम दिलाएगा।

9. लहसुन :

इस आयुर्वेदिक औषधि का प्रयोग पिछले 5,000 वर्षों से खाना बनाने और कई हीलिंग ailments में किया जा रहा है। जिसका कारण इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण है जो हर प्रकार की बीमारी को दूर करने की क्षमता रखते है।

प्रयोग :lehsun ke fayde

लहसुन की कुछ ताज़ी कलियों को छीलकर उन्हें मसल लें और उसका सेवन जुखाम और कफ की समस्या में करें। क्योंकि जब लहसुन को पीसा जाता है तो उसमे से एक विशेष प्रकार का तत्व ‘Allicin’ निकलता है जो कोल्ड और फ्लू को दूर करने की क्षमता रखता है। खांसी होने पर आप लहसुन की कुछ कलियों को भूनकर और छीलकर भी खा सकते है।

10. लौंग :

चावल, सब्जी और चाय में प्रयोग होने वाले लौंग को सभी भली भांति जानते है। जुखाम हो या गले में दर्द, खांसी हो या बुखार सभी में यह औषधि अपना कमाल दिखा देती है। जिसका कारण है इसकी एंटी वायरल प्रकृति को जुखाम और इन्फेक्शन्स को दूर करने की भी क्षमता रखती है।

प्रयोग :laung

श्वसन से संबंधित समस्यायों के लिए अपने beverage में लौंग का इस्तेमाल करें। गले में खराश होने पर दांतों से लौंग की कलियों को चबा चबा कर खाएं। खांसी होने पर लौंग डालकर चाय का सेवन करें बहुत लाभ होगा।

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